हिंदुस्तान जिंदाबाद, आतंकवाद मुर्दाबाद के गगनभेदी नारे
यूनुस अलवी
पिनगवां, 28 अप्रैल।
रविवार देर शाम पिनगवां कस्बे में मास्टर रफीक के नेतृत्व में अलवी समाज द्वारा जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने आतंकवादियों की जल्द गिरफ्तारी और कठोरतम सजा देने की मांग उठाई।
मुख्य बाजार से शुरू हुए इस विशाल विरोध मार्च में सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। हाथों में तख्तियां और बैनर थामे प्रदर्शनकारियों ने “आतंकवाद मुर्दाबाद”, “पाकिस्तान मुर्दाबाद” और “हिंदुस्तान जिंदाबाद” जैसे नारे लगाते हुए आतंकवाद के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया। पिनगवां के मुख्य बाजार से निकला यह मार्च एकजुटता और राष्ट्रीय अखंडता का संदेश देता नजर आया।
इस अवसर पर मास्टर रफीक और नासिर अलवी ने कहा कि पहलगाम में बेकसूर सैलानियों की हत्या ने मेवात समेत पूरे देश को दुख और आक्रोश से भर दिया है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि दोषी आतंकवादियों को शीघ्र गिरफ्तार कर फांसी की सजा दी जाए। वक्ताओं ने कहा कि आतंकवाद का कोई मजहब नहीं होता, और निर्दोषों का खून बहाने वाले मानवता के दुश्मन हैं।
मास्टर रफीक, नग्गर पंच ने जोर देते हुए कहा कि मेवात की जनता आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है और कायराना हमलों की कड़ी निंदा करती है। उन्होंने कहा कि हम सभी शहीद पर्यटकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और उनके परिजनों के साथ खड़े हैं।
प्रदर्शन में नग्गर पंच, इस्माइल, रजाक सरपंच, डॉक्टर अन्नू समेत पिनगवां के अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में आतंकवाद के खिलाफ आवाज उठाई।

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