–दया भडाना को मुस्लिम बहुल गांव सिंगार ने विधानसभा का चुनाव लड़ाने का किया एलान
–गांव में पंचायत कर व पगड़ी बांधकर दिया समर्थन
–दया भड़ाना, पूर्व मंत्री करतार भडाना, पूर्व सांसद अवतार सिंह भड़ाना की बहन है।
यूनुस अलवी
नूंह/पुन्हाना
पूर्व मंत्री करतार भडाना व पूर्व सांसद अवतार सिंह भडाना की बहन दया भड़ाना को मेवात के सबसे बड़े मुस्लिम सिंगार गांव ने पुन्हाना विधानसभा से चुनाव लडाने का एलान किया है। गांव में पंचायत कर इसका फेंसला लिया गया और दया को पगड़ी बांधकर अभी से चुनाव प्रचार में जुट जाने का भी आहवान किया। अकेले सिंगार गांव में तकरीबन 15 हजार से अधिक वोट हैं। सिंगार गांव में मुस्लिम बडगूजर गौत्र के लोग रहते हैं।
शनिवार को सिंगार गांव में एक पंचायत आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता सिंगार 22सी के चौधरी इब्राहीम ने की। पंचायत में गांव के तसब्बुर जेलदार, तैयब हुसैन चेयरमैन, हनीफ सरपंच, अलफताब सरपंच, साबिर शेरखां, रशीद उसमान, इद्दी खान, चौधरी साबिर कुरैशी, चेयरमेन नबाब कुरैशी, यासीन चौधरी, हाजी रजाक, दादा यासीन, दादा मौजखां, ब्लोक समिति सदस्य ताहिर व जुनैद, सलीम नंबरदार, हारून, शेरू, मज्जल, मुज्जी, नगदा, बिल्लू कुरेशी पंच, हाजी अताउल्ला कुरैशी, कासम सैक्ट्री, अत्ती प्रधान और अबदुल, साबिर सहित सैंकड़ों प्रमुख लोगों ने गांव की ओर से दया भडाना को चुनाव लडाने की घोषिणा की।
इस मौके पर गांव के लोगों ने कहा कि उनके अकेले गांव में 15 हजार वोट है। उनकी बाईसी में 40 हजार वोट है। हमेशा ही उनका गांव एक वोटर रहा है। इस बार पूरी ताकत के साथ दया भडाना को चुनाव लडाया जा रहा है। क्यों कि दया भड़ाना उनके ही गोत्र की बेटी है। आज तक किसी भी नेता ने उनके गांवों का कोई विकास नहीं किया है।
दया भडाना ने कहा सिंगार मेरा अपना गांव है। आज यहां से उसे एक मजबूत ताकत मिली है। पूरे विधानसभा क्षेत्र में इस बार उनको पूरा समर्थन मिल रहा है। अब से पहले के नेताओं ने केवल जनता को लूटने का काम किया है। विकास के नाम पर एक इंट तक नहीं लगाई है। आज भी यहां के लोग पीने के पानी, नहरी पानी और सड़क जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं। अस्पतालों में डॉक्टर नहीं स्कूलों में अध्यापक नहीं और विभागों में कर्मचारी नहीं है।
दया भडाना ने कहा सिंगार गांव ने एकजुट होकर उसे जो समर्थन दिया हैं उसे जिंदगी भर नहीं भूल सकती और जिसके साथ भाई खडे हो जाए उसे कोई नहीं हरा सकता।
बोस्स–
भाजपा को नहीं देगें वोट
गांव सिंगार की जनता ने दया भडाना को समर्थन देते हुए 22सी के चौधरी इब्राहीम ने कहा कि वह भाजपा को छोड़ किसी भी पार्टी का टिकट ला सकती है या निर्दलीय चुनाव लड सकती हैं। नूंह हिंसा के बाद जिस तरह बेकसूरों को जेलो में बंद किया गया उससे उनके गांव के लोग काफी आहत है। वे किसी भी कीमत पर भाजपा को वोट नहीं देंगें। इब्राहीम की इस मांग पर दया भडाना ने साफ कहा कि वह किसी भी कीमत पर भाजपा के टिकट पर चुनाव
नहीं लडेगी।
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