नूंह के ईओडब्ल्यू शाखा का इंचार्ज सब इंस्पेक्टर एक लाख रिश्वत लेते एसीबी ने किया गिरफ्तार।
• मुकदमा से नाम हटाने के बदले मांगे रुपए, न देने पर बेटियों की गिरफ्तारी की धमकी दी।
• अब से पहले 8 लाख रिश्वत ले चुका है आरोपी इंस्पेक्टर।
• नूंह थाने में जिला विकास अधिकारी, अकाउंटेंट के अलावा महिला, उसके पति, भाई, दो बेटियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज था।।
यूनुस अलवी,
मेवात/हरियाणा
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आपको बता दे कि नूंह की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) के इंचार्ज सब इंस्पेक्टर यशपाल को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए गुरुग्राम एंटी करप्शन ब्यूरो ने गिरफ्तार किया है। सब इंस्पेक्टर यशपाल गुरुग्राम के राजीव चौक पर महिला से रिश्वत की रकम लेने के लिए पहुंचा था। तभी एंटी करप्शन ब्यूरो टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया।
एसीबी सूत्रों के मुताबिक सब इंस्पेक्टर यशपाल ने महिला, पति और उसकी दो बेटियों के खिलाफ नूंह सिटी में दर्ज धोखाधड़ी के मुकदमा से नाम हटाने के बदले यह रिश्वत मांगी थी। जिसकी शिकायत मिलने के बाद उन्होंने ट्रैप लगाकर उसे गिरफ्तार कर लिया। जांच में यह भी पता चला कि वह शिकायत करने वालों से 8 लाख रुपए पहले भी ले चुका है।
नूंह में जिला विकास अधिकारी, अकाउंटेंट, शिकायतकर्ता महिला, उसके पति, भाई और 2 बेटियों के खिलाफ थाना सिटी नूंह में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया था। शिकायतकर्ता महिला आंगनवाड़ी वर्कर है। जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। करीब तीन महीना बाद महिला जमानत पर आई हुई है।
नूंह में दर्ज इस केस की जांच सब इंस्पेक्टर कर रहा था। एक लाख की रिश्वत मांगने बारे एंटी करप्शन ब्यूरो की गुरुग्राम टीम को एक शिकायत मिली थी। जिसमें बताया गया कि उसके पति, भाई और 2 बेटियों के खिलाफ थाना सिटी नूंह में केस दर्ज हुआ था। इस केस की जांच सब इंस्पेक्टर यशपाल कर रहा था। शिकायत करने वाली महिला ने बताया कि मुकदमा से उसके परिजनों का नाम हटाने के बदले सब इंस्पेक्टर यशपाल उनसे 8 लाख रुपए पहले ले चुका था। इसके बावजूद वह एक लाख की और रिश्वत मांग रहा था।
एक लाख न मिलने पर गिरफ्तारी की धमकी दी। रिश्वत न देने पर यशपाल ने शिकायतकर्ता को धमकी दी कि वह एक लाख रुपया उसे दे वर्ना उसके परिवार वालों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। शिकायतकर्ता महिला के पास यशपाल को देने के लिए और रुपए नहीं थे। इस वजह से उसने एसीबी की गुरुग्राम टीम से संपर्क किया। उन्हें पूरे मामले की जानकारी दी। एसीबी के अधिकारियों ने उससे सारी फैक्ट लेने के बाद अपने स्तर पर जांच की। इसमें पता चल गया कि यशपाल उनसे रिश्वत मांग रहा है।
एसीबी ने ट्रैप लगा उसे गुरुग्राम बुलाया, वहीं पकड़ा गया इसके बाद एसीबी ने ट्रैप लगाने की तैयारी की। तय योजना के मुताबिक शिकायत करने वाली ने सब इंस्पेक्टर को रिश्वत के एक लाख लेने के लिए गुरुग्राम के राजीव चौक पर बुला लिया। जैसे ही वह तय जगह पर पहुंचा और शिकायत करने वाले से रुपए लिए तो एसीबी की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ एंटी करप्शन एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया गया है।
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