• मेवात के मदरसों ने भी दीनी तालीम के साथ दुनियावीं शिक्षा में बढ़ाए कदम, 150 छात्र छात्राओं ने पास की 10वीं 12वीं परीक्षा।
• जमीयत स्टडी सेंटर मेवात ने 150 छात्रों को दिलाई बड़ी सफलता
यूनुस अलवी,
मेवात,
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के सक्रिय विभाग, जमीयत अध्ययन केंद्र ने मेवात क्षेत्र में शिक्षा का एक नया अध्याय लिख दिया है। NIOS (नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग) के तहत आयोजित 10वीं और 12वीं की परीक्षा में जमीयत स्टडी सेंटर मेवात के माध्यम से लगभग 150 छात्रों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए सफलता हासिल की है। इस उपलब्धि ने न केवल छात्रों के जीवन में नई ऊर्जा का संचार किया है, बल्कि मेवात के लिए एक प्रेरणादायक संदेश भी दिया है।
मदरसों से जुड़ रहे आधुनिक शिक्षा के साथ
जमीयत अध्ययन केंद्र भारत के प्रतिष्ठित राष्ट्रीय संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद का एक प्रगतिशील विभाग है। इसका उद्देश्य मदरसों के छात्रों, आलिमों, हाफिजों, इमामों और स्कूल छोड़ चुके बच्चों को आधुनिक शिक्षा प्रणाली से जोड़ना है। इस केंद्र के माध्यम से देशभर में लगभग 17,000 छात्र और छात्राएं NIOS के तहत 10वीं और 12वीं की पढ़ाई कर रहे हैं।
मेवात क्षेत्र में अक्टूबर 2024 के सत्र में, विभिन्न मदरसों से करीब 200 छात्रों ने 10वीं और 12वीं की परीक्षा दी। इनमें से 150 छात्रों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए परीक्षा पास की। इन छात्र छात्राओं में आलिम, हाफिज और इमाम भी शामिल हैं।
छात्रों ने जताया आभार
सफल छात्रों ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी और जमीयत अध्ययन केंद्र के प्रबंधन का आभार व्यक्त किया। उनका कहना है कि इस पहल ने उन्हें न केवल शिक्षा का एक सुनहरा मौका दिया है, बल्कि उनके भविष्य के सपनों को भी नई दिशा दी है। छात्रों ने कहा कि जमीयत स्टडी सेंटर की आधुनिक शिक्षा प्रणाली और प्रबंधन ने उन्हें 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं आसानी से पास करने में मदद की।
धार्मिक और समसामयिक शिक्षा का संगम
जमीयत स्टडी सेंटर के हरियाणा और राजस्थान के केंद्रीय सहायक मुफ्ती अत्ता-उर-रहमान जामेई ने बताया कि वर्तमान समय में धार्मिक शिक्षा के साथ-साथ आधुनिक शिक्षा की भी बेहद जरूरत है। उनका मानना है कि दोनों प्रकार की शिक्षा से लैस होकर बच्चे समाज और देश की बेहतरीन सेवा कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि जमीयत अध्ययन केंद्र के माध्यम से मेवात के बच्चे अब 10वीं और 12वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी कर रहे हैं। यह केवल शिक्षा का विस्तार नहीं है, बल्कि सामाजिक बदलाव का संकेत भी है।
मुख्य संरक्षक की मेहनत का नतीजा
जमीयत स्टडी सेंटर मेवात के मुख्य संरक्षक मौलाना मुहम्मद याहया करीमी के प्रयासों को इस सफलता का मुख्य आधार माना जा रहा है। उनके नेतृत्व में मेवात के मदरसों में समकालीन शिक्षा के साथ 10वीं और 12वीं की कक्षाओं का सफल संचालन हो रहा है। उन्होंने कहा, “मेवात के छात्रों की यह सफलता दिखाती है कि अगर सही मार्गदर्शन और समर्थन दिया जाए, तो कोई भी बच्चा अपनी पढ़ाई पूरी कर सकता है।”
भविष्य के लिए नई उम्मीदें
150 छात्रों की सफलता के बाद अब मेवात के अन्य मदरसों के छात्र भी जमीयत अध्ययन केंद्र के माध्यम से 10वीं और 12वीं कक्षा में प्रवेश की तैयारी कर रहे हैं। मदरसों के पदाधिकारियों ने इस पहल की सराहना की है और अधिक बच्चों को समकालीन शिक्षा से जोड़ने की योजना पर जोर दिया है।
सफल छात्रों को दी बधाई
मदरसों के शिक्षकों और पदाधिकारियों ने सफल छात्रों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि जमीयत अध्ययन केंद्र की यह पहल छात्रों को न केवल शिक्षित बना रही है, बल्कि उन्हें समाज और राष्ट्र की सेवा के लिए भी तैयार कर रही है।
आगे की योजना
सभी सफल छात्रों ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि वे चाहते हैं कि अधिक से अधिक बच्चे जमीयत अध्ययन केंद्र के माध्यम से NIOS में प्रवेश लें और अपने भविष्य को उज्ज्वल बनाएं। जमीयत अध्ययन केंद्र अब अधिक छात्रों को शामिल करने की योजना पर काम कर रहा है, ताकि मेवात क्षेत्र में शिक्षा के स्तर को और बेहतर बनाया जा सके। यह पहल न केवल मेवात के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक सकारात्मक संदेश है कि शिक्षा के जरिए सामाजिक और आर्थिक बदलाव संभव है।
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