बलिदानियों की याद में पौधारोपण कर की शहीद समृति वन की स्थापना : धीरेंद्र खडग़टा
–जिला नूंह के गांव खोरी कलां में हुई शहीद स्मृति वन की स्थापना
यूनुस अलवी मेवात:
नूंह 24 अगस्त : उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा की अध्यक्षता में वीरवार को तावड़ू खंड के गांव खोरी कलां में पौधारोपण कर शहीद स्मृति वन की स्थापना की गई। कार्यक्रम में मुख्य वन संरक्षक दक्षिणी मंडल गुरुग्राम वास्वी त्यागी ने भी कार्यक्रम में पहुंचकर ग्रामीणों से अधिक से अधिक पौधारोपण करने की अपील की।
वास्वी त्यागी ने ग्रामीणों तथा स्कूली छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि अधिक से अधिक पौधारोपण कर देश की सुरक्षा में प्राण गंवाने वाले शहीदों को अपना प्रेरणास्रोत बनाएं। बिना पौधों के जीवन की कल्पना करना ही बेमानी है, वृक्ष हैं तो हम हैं। यह वृक्ष ही हैं जो एक तरह से पृथ्वी के फेफड़ों का काम करते हैं। सारी जहरीले गैसों को सोख हमें शुद्ध आक्सीजन देते हैं।
उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा ने कहा कि शहीदों से प्रेरणा लेते हुए हमें राष्ट्र सेवा में आगे बढ़ते रहना चाहिए। ग्राम पंचायत के शहीद स्मृति वन की देखरेख में सभी अपना सहयोग दें। ताकि जिले के पूरे क्षेत्र को हरा भरा बनाया जा सके। तावड़ू-भिवाड़ी राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित खोरी कलां की वन विभाग की भूमि पर पौधारोपण किया गया। शहीदों की याद में राष्ट्रीय पर्यावरण योद्धा टीम के राष्ट्रीय संयोजक कमल सिंह यादव, वन विभाग नूंह, ग्राम पंचायत खोरी कला, एम3एम फाउंडेशन के सहयोग से शहीद स्मृति वन स्थापित करने की पहल की गई। इस अवसर पर विशेष रूप से देश की आजादी के बाद विभिन्न युद्धों में राष्ट्र रक्षा हेतु प्राण गंवाने वाले बलिदानियों के परिजनों को भी विशेष रूप से आमंत्रित किया गया। इस अवसर पर जिला वन अधिकारी नूंह विजेंद्र सिंह, एसडीएम तावडू संजीव कुमार, डीएसपी तावडू मुकेश कुमार, जिला वन अधिकारी पलवल दीपक पाटिल, भारतीय वन सेवा अधिकारी राजकुमार, जिला वन अधिकारी रेवाड़ी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भिवाड़ी (राजस्थान) सुरजीत सिंह, खोरी कलां की महिला सरपंच शालिनी आर्य, पंच आजाद खान, 1971 की लड़ाई में प्राण गंवाने वाले बलिदानी की पत्नी विद्या देवी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण व स्कूल छात्र उपस्थित रहे।
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