जेल गेट पर साजिश की शिकार हुई दो बेगुनाह बहन
• पीड़िता ने एसआईटी से निष्पक्ष जांच की मांग की
• दो सगी बहनों पर दर्ज हुआ था एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज
फोटो पीड़िता शहरुना
यूनुस अलवी,
मेवात।
नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका क्षेत्र की एक महिला, सहरूना ने अपने ऊपर लगे गंभीर आरोपों को साजिश करार देते हुए एसआईटी से निष्पक्ष जांच की मांग कर नूंह पुलिस कप्तान विजय प्रताप से मांग की है। उनका कहना है कि 19 फरवरी 2025 को वह अपने छोटे भाई साहिल से मिलने जिला जेल नूंह में अपनी बहन फरजाना के साथ गई थीं। जहां एक अज्ञात लड़के ने उन्हें धोखे से एक पैकेट सौंपा, जिसमें कपड़े और जूते थे। बाद में पुलिस ने इसे एनडीपीएस एक्ट से जुड़ा मामला बताकर उन्हें आरोपी बना दिया।
पीड़िता सहरूना के अनुसार, उनके जीजा को एक महिला ने फोन कर कहा कि उनके भाई आरिफ के लिए कपड़े और जूते जेल में पहुंचाने हैं, जिसे जेल गेट पर कोई लड़का देगा। सहरूना ने दावा किया कि उन्होंने बिना किसी संदेह के इसे ले लिया और जेल में देने का प्रयास किया, लेकिन जेल प्रशासन ने कपड़े लेने से मना कर दिया और केवल जूते स्वीकार किए। कुछ घंटे बाद पुलिस ने उन्हें फोन कर पूछताछ शुरू कर दी और अब उन्हें इस मामले में फंसाया जा रहा है।
सहरूना ने जिला पुलिस अधीक्षक (एसपी) से गुहार लगाई है कि जेल गेट की सीसीटीवी फुटेज सुरक्षित रखी जाए ताकि सच सामने आ सके। साथ ही, इस मामले की जांच एसआईटी टीम या डीएसपी स्तर के अधिकारी से कराई जाए। उन्होंने उस अज्ञात महिला के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल निकलवाने की भी मांग की है ताकि असली गुनहगार पकड़े जा सकें।
पीड़िता ने कहा कि वह एक गरीब औरत हैं, मजदूरी कर अपने परिवार का पेट पालती हैं। उनका अब तक कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं रहा है, और यह पहली बार है जब उनके परिवार का कोई सदस्य जेल गया है। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि उन्हें न्याय मिले और असली दोषियों को पकड़कर उनके साथ हुए अन्याय को रोका जाए।

Author: Khabarhaq
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