फर्जी डेथ सर्टिफिकेट तैयार कर सरकार की अप्राकृतिक देहांत स्कीम के रुपये हड़पने के जुर्म में सी.एस.सी संचालक सहित दो गिरफ्तार
• लैबर डिपार्टमेंट कर्मचारियों के साथ मिलीभगत कर हड़प रहे थे सरकारी राशि
• आरोपी जॉब कार्ड के मजदूरों का फर्जी डेथ सर्टिफिकेट बनाकर हड़प थे 2,15,000 रुपये ।
• नूंह साइबर थाने में दर्ज हुआ मुकदमा, दो मोबाईल फोन व दो सिम कार्ड बरामद
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यूनुस अलवी,
मेवात/हरियाणा
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नूंह पुलिस ने एक गैंग का बड़ा भंडा फोड़ किया है। ये गैंग के आरोपी जॉब कार्ड के मजदूरों का फर्जी डेथ सर्टिफिकेट बनाकर उनके परिजनों के ऑनलाईन खाते खुलवाकर उनमें उनमें 2,15,000 रुपये डलवाते थे। सीएचसी संचालक लैबर डिपार्टमेंट कर्मचारियों के साथ मिलीभगत कर लाखों रुपए सरकारी राशि हड़प थे थे।
पुलिस ने इस मामले में सी.एस.सी संचालक सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से दो मोबाईल फोन व दो सिम कार्ड बरामद किए है।
अतिरिक्त पुलिस कप्तान नूंह ने बुधवार को पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि निरीक्षक विमल राय प्रबंधक थाना साईबर क्राईंम नूंह के नेतृत्व में गठित टीम ने दो शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है, जो जॉब कार्ड के मजदूरों के तकनीकी साहयता से सम्पादन करके फर्जी डेथ सर्टिफिकेट बनाकर फेक मोबाईल नम्बर से खाते खुलवाकर लैबर डिपार्टमेंट की मिलीभगत से खाता में 2,15,000 रुपये डलवाकर धोखाधडी के माध्यम से रुपये हडपते थे। पुलिस ने आरोपीयों के कब्जे से दो मोबाईल फोन, दो सिम कार्ड व अन्य सामान बरामद किया है।
सोनाक्षी सिंह सहायक पुलिस अधीक्षक नूंह ने बताया कि हनीफ पुत्र अली जान निवासी वार्ड नं.-03 डल्लावास पुन्हाना ने एक शिकायत देकर आरोप लगाया कि सब-रजिस्ट्रार के फर्जी हस्ताक्षर से जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर हरियाणा सरकार के खजाने से 2 लाख 15 हजार रुपये अरबाज खान पुत्र सब्बिर निवासी वार्ड नं. 11 नकनपुर थाना पुन्हाना तथा सी.एस.सी. संचालक जाबिर पुत्र अब्दुलल करीम निवासी फिरोजपुर नमक द्वारा मिलकर राशी हडप लिए हैं। इब बारे थाना साईबर क्राईंम नूंह में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु की गई। जांच के दौरान तकनीकी विधि व बैक चैक ट्राजेक्शेन के आधार पर गहनता से विश्लेषण करने के बाद गुप्त सूचना के आधार पर आरोपी अरबाज खान तथा सी.एस.सी. संचालक जाबिर को गिरफ्तार किया गया है । जिनके कब्जा से दो मोबाईल फोन व दो सिम कार्ड बरामद हुये हैं।
उन्होंने बताया कि पुछताछ पर आरोपीयों ने बताया कि लैबर कॉपी वालों को सरकार द्वारा अप्राकृतिक देहांत होने पर 2,15,000 रुपये की सहायता दी जाती हैं । जो आरोपियों ने मिलकर योजना बनाई कि लोगों को फर्जी तरीके से मृत दिखाकर लैबर विभाग की मिलीभगत से पैसा कमाते हैं। योजना के मुताबित आरोपियों ने मजदुरों के लैबर कॉपी कागजजात, पैन कार्ड, आधार कार्ड आदि दस्तावेज लेकर उनके फर्जी मोबाईल नम्बर द्वारा ऑनलाईन खाता खुलवाकर तकनीकी सहायता से फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार कर मुआवजा राशी के लिए ऑनलाईन अप्लाई करके युजर आईडी व पासवर्ड के माध्यम से लैबर विभाग से मिलीभगत कर मुद्दई के वारिशों के खातों में 2,15,000 रुपये ड़लवाकर अलग-2 खातों में वितरित करके पैसे हड़प लिये । पुलिस आज आरोपियों को अदालत में पेश कर और अधिक गहनता से पुछताछ के लिए रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही हैं ।
वहीं साइबर पुलिस ने अपील की है कि किसी भी अनजान व्यक्ति के कॉल या सोशल मीडिया संदेश पर भरोसा न करें । ऐसे मामलों की जानकारी तुरंत पुलिस को दें । ऐसे ठगों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
Author: Khabarhaq
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