• मेवात के कांग्रेस विधायकों के धरने के बाद हरियाणा सरकार हरकत में आई।
• मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य सुविधाओं पर बनी कमेटी हालातों का निरीक्षण करने पहुंची।
• कॉलेज के खामियों की सरकार को कमेटी रिपोर्ट, जल्द सौंपेगी।
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यूनुस अलवी, khabarhaq.com
मेवात/हरियाणा
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खबर मेवात के शहीद हसन खान राजकीय मेडिकल कॉलेज नूंह से जुड़ी हुई है जहां बृहस्पतिवार को मेवात के चारों कांग्रेस विधायकों ने सैकड़ों प्रमुख ग्रामीणों के साथ मिलकर मेडिकल कॉलेज की समस्याओं को लेकर दिए गए एक दिवसीय धरने के बाद हरियाणा सरकार हरकत में आ गई है। हरियाणा सरकार ने सुविधा और इंस्टा फैक्चर का जायजा लेने के लिए एक जांच कमेटी गठित की जो शनिवार को शहीद हसन का मेडिकल कॉलेज पहुंची है। ये दीगर बात है ही इस कमेटी से मीडिया को दूर रखा गया है। जांच कमेटी ने मेडिकल कॉलेज का जायजा लिया। अधिकारियों से और लोगों से बातचीत भी की। उम्मीद की जा रही है कि यह कमेटी जल्दी ही सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंप देगी।
शहीद हसन का मेडिकल कॉलेज नूह के डायरेक्टर डॉक्टर मुकेश ने बताया कि कॉलेज की असलियत जानने के लिए शनिवार को छायंसा मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर, डीन के प्रतिनिधि और रोहतक के विशेषज्ञों वाली चार सदस्यीय कमेटी ने अपनी विस्तृत जांच की है। यह कमेटी जल्द ही सरकार को रिपोर्ट सौंप देगी। इस कमेटी ने विभिन्न पहलुओं की बारीकी से समीक्षा की और कई महत्वपूर्ण निष्कर्ष निकाले।
कमेटी ने पाया कि इंफ्रास्ट्रक्चर से संबंधित कुछ कमियां हैं, खासकर सीवेज सिस्टम में सुधार की जरूरत है। हालांकि, सरकार पहले ही इसके लिए बजट मंजूर कर चुकी है और हाउसिंग पुलिस कॉर्पोरेशन को काम सौंप दिया गया है। टेंडर पास हो चुका है और जल्द ही कार्य शुरू होगा।
चिकित्सा सुविधाओं पर रिपोर्ट।
डायरेक्टर ने बताया कि एक्स-रे मशीनें पूरी क्षमता से काम कर रही हैं, और प्रतिदिन लगभग 300 प्लस एक्स-रे किए जा रहे हैं। कभी-कभी यह संख्या 400 तक पहुंच जाती है। अल्ट्रासाउंड की सुविधा बढ़ाने के लिए सरकार ने पहले ही उपकरण स्वीकृत कर दिए हैं, लेकिन टेंडर प्रक्रिया में अभी तक आवश्यक तीन बोलीदाता नहीं मिले हैं। अगली निविदा प्रक्रिया में तीन बोलीदाता मिलने की उम्मीद है, जिसके बाद कार्य आवंटित कर दिया जाएगा।
डायरेक्टर ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में कैथ लैब की सुविधा शुरू करने के लिए तीन बार टेंडर निकाले जा चुके हैं, लेकिन अब तक कोई उपयुक्त बोलीदाता सामने नहीं आया है। इसके कारण कार्डियोलॉजी सेवाओं का विस्तार रुका हुआ है। उनको उम्मीद है कि जल्द ही इस दिशा में भी समाधान निकलेगा।
उन्होंने माना कि दवाइयां अस्पताल में पूरी है, दो चार की कमी हो सकती है। सरकार और प्रशासन इस रिपोर्ट के आधार पर स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार लाने के लिए तेजी से कदम उठा रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही मरीजों को बेहतर सेवाएं मिलने लगेंगी।
बेहर हाल कांग्रेस विधायकों के धरने के बाद हरियाणा सरकार हरकत में तो आई है। भले ही अभी जांच टीम पहुंची है। अब देखना ये होगा कि यहां के मरीजों को जरूरी सुविधाएं कब तक शुरू सकेंगी। वैसे लोगो के अनुसार ये मेडिकल कॉलेज सुविधाएं देने के नाम पर एक रेफर हॉस्पिटल बनकर रह गया है।
Khabarhaq.com की मेडिकल कॉलेज पर खास नजर रहेगी। अगर आपको भी मेडिकल कॉलेज में की परेशानी या समस्या का सामना करना पड़ रहा है तो हमें इसकी जानकारी जरूर दे। जिससे आपकी आवाज को सरकार तक पहुंचाया जा सके।

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