• सरकार और प्रशासन की लापरवाही से बंजर हो रही हे हजारों एकड़ जमीन
• विधानसभा में बार बार मुद्दा उठाने पर भी सरकार गंभीर नहीं – विधायक आफताब अहमद
यूनुस अलवी
नूंह (मेवात)
गुडगांव कैनाल के आसपास सैकड़ो गांवो की हजारों एकड़ जमीन की सैम के कारण सिंचाई ने होने और ड्रेन में आ रहे कैमिकल युक्त दूषित पानी को लेकर नूंह विधायक एवम सीएलपी कांग्रेस के उपनेता चौधरी आफताब अहमद ने चिंता व्यक्त की है।
आफताब अहमद ने कहा कि गुड़गांव नहर में दूषित पानी आने और नहर के साथ-साथ लगते गांव की हजारों एकड़ जमीन में सेजा यानि सेम के कारण बिजाई ने होने का मुद्दा वह स्थानीय अधिकारियों से लेकर विधानसभा तक उठ चुके हैं लेकिन इसको लेकर जहां सरकार गंभीर नहीं है वहीं प्रशासन की ओर से भी कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।
आफताब अहमद का कहना है कि एनसीआर की तमाम फेक्ट्रियो का दूषित और गंदा केमिकल युक्त पानी जो मेवात से राजस्थान तक जाता है जिससे नूंह जिले का वातावरण लगातार दूषित हो रहा है। एक और जहां नूंह व इंडरी खंड के गांव टपकन व ऊदाका में कैंसर रोगी बढ़ रहे हैं तो दूसरी और हजारों एकड़ जमीन बंजर हो चुकी है। अगर समय रहते प्रदेश सरकार ने इस और ध्यान नहीं दिया तो आने वाला कल मेवात के लोगो के लिए अधिक भयावक होगा।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि वह लगातार दस साल से जिले में आ रहे इस दूषित पानी को बंद करने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह जिले के किसानों को अब पूरी तरह से बर्बाद कर रहा है। कई जगहों पर जमीन के बंजर होने से किसानों ने मजबूर होकर अपने खेतों में तालाब बना लिए है। यह नूंह जिले का बहुत ज्वलंत मुद्दा है। मजबूरी में आकेड़ा, मालब, कोटला आदि गांवों के किसान इसे इस्तेमाल करने को मजबूर हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि अधिक पानी के आने से यह समस्या हो रही है जबकि असलियत यह है कि यह कैमिकल युक्त पानी है जिससे जमीन बंजर हो रही है। उन्होंने सरकार से मांग की इसके लिए जल्द से जल्द अलग विशेष योजना बनाकर कार्य किया जाए। उन्होंने बताया कि बीते दो साल से नूंह के गांवों में 40 बोरवैल लगाने को लेकर योजना बनाई थी। लेकिन सरकार ने इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने हाल में साथ के लगते राजस्थान प्रदेश को पानी देने का करार किया है जोकि गलत है यह प्रदेश के लिए पूरी तरह से शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के पानी को पंजाब नहीं दे रहा है। प्रदेश में पहले से पानी नहीं है। अगर बरसात का अधिक पानी होता है तो सरकार जल्द से जल्द नूंह जिले की कोटला झील का विस्तार कर उस पानी को मेवात को दें। जिससे यहां का जल स्तर बढ़ सके । दूसरी और स्वच्छ पानी से किसान अपने खेतों की सिंचाई कर सकें।
उन्होंने कहा कि नूंह ड्रेन में आने वाले पाने के रूप में जहर से प्रतिदिन मेवात जिले की बर्बादी हो रही है। फरीदाबाद जिले की पूरी गंदगी से आज यहां का वातावरण दूषित हो रहा है। ऐसे में सरकार को इस बारे में योजना बनाकर कार्य करना चाहिए।
आफताब अहमद ने कहा कि यह समस्या केवल नूह खंड की नहीं है बल्कि नुहू जिले की है जिसमें नगीना पुनहाना का काफी इलाका आता है यह गुडगांव कैनाल जो राजस्थान तक जाती है।
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