सिंगार गांव में नशा मुक्त अभियान का दसवां समारोह आयोजित
• पहले नशा तस्करों से लोग डरते थे और आज नशा तस्कर दुबकते फिर रहे हैं : एसपी
सिंगार (मेवात),
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मेवात को नशामुक्त करने के उद्देश्य से चलाए जा रहे अभियान के तहत मंगलवार को खंड पुनहाना के बड़े गांव सिंगार में दसवां जनजागरूकता समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में इलाके के सैकड़ों प्रमुख लोगों ने भाग लिया। जमीयत उलेमा-ए-हिंद हरियाणा, पंजाब, हिमाचल और चंडीगढ़ के महासचिव मौलाना याहया करीमी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की, जबकि नूंह एसपी विजय प्रताप सिंह मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
समारोह की शुरुआत में ग्रामीणों ने एसपी विजय प्रताप सिंह और डीएसपी प्रदीप खत्री का पारंपरिक पगड़ी बांधकर स्वागत किया। इसके अलावा, मेवात के मशहूर कॉमेडियन हक्कू सिंगारिया की टीम ने नशे के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने के लिए एक प्रभावशाली नाटक प्रस्तुत किया। इस मौके पर एसपी को मोमेंटो भी भेंट किया गया।
नशा तस्करों में डर, जनता में जागरूकता – एसपी
समारोह को संबोधित करते हुए नूंह पुलिस कप्तान विजय प्रताप सिंह ने कहा कि जिले में करीब एक महीने पहले नशा के खिलाफ अभियान शुरू किया गया था, जो अब एक जन आंदोलन का रूप ले चुका है। पुलिस की लगातार कार्रवाई से 60-70 फीसदी नशे के कारोबार पर रोक लगाई जा चुकी है।
उन्होंने कहा कि पहले जनता नशा तस्करों से डरती थी, लेकिन अब तस्कर जनता से डर रहे हैं और छिपते फिर रहे हैं। एसपी ने समाज के सभी वर्गों से इस मुहिम में सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा, “मेवात को नशे से मुक्त कराने के लिए राजनेताओं को भी आगे आना चाहिए। वे इस मुहिम से दूर क्यों हैं, इसका जवाब तो वही दे सकते हैं। लेकिन अगर किसी नेता की संलिप्तता पाई गई, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।”
नशे के खिलाफ हर वर्ग को मिलकर लड़ना होगा
एसपी विजय प्रताप सिंह ने कहा कि नशा सिर्फ एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि पूरे समाज की समस्या है, जिसे मिलकर खत्म करना होगा। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वे अपने बच्चों पर विशेष ध्यान दें, ताकि वे गलत संगत में न पड़ें और नशे के जाल में फंसने से बच सकें। पंचायत प्रतिनिधियों को भी इस अभियान में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया गया।
उन्होंने कहा, “नशे के सौदागरों के लिए अब मेवात में कोई जगह नहीं है। अगर वे अपनी हरकतों से बाज नहीं आए, तो पुलिस को मजबूरन सख्त कार्रवाई करनी पड़ेगी।” उन्होंने यह भी कहा कि हर गांव में नशा विरोधी कमेटियों का गठन जरूरी है, ताकि स्थानीय स्तर पर इस समस्या को जड़ से खत्म किया जा सके।
एसपी ने कहा कि समाज में बदलाव लाने के लिए जनता का सहयोग जरूरी है। उन्होंने बताया कि अब तक नशे के खिलाफ किए गए अभियानों के कारण कई बड़े तस्करों को गिरफ्तार किया जा चुका है और नशे के अड्डों को ध्वस्त किया गया है। “नशा केवल शारीरिक और मानसिक रूप से ही नहीं, बल्कि आर्थिक और सामाजिक रूप से भी विनाशकारी है। इससे परिवार बिखर जाते हैं और युवा अपनी जिंदगी बर्बाद कर लेते हैं।”
नशे के खिलाफ क्रांति का माहौल – पुलिस कप्तान
एसपी ने कहा कि मेवात में नशे के खिलाफ एक क्रांति दिखाई दे रही है, जो लोगों के जज्बे और सहयोग से ही संभव हो पाई है। उन्होंने इस जंग में अच्छा काम करने वालों को सम्मानित करने का भी ऐलान किया।
इस मौके पर डीएसपी प्रदीप खत्री, तैयब चेयरमैन, तैयब घासेड़िया, रशीद एडवोकेट, चौधरी सुबद्दी, इब्राहिम चौधरी, मुबारिक अटेरना, हिदायत खान कमांडो, आसिफ अली चंदेनी, चौधरी सुभान खान, मुबारक सरपंच टूंडलाका, फखरुद्दीन घासेड़ा, साकित सरपंच सिंगार, डॉक्टर मजीद लेक्चर, रुकैया खान, हक्कू सिंगारिया, सौदानी सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

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