रोजका मेव पंचायत में 25 करोड़ गबन के दो आरोपी ग्राम सचिवों को मिली जमानत
–अदालत ने दोनों आरोपियों को एक-एक लाख के मुचलके पर जमानत पर छोड़ा
–इस मामले में अब तक 7 आरोपियों की गिरफ्तारी और तीन की जमानत हो चुकी है।
यूनुस अलवी
नूंह,
नूंह जिला के बहुचर्चित गांव रोज़का मेव ग्राम पंचायत में करीब 25 करोड़ रुपए के गबन में मामले में दो और आरोपी ग्राम सचिवों की हुई जमानत। आरोपियों के वकील ताहिर हुसैन देवला ने बताया कि जिला सेशन जज सुशील गर्ग की अदालत ने इमरान व जावेद ग्राम सचिव की सोमवार को एक एक लाख रूपये मुचलके के साथ जमानत पर रिहा करने के आदेश दिए है। अब तक पूर्व महीला सरपंच खातूनी, रमजान पूर्व सरपंच, बैंक कर्मचारी नसीम गुरुग्राम और काजम ठेकेदार आकेड़ा, दीन मोहम्मद पटवारी एचएसआईडीसी और इमरान व जावेद ग्रामसचिव सहित पांच आरोपियों की गिरफ्तारी और तीन की जमानत हो चुकी है।
आपको बता दे कि भारत के राष्ट्रपति द्वारा गोद लिए नूंह जिला की ग्राम पंचायत रोजका मेव में करीब 25 करोड़ रूपये के गबन का मामला हाल ही में सामने आया है। डीसी धीरेंद्र खडगटा ने बीडीपीओ रोजका मेव की जांच रिपोर्ट पर रोज़का मेव के तत्कालीन सरपंच रमज़ान, महिला पूर्व सरपंच खातुनी और मौजूदा सरपंच दीन मोहम्मद, बैंक अधिकारी, डीआरओ, एचएसआईआईडीसी व फर्मों व व्यक्तिगत खातों के मालिकों के खिलाफ धोखाधड़ी, गबन, सार्वजनिक धन का दुरुपयोग और सार्वजनिक विश्वास का उल्लंघन सहित अन्य धाराओं में दर्ज कराया था। वहीं गांव के मौजूदा सरपंच दीन मोहम्मद को निलंबित कर दिया। डीसी ने नूंह के एसडीएम को गबन करने वाले अधिकारियों, सरपंचों से पंचायत के सारे पैसे 21 फीसदी ब्याज के साथ वसूलने करने के भी आदेश दिए थे।
नूंह डीसी धीरेंद्र खड़गटा ने 4 नवंबर को दिए अपने आदेश कहा की बीडीपीओ ईण्डरी द्वारा 18 अक्तूबर को एक शिकायत की जांच के बाद विस्तृत रिपोर्ट भेजी थी। रिपोर्ट के अनुसार ग्राम पंचायत रोजकामेव में एचएसआईआईडीसी से प्राप्त कुल मुआवजा राशि 24 करोड़ 27 लाख 90 हजार 728 रू० प्राप्त हुई थी। तत्कालीन सरपंच ग्राम पंचायत रोजका मेव के द्वारा एचएसआईआईडीसी के अधिकारियों, डी०आर०ओ० कार्यालय व बैंक अधिकारियों की मिलीभगत व नियमों की अनदेखी करते हुए बिना खण्ड कार्यालय को सूचना दिये उक्त राशि को यूनियन बैंक झाड़सा गुरूग्राम में सिंगल सिग्नेटरी से अपना ग्राम पंचायत का खाता खुलवा दिया गया। इसके पश्चात तत्कालीन सरपंच रमजान, उसके बाद सरपंच बनी खातूनी द्वारा समय समय पर उक्त राशि में से अलग-अलग खातों व फर्मों को ट्रांसफर कर दिया गया तथा इसमें से कुछ राशि को स्वयं के द्वारा निकाल लिया गया।
जांच रिपोर्ट के अवलोकन से पाया कि पूर्व सरपंचों व हाल सरपंच दीन मोहम्मद द्वारा भी चार्ज लेने के पश्चात इन खातों के संबंध में कोई जानकारी खण्ड कार्यालय को नहीं दी गई। कई बार पत्राचार करने के बावजूद भी जांच अधिकारी को कोई जवाब प्रस्तुत नहीं किया गया तथा न ही हाल सरपंच दीन मोहम्मद के ने ग्राम पंचायत रोजका मेव का रिकॉर्ड जांच के लिए प्रस्तुत किया।
जांच रिपोर्ट अनुसार एचएसआईआईडीसी तथा जिला राजस्व अधिकारी नूंह कार्यालय द्वारा भी करीब 25 करोड़ की मुआवजा व रॉयल्टी राशि जारी करने के संबंध में खण्ड कार्यालय को कोई सूचना नहीं भेजी गई तथा अपने स्तर पर तत्कालीन सरपंच रमजान के द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों के आधार पर राशि सीधे शिकायत में वर्णित खातों में डाली गई जिसके संबंध में खण्ड कार्यालय को कोई सूचना नहीं दी गई। जांच में पाया गया कि मुआवजा राशि व रॉयल्टी राशि के संबंध में कोई भी रिकॉर्ड मैन्टेन नहीं
किया।
No Comment.