Khabarhaq

इंदौर: बुरहानपुर से आई थी मादा, इंदौर में पकड़ाया नर तेंदुआ, वन विभाग की कार्रवाई पर उठ रहे हैं सवाल

Advertisement


{“_id”:”61b05090e6040042530a6037″,”slug”:”indore-there-was-a-twist-in-the-leopard-case-the-female-leopard-was-in-the-paper-what-was-caught-is-the-male-the-answer-to-many-questions-still-unanswered”,”type”:”feature-story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”इंदौर: बुरहानपुर से आई थी मादा, इंदौर में पकड़ाया नर तेंदुआ, वन विभाग की कार्रवाई पर उठ रहे हैं सवाल”,”category”:{“title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”}}

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, इंदौर Published by: चंद्रप्रकाश शर्मा Updated Wed, 08 Dec 2021 12:39 PM IST

सार

इंदौर चिड़ियाघर से रहस्यमय ढंग से गायब हुए तेंदुए के मामले में अब नई बात सामने आ रही है। इसका खुलासा उस पत्र से हो रहा है जो चिड़ियाघर प्रबंधन को वन विभाग ने दिया था। इस पत्र में लिखा था कि तेंदुआ मादा है, जबकि जो तेंदुआ पकड़ाया है वह नर है।

इंदौर में जिस तेंदुए को पकड़ा गया था, वह नर है। बुरहानपुर से मादा लाए थे।

इंदौर में जिस तेंदुए को पकड़ा गया था, वह नर है। बुरहानपुर से मादा लाए थे। – फोटो : सोशल मीडिया

विज्ञापन

ख़बर सुनें

ख़बर सुनें

इंदौर चिड़ियाघर से रहस्यमय ढंग से गायब हुए तेंदुए के मामले में अब नई बात सामने आ रही है। वन विभाग ने मंगलवार को जो तेंदुआ पकड़ा, वह नर है। वहीं, बुरहानपुर से मादा तेंदुए को लाया गया था। वन विभाग की कार्रवाई पर कई सवाल उठ रहे हैं, जिससे ऐसा लग रहा है कि पूरे मामले में लीपापोती हो रही है। 

दरअसल, बुरहानपुर से इंदौर लाया गया तेंदुआ पिछले हफ्ते चिड़ियाघर से गायब हो गया था। पांच दिन तक तलाश के बाद मंगलवार को इंदौर के नवरतन बाग से तेंदुए को पकड़ा गया। बिना पिंजरे के उसे वाहन में बैठाकर चिड़ियाघर ले जाया गया। चिड़ियाघर को वन विभाग ने जो पत्र सौंपा था, उसमें मादा तेंदुआ होने की बात कही गई थी। वहीं, मंगलवार को जो तेंदुआ पकड़ाया है, वह नर है। इस वजह से वन विभाग की कार्यवाही ही सवालों से घिर गई है।  वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जब तेंदुए को पकड़ा गया था तब वेटरनरी डॉक्टर ने परीक्षण किया था। परीक्षण के आधार पर कहा था कि वह मादा हो सकता है। चूंकि, वह छोटा था और दूर से देखकर जांच की थी इसलिए ऐसा कहा गया। दोनों तेंदुए के शरीर पर धब्बों के निशान एक जैसे हैं। जो तेंदुआ पकड़ा गया है और जो गायब हुआ, दोनों समान है। इंदौर के चिड़ियाघर प्रभारी डॉ. उत्तम यादव ने कहा कि वन विभाग ने हमें जो कागज सौंपे थे, उसमें मादा तेंदुए का जिक्र था। जो तेंदुआ पकड़ा गया है वह नर है।

इन सवालों के नहीं मिल पा रहे जवाब
वाइल्ड लाइफ एसोसिएशन के आजीवन सदस्य अजय कुमार जैन ने वन विभाग की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं, जो इस प्रकार है-
1. चिड़ियाघर और नवरतन बाग की दूरी लगभग 2 किलोमीटर है। बुरहानपुर के फुटेज में स्पष्ट है कि तेंदुआ लकवाग्रस्त है। वह नवरतन बाग की आठ फीट ऊंची दीवार कैसे कूद सकता है?
2. नवरतन बाग में अंदर जाने के लिए सिर्फ एक गेट है, जहां 24 घंटे गार्ड रहते हैं।  यह कैसे संभव है कि तेंदुआ नवरतन बाग स्थित वन विभाग के परिसर में सरेंडर करें?
3. चिड़ियाघर और वन विभाग के बीच घनी बसाहट भी है। यह कैसे संभव है कि चिड़ियाघर से निकला लकवाग्रस्त तेंदुआ नवरतन बाग में जाकर छिप जाएगा? रेसीडेंसी एरिया में अधिकारियों के बंगले हैं। तेंदुआ वहां भी तो छिप सकता था।
4. चिड़ियाघर में तेंदुआ सुबह लाने को कहा गया था। प्रभारी अधिकारी ने स्टाफ को चिड़ियाघर में रुकने का बोला था, तब वे क्यों नहीं रुके?
5. क्या तेंदुए के हैंडओवर, टेकओवर की कार्यवाही हुई थी? क्या चिड़ियाघर के पजेशन में तेंदुआ दिया गया था?
6. चिड़ियाघर के स्टाफ ने रुकने की व्यवस्था की थी तो वन विभाग का स्टाफ रुका क्यों नहीं?
7. जिस पिंजरे में बुरहानपुर से तेंदुए को लाए थे, क्या वह पूरी तरह से फिट था?

उठ रही है जांच की मांग
वन मंत्री विजय शाह ने कहा था कि 11 दिसंबर को समीक्षा करेंगे। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या इसी वजह से तेंदुए को जैसे-तैसे पकड़ लाए हैं। क्या मामले में खुद को सही साबित करने के लिए वन विभाग ने यह सब किया है। क्या वन मंत्री की नाराजगी से बचने के लिए पूरी पटकथा लिखी गई? मामले की जांच की मांग उठ रही है।
 

विस्तार

इंदौर चिड़ियाघर से रहस्यमय ढंग से गायब हुए तेंदुए के मामले में अब नई बात सामने आ रही है। वन विभाग ने मंगलवार को जो तेंदुआ पकड़ा, वह नर है। वहीं, बुरहानपुर से मादा तेंदुए को लाया गया था। वन विभाग की कार्रवाई पर कई सवाल उठ रहे हैं, जिससे ऐसा लग रहा है कि पूरे मामले में लीपापोती हो रही है।  विज्ञापन

दरअसल, बुरहानपुर से इंदौर लाया गया तेंदुआ पिछले हफ्ते चिड़ियाघर से गायब हो गया था। पांच दिन तक तलाश के बाद मंगलवार को इंदौर के नवरतन बाग से तेंदुए को पकड़ा गया। बिना पिंजरे के उसे वाहन में बैठाकर चिड़ियाघर ले जाया गया। चिड़ियाघर को वन विभाग ने जो पत्र सौंपा था, उसमें मादा तेंदुआ होने की बात कही गई थी। वहीं, मंगलवार को जो तेंदुआ पकड़ाया है, वह नर है। इस वजह से वन विभाग की कार्यवाही ही सवालों से घिर गई है। 

विज्ञापन

Source

Khabarhaq
Author: Khabarhaq

0 Comments

No Comment.

Advertisement

हिरयाणा न्यूज़

महाराष्ट्र न्यूज़

हमारा FB पेज लाइक करे

यह भी पढ़े

Please try to copy from other website