तावडू बेरी नस्फी गांव में जांच के बाद मनरेगा की खुल सकती है कई परतें
गांव के पूर्व सरपंच ने विकास कार्यों में की अनदेखी
नसीम खान
तावडू,
खंड के गांव बेरी नस्फी गांव में सरपंच पर ग्रामीणों ने मनरेगा योजना के तहत कराए विकास कार्यों में धांधली के बड़े आरोप लगाए है। गांव बेरी नस्फी निवासी अब्दुला पुत्र वहीद ने गांव के पूर्व सरपंच अब्दुल जब्बार व सरपंच के भाई बसीर पुत्र दीन मोहम्मद, अब्बुल पुत्र गौरख खान पर मनरेगा योजना के तहत 15 करोड़ की राशि का घोटाला करने का आरोप लगाया है। इसके अलावा गांव की नवनिर्वाचित सरपंच सुरेया बैगम द्वारा फर्जी प्रमाण पत्रों के सहारे सरपंच पद हथियाने का भी आरोप लगाया है।
शिकायतकर्ता ने हाल में इस मामले की पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारनियां से जांच कराने की मांग की। इससे पूर्व उन्होंने उपायुक्त, अतिरिक्त उपायुक्त, तावडू एसडीएम को भी शिकायत देकर उचित कार्रवाई की मांग की। उन्होंने शिकायत में मांग की वर्ष 2016 से अब तक कितने व्यक्तियों के जॉब कार्ड बनाए हंै, उनके ब्यान लेकर विस्तारित जांच की जाए क्या उन लोगों ने वास्तविक कार्य किए है या नहीं। उन्होंने उक्त सरपंच पर आरोप लगाया कि मनरेगा के तहत गांव से दूर लोगों के पुन्हाना बैंक में खाते करवाए गए थे। जो बेरी गांव से लगभग 75 किलोमीटर दूर है। उक्त सरपंच ने अपने कथित रिश्तेदार मुबीन मैनेजर गांव नगीना से सांठगांठ कर मजदूरों के खाते खुलवाने का भी आरोप लगाया है। उनको भी इस जांच में शामिल किया जाए। उन्होंने कहा कि सरपंच अब्दुल जब्बार व उसके भाईयों पर 4 बड़ी गाडिय़ा है। इन पर लगभग एक लाख से डेढ़ लाख तक के फोन है व हरियाणा राज्य के साथ लगता हुआ राजस्थान के भिवाडी में कई प्लाटें है। उन प्लाटों बड़ी इमारत खड़ी की है। सरपंच अब्दुल जब्बार व उसके भाईयों ने दो-तीन फर्म अगल-2 नाम से बनाई हुई है। लगभग डेढ़ माह पहले अब्दुल जब्बार सरपंच व उसके भाई बसीर के खाते से लगभग 25 लाख ऑनलाइन कट गए थे। वह पैसा कहां से आया है। उसकी भी जांच की जाए। सरपंच ने सन 2016 से अब तक ब्लाक तावडू में कई पंचायतों में सरपचों व बीडीओ ऑफिस के कर्मचारियों से मिलकर मनरेगा कई बहुत कार्य किए है। हाल में भी ब्लाक तावडू की कई पंचायतों में इसका कार्य मनरेगा के तहत अब भी चल रहा है। इन कार्यों को मास्टर मांईड बसीर व अब्बुल है। अब्बुल सीएससी का कार्य करता है। तमाम फर्जी तरीके से निकाले गई राशि का कार्य अब्बुल ने ही किया है। और इनके कार्यों को करने में उपरोक्त कार्य के समय पंचायत विभाग कार्यालय का भी हाथ है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरपंच ने ऐसे रास्तों के पैसे लिए जोकि धरातल पर बने नहीं है। जैसे कि मुरारी के घर से गोपीराम फार्म तक व बाहया के घर से मस्जिद तक कब्रिस्तान से मुफीद के खेत तक व नया कब्रिस्तान नजीदीकी आगंनबाड़ी भवन की चार दिवारी अब्दुल्ला के घर से सामने वाले कब्रिस्तान की चारदीवारी उपरोक्त कार्य केवल कागजात में बने हुए है। जोकि मौके पर नहीं बने है। इन कार्यों को केवल कागजात में ही दर्शाकर पैमेंट निकाली है। अब्दुल्ला ने आरोप लगाया कि सरपंच अब्दुल जब्बार उसके भाई बसीर, तसलीम व अब्बुल वगैरा ने मालती देवी फार्म हाउस के साथ लगते गांव की 54 कनाल जमीन पर अपना कब्जा किया हुआ हैं इस जमीन में से लगभ 5-6 लाख रुपये के पेड़ काटकर बेच दिए है। उन्होंने आरोप लगाया कि असलियत को छुपाने के लिए जॉब कार्ड को सरकारी लिस्ट में से डिलीट भी किया है।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारनियां ने ग्रामीणों को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
वहीं इस बारे में जब तावडू के बीडीपीओ राजसिंह से बात करने की कोशिश की पर उन्होंने फोन को रिसीव नहीं किया।
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