नशा के खिलाफ उलेमा, समाजसेवी, प्रशासन, सरपंच और प्रमुख लोगों की हुई पंचायत
• पंचायत ने लिए कई बड़े फैंसले
• मशहूर मौलाना शेर मोहम्मद की अध्यक्षता में हुई पंचायत
• गांधी ग्राम घासेड़ा में हुई पंचायत
• नशा को जड़ से खत्म करने का लिया फैंसला
• नशा रोकने के लिए गांव में मोहल्ला की अलग अलग कमेटी बनाई
• गांव में 9 बजे के बाद दुकानें खोलने पर लगी पाबंदी
यूनुस अलवी,
मेवात,
नूंह जिला के गांधी ग्राम घासेड़ा में बुधवार को नशा के खिलाफ उलेमा, समाजसेवी, सरपंच और प्रमुख लोगों की एक पंचायत आयोजित की गई। पंचायत की अध्यक्षता मशहूर मौलाना शेर मोहम्मद अमीनी ने की। नशे के खिलाफ पंचायत में कई बड़े फैंसले भी लिए गए। पंचायत में नशा को जड़ से खत्म करने का जहां फैंसला लिया गया वहीं नशा रोकने के लिए गांव में मोहल्ला की अलग अलग कमेटी का भी गठन किया गया। इसके अलावा गांव घासेड़ा में 9 बजे के बाद दुकानें खोलने पर पूर्ण पाबंदी भी लगाई गई है।
गांव गांधी ग्राम घासेड़ा के सरपंच आस मोहम्मद, इमारन खान और समाजसेवी रमजान चौधरी ने बताया कि बुधवार को नशे के खिलाफ गांधी ग्राम घासेड़ा में एक महत्वपूर्ण पंचायत हुई, जिसकी अध्यक्षता मौलाना शेर मोहम्मद अमीनी ने की। पंचायत में खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी शमशेर सिंह, पुलिस अधिकारी भी शामिल हुए। गांव घासेड़ा में हुई पंचायत में ने कुछ अहम फैसले लिए हैं। जिनमें खासतौर से पहले गांव घासेड़ा की एक कमेटी गठित की गई जो गांव के हर मोहल्ले वार कमेटी गठित करेगी और उनको नशा रोकने की जिम्मेदारी दी जाएगी।
ये सामूहिक कमेटी 16 जनवरी यानी बृहस्पतिवार को 11 बजे नूंह पुलिस अधीक्षक नूह से मुलाकात कर उनके नशा मुक्ति अभियान में पुलिस प्रशासन से मदद की दरखास्त की जाएगी तथा प्रशासन के साथ मिलकर गांव घासेड़ा में जन जागरण अभियान चलायेगी।
पंचायत ने ये भी फैंसला लिया कि गांव में नौ बजे के बाद कोई भी दुकान नहीं खोलेगा और फ़जूल नहीं बैठेगा। गांव की निगरानी के लिए पिट्टू पहरेदारी होगी, इसके लिए मस्जिद वार जमात की जिम्मेदारी लगाई जाएगी।
मौलाना शेर मोहम्मद अमीनी ने कहा कि इस्लाम धर्म ही नहीं बल्कि अधिकतर धर्म शराब के सेवन को गलत मानते हैं क्योंकि इसका असर पूरे खानदान पर पड़ता है। उनका कहना है कि इस्लाम धर्म में तो किसी भी प्रकार के नशा को हराम करार दिया गया है। जो भी इसका सेवन करता है वह गुनहगार होता है। उनका कहना है कि आज मेवात के युवा नशा के जाल में फंसते जा रहे हैं अगर जल्द ही इसको रोका नहीं गया तो नस्लें बर्बाद हो जाएंगी। उन्होंने आज की पंचायत को नशा के खिलाफ अच्छा कदम बताया है। उन्होंने लोगो को आश्वासन दिया कि गांव और प्रमुख लोगों ने जो नशा के खिलाफ मुहिम शुरू की है। मेवात के उलेमा नशा को रोकने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगे।
मेवात विकास सभा के पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट रमजान चौधरी ने कहा कि जल्दी ही नशा को रोका नहीं गया तो मेवात को उड़ता पंजाब बनने से कोई रोक नहीं सकता। उनका कहना है कि देश में जितना भी नशा है अब वह मेवात में मिल रहा है, आए दिन मेवात में नशा तस्कर पकड़े जा रहे हैं। इन तस्करों ने हेरोइन, चरस, अफीम, गांजा, शराब पकड़ी जा रही है। मेवात के युवा नशा के साथ फिर नए नए अपराधों में भी कदम रखने शुरू कर देंगे। इसलिए मेवात के सभी बुद्धिजीवी लोगों को प्रशाशन के साथ मिलकर इस नशा को जड़ से खत्म करने के लिए आगे आना चाहिए।
आज की मीटिंग में उपस्थित लोग, मौलाना शेर मोहम्मद अमीनी, रमजान चौधरी, बीडीपीओ शमशेर सिंह, तैयब हुसैन घासेडिया, हिदायत कमांडो, आस मोहम्मद सरपंच, मुफ्ती लुकमान कासमी, मौलाना जाहिद अमीनी, इमरान सरपंच, मौलाना नूरुद्दीन,भाई फखरुद्दीन, वली मोहम्मद पूर्व जिला पार्षद, युसूफ, खलील, पप्पू कुरैशी,सरवन लालजी, सुभाष, बुद्धू, हाफिज माजीद, आसफ नंबरदार, मेंबर पंचायत शराफत अली, और गांव के सैकड़ो प्रमुख लोग मौजूद रहे।
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