खादी उत्पादन केंद्र की पैमाखेडा गांव से हुई शुरुआत
महिलाओं की आर्थिक स्थिति में होगा सुधार : प्रदीप अहलावत
– जानी-मानी फैशन डिजाइनर मोनिका अहलावत ने महिलाओं को कटाई एवं सिलाई के बारे में दी जानकारी
– सिंगार कलेक्टर में शामिल हैं 12 गांव
यूनुस अलवी मेवात;
नूंह , 15 अक्टूबर। हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा संचालित श्यामा प्रसाद मुखर्जी र्रबन मिशन सिंगार क्लस्टर के अंतर्गत आने वाले पैमाखेडा गांव में रविवार को कड़ी उत्पादन केंद्र की शुरुआत की गई। इस मौके पर जिला परिषद सीईओ प्रदीप अहलावत ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत कर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। इसके अलावा केंटाबिल के सलाहकार शलभ श्रीवास्तव एवं जानी-मानी फैशन डिजाइनर मोनिका अहलावत ने भी कार्यक्रम में शिरकत कर महिलाओं को कटाई एवं सिलाई के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
आपको बता दें की नीति आयोग की सूची में हरियाणा का एकमात्र पिछड़ा जिला नूंह शामिल है। इस जिले में ग्रामीण महिलाओं को आजीविका से जोड़ने के लिए लगातार प्रयास होते रहे हैं, इसी के चलते हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ने रविवार को एक नई पहल की है। अब गांव की महिलाएं भी कटाई एवं सिलाई के काम में अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को बेहतर बना सकती हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें अत्याधुनिक मशीनों के बारे में प्रशिक्षण लेना अति आवश्यक है।
जिला परिषद सीईओ प्रदीप अहलावत ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि यह एक अच्छी शुरुआत है। इसके लिए पैमाखेडा गांव के पूर्व सरपंच भूरू ने अपने आवास में प्रशिक्षण केंद्र शुरू करने का अवसर दिया है। उन्होंने कहा कि इस तरह के कामों से महिलाओं की आर्थिक स्थिति में तेजी से सुधार होगा। इलाके की सैकड़ों महिलाओं को इस केंद्र में प्रशिक्षण लेकर स्वरोजगार मिलेगा और देश की जानी-मानी कंपनियों में भी उनको कामकाज मिलेगा। इसके अलावा केंटाबिल के सलाहकार शलभ श्रीवास्तव ने कहा कि यहां से कामकाज सिखाने वाली महिलाओं को बड़ी कंपनियों में भी काम मिलेगा, लेकिन उससे पहले उन्हें कुशल कारीगर बनने के लिए प्रशिक्षण लेने की आवश्यकता है। इसके अलावा मोनिका अहलावत ने खादी उत्पादन केंद्र में काम कर रहीमहिलाओं से जाकर मुलाकात की और उनको फैशन डिजाइनिंग के बारे में जानकारी दी।
इस काम की शुरुआत होने से इलाके की महिलाओं के चेहरे पर भी खुशी देखने को मिली। उन्होंने कहा कि अब उनके सामने इस केंद्र में काम सीखने के बाद कम से कम रोजी – रोटी का संकट नहीं खड़ा होगा। इससे परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। कुल मिलाकर अब जिले के पैमाखेड़ा गांव में खादी उत्पादन केंद्र की शुरुआत हो गई है। यह योजना केंद्र सरकार की है और सिंगार कलेक्टर में आने वाले 12 गांव के लिए है, लेकिन समय पड़ने पर अगर जिले के अन्य क्षेत्रों में भी इस तरह की मांग आई तो उस पर हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन विचार करेगा
और ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को कामकाज से जोड़ने की कोशिश करेगा। इस अवसर पर इरशाद चेयरमैन पंचायत समिति पुनहाना, भूरू पूर्व सरपंच, आरिफ मामलीका, अब्दुल रब असरी, जाहिद हुसैन, मुबारिक हुसैन, वसीम अकरम, मोहमद महमूद, तारीफ खान, परवेज आलम, सुभाष कुमार, मनीषा, हंसराज, राज रानी, जन्नती, सबीला, नियामत पैमाखेडा, मोहमद भूरू, नसीम पटवारी इत्यादि गणमान्य लोग मौजूद थे।
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