नूंह जिला बार एसोसिएशन चुनावों की सरगर्मियां हुई तेज,
• बार प्रधान के लिए तीन अधिवक्ता ठोक रहे ताल
• पहली बार वकीलों देना पड़ रहा है हलफनामा
• नूंह बार में करीब 750 अधिवक्ता रजिस्टर्ड हैं
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यूनुस अलवी,
मेवात,
नूंह जिला बार एसोसिएशन चुनावों को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई। हर वर्ष होने वाले चुनावों में अधिकवक्ता अपना ऐड़ी चोटी का जोर लगाते हैं। चुनाव की तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रही हैं। पहली बार नूंह बार के अधिवक्ताओं को अपना हलफनामा दाखिल करना पड़ रहा है। इस बार नूंह बार प्रधान के लिए सुलेमान खेड़ला, ताहिर हुसैन रूपडिया और मकसूद नंगली फिलहाल मैदान में नजर आ रहे है। वैसे दो चार बार को छोड़कर अधिकतर नूंह बार प्रधान का चुनाव सर्वसम्मति से होता रहा है। असल चुनाव की गहमागहमी प्रधान और सचिव के लिए होती है बाकी पदों को अभी भी सर्वसम्मति से चुन लिया जाता है।
आपको बता दे कि सभी अधिवक्ता अपने अपने गुट के प्रधान चुनने को लेकर काफी पसीना बहाते हैं। हाल में आगामी 28 फरवरी में होने वाले बार प्रधान चुनाव को लेकर भी काफी चर्चाएं है। इस बार नूंह खंड के गांव खेड़ला निवासी वरिष्ठ अधिवक्ता सुलेमान खान, पूर्व प्रधान ताहिर हुसैन रूपडिया, मकसूद नंगली ने बार प्रधान के लिए अपनी ताल ठोक दी है। प्रधान पद के उम्मीदवार चुनाव के लिए अपनी गोटी बैठाने में जुट गए है। जिससे उनके कई विरोधियों में अभी से सर्दी में पसीना आने लगा है।
कई प्रधान पद के उम्मीदवार बार की समस्याओं को लेकर मैदान में उतर रहे हैं। उनका कहना है कि बार में चैंबर्स के अलावा पीने के शुद्व पानी सहित शौचालय आदि का भारी अभाव है। बार प्रधान बनने के बाद कोई वकीलों की समस्याओं पर ध्यान नहीं देता है। इसके अलावा अन्य कई समस्याएं भी यहां पर फैली है।
नूंह बार एसोसिशन के दो बार 2011 व 2014 में प्रधान थे ताहिर हुसैन रूपडिया का मानना है कि इस बार सर्वसम्मति से प्रधान चुनने की कोशिश की जाएगी। उन्होंने बताया कि की चुनाव 28 फरवरी को होंगे। इस बार बार के सभी सदस्यों से हलफनामा लिया जा रहा है जिसमें अपनी पूरी डिटेल देनी होगी। इससे वोटिंग की फर्जकारी रुकेगी और कोई सदस्य दो जगह वोट नहीं डाल सकेगा। फिलहाल नूंह बार में करीब 750 रजिस्टर्ड अधिवक्ता हैं।
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