सक्षम लोगों को साथ जोड़कर जरूरतमंदों को बांटे गर्म कंबल
यूनुस अलवी
गुरुग्राम,
*टीमनवकल्प* ने घुप्प धुंध में लिपटीसक्षम लोगों को साथ जोड़कर जरूरतमंदों शनिवार की सर्द सुबह में खेड़की दौला टोल के पास जरूरतमंदों को गर्म कंबल वितरित कर लोहड़ी का पर्व सेलिब्रेट किया।
*आज के अभियान में जिला #रेडक्रॉस सोसायटी गुरुग्राम, #जमुनाऑटो और #वस्त्रम का भी साथ था।* Navkalp Foundation का यह अभियान करीब एक माह से जारी है। संस्था के महासचिव डॉक्टर सुनील आर्य के अनुसार अभी तक करीब 1300 कंबल और 1000 कपड़े के जूते वितरित किए जा चुके हैं।
*आज के इस अभियान में #नवकल्प के फाउंडर अध्यक्ष अनिल आर्य, जमुना ऑटो की सीएसआर हेड संयम मराठा जी, #रेडक्रॉस के जिला सचिव विकास कुमार जी और उनकी टीम, Navkalp से महासचिव डॉक्टर सुनील आर्य, सुभाष पाहवा जी, सीए रविंद्र महेश्वरी जी, जिला सरपंच एसोसिएशन के अध्यक्ष व सिकंदरपुर के पूर्व सरपंच सुंदर लाल यादव जी, कासाबेला सोसायटी की RWA के अध्यक्ष धर्मवीर जी की भी भागीदारी रही।*
इस मौके पर सुंदर लाल यादव, Sanyam Maratha , विकास कुमार ने कहा कि अंदर तक बींध देने वाली इस ठंड में जरा उन लोगों की सोचिए जो अपनी मजबूरियों की वजह से ना तो पर्याप्त गर्म कपड़े ले पाते ना ही जाड़े की लंबी रातों में रजाई, कंबल की सलीके से व्यवस्था कर पाते। कोई खुले आसमान के नीचे सोने को मजबूर है तो कोई घुटने मोड़कर पेट से चिपकाकर खुद में सिमटने को। ऐसे जरूरतमंदों लोगों को इस भीषण शीत में जब ठंड हड्डियों में भीतर तक घुस जाए तब कुछ राहत देने के उद्देश्य से समाज के कुछ ऐसे हाथ हृदय आगे बढ़ते हैं, जिन्हें ईश्वर ने धन से भी सक्षम बनाया है और मन से भी। उन्होंने कहा कि *नवकल्पफाउंडेशन* ने अपने इस अभियान के माध्यम से ऐसे सक्षम लोगों को साथ जोड़कर जरूरतमंदों के लिए राहत देने की जो कोशिश की है, वह अनुकरणीय है।
*Navkalp* के महासचिव Dr Sunil Arya ने कहा कि हमने ऐसे ही सहृदय संवेदनशील मित्रों के सहयोग से कंबल उड़ाकर अपना दायित्व पूर्ण करने की तिनका भर कोशिश की है। पिछले सप्ताह में *टीमनवकल्प* से अजय शर्मा, गौरव शर्मा, प्रवीण सिंगला, दीपक सिंगला आदि ने शहर के अलग अलग हिस्सों में कंबल और कपड़े के जूते वितरित किए । अभियान अभी जारी है।
*हम आप से भी यह अनुरोध करते हैं कि इस अभियान में भागीदार बनें। इसके लिए आपको अधिक कुछ नहीं करना। बस इत्ता भर करना है कि अपने साथ में कुछ कंबल और कुछ चप्पल जूते रखें और जहां जरूरतमंद दिखें उन्हें दे दें। Navkalp के माध्यम से करना चाहें तो हमें व्हाट्सएप पर संपर्क करें।*
सच मानिए, आप को जो संतुष्टि मिलेगी वह अवर्चनीय होगी। बदले में ईश्वर आपको भरपूर देंगे। कोशिश तो कीजिए और हां यदि संभव हो तो अपने बच्चों को भी साथ ले जाइए, उनमें एक ऐसा पुण्य भाव, ऐसा सुसंस्कार आप रोप देंगे जो आपकी आने वाली पीढ़ियों को भी तार देगा।
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