• गो रक्षक सोनू को गोली मारने वाले गोतस्कर कालू बलदेव को भेजा जेल,
• बड़ा सवाल, आखिर गो रक्षक बिना पुलिस के रेड मारने क्यों पहुंचे
• गोरक्षक दल के सदस्यों पर फायरिंग करने के आरोपी गोतस्कर कालू को अदालत ने भेजा जेल
• पुलिस ने 5 दिन का अदालत से मांगा था पुलिस रिमांड
• कालू के दो अन्य साथियों की गिरफ्तारी की मेवात पुलिस दे रही है दबिश
• गौ रक्षक दल के सदस्य बिना पुलिस को सूचना दिए ही कर रहे थे कारवाई
• दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे पर फिरोजपुर झिरका थाने के गांव शेखपुर के पास शनिवार को हुई थी घटना
• गो तस्करों की फायरिंग में रेवाड़ी जिला के सोनू सरपंच गंभीर रूप से हो गया था घायल
• गौरक्षक सोनू को गोली लगने के बाद पुलिस को दी गई थी सूचना
• गो तस्कर जयपुर से दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे से गायों से भरकर पिकअप को दिल्ली ले जा रहे थे
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यूनुस अलवी, ख़बर हक डॉटकॉम
मेवात/हरियाणा
गोरक्षक दल के सदस्यों पर फायरिंग करने के आरोपी गो तस्कर कालू को फिरोजपुर झिरका पुलिस ने रविवार को अदालत में पेश किया। पुलिस ने अदालत से आरोपी को 5 दिन के पुलिस रिमांड पर मांगा था लेकिन अदालत ने आरोपी गोतस्कर को रिमांड पर देने की बजाए जेल भेज दिया। कालू के दो अन्य साथियों की गिरफ्तारी के लिए मेवात पुलिस उनके ठिकानों पर दबिश दे रही है।
फोटो घायल सोनू सदस्य गो रक्षा दल
दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे पर फिरोजपुर झिरका थाने के गांव शेखपुर के पास शनिवार को गो तस्करों ने फायरिंग कर सोनू उर्फ देवेंद्र सरपंच जिला रेवाड़ी को गंभीर रूप से घायल कर फरार हो गए। जबकि पिकप पलट जाने पर गो रक्षक दल के लोगो ने एक कालू पुत्र बलदेव नाम के आरोपी को पकड़ लिया और गौरक्षक सोनू को गोली लगने के बाद पुलिस को इसकी सूचना गई। पुलिस जब तक मोजे पहुंचती तब तक दोनो गो तस्कर आरोपी मौके से फरार हो गए। घायल का इलाज गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में चल रहा है। वही गो तस्कर जयपुर से दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे से गायों से भरकर पिकअप को दिल्ली ले जा रहे थे।
नूंह जिला के थाना फिरोज पुर झिरका पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 279, 336, 307, 34 1PC, 25-54-59 आर्मज ACT और 11-59-60 AC ACT, 5/13(2), 17HGS & GS ACT के तहत मुकदमा दर्ज कर अन्य आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
रोहित यादव पुत्र सुनील कुमार निवासी नन्दू गौशाला धारूहेड़ा जिला रेवाडी ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि मेरा खुद का विजनेस है, मैं गौरक्षा दल का सदस्य भी हूँ। दिनाक 15 जून को सुबह वह, सोनू उर्फ देवेन्द्र पुत्र शीशराम यादव निवासी फिदेडी जिला रेवाडी, हन्नी अभिषे, रितिक निवासी तावडू, सन्जु निवासी धारुहेडा, यादव निवासी मोहम्मदपुर अहीर थाना सदर तावडू टीम में थे जो सभी स्कोरपियो गाडी HR 36-R-2055 में दिल्ली मुम्बई- एक्सप्रेस वे पर मोजुद थे। मुखवर खास ने सुचना दी की गाडी व्लोरो पिकअप न आरजे 41 जीए 1808 जिसमें गऊ तस्करी के लिए गायो से भरकर जयपुर से दिल्ली की तरफ आ रही है। जिसमें कालू पुत्र बलदेव निवासी मालकी ढाणी जिला दुधू तथा दो अन्य गाड़ी में बैठकर आ रहे है।
जिस बारे हमारे द्वारा गोरक्षा स्टाफ को सुचित किया गया वा मुंबई एक्सप्रेस वे पर नाका बन्दी की गई जो कुछ देर बाद गाडी न RJ-41-GA-1808 आती दिखाई दी जिसको हमने रुकने का इशारा किया जो पिकअप चालक ने अपनी पिकअप को बड़ी तेज रफतार से चलाता हुआ आया जो पिकअप गाडी को रुकवाने कि कोशिश वा पीछा किया तो पिकअप चालक वा अन्य बैठे व्यक्ति अपनी चलती हुई पिकअप को छोडकर भागने लगे तो, हमारे साथी सोनू उर्फ देवेन्द्र ने पकने की कोशिश की तो उसको गोली मार दी वा गाडी में बैठ कर मौके से भाग गये जो पिकअप गाडी साईड में पलट गई। हमने गाडी को चैक किया तो गाडी में गाय भरी हुई थी। मौके से उन्होंने कालू पुत्र बलदेव को पकड लिया था। जिसके बाद हमने अपने साथी सोनू उर्फ देवेन्द्र को इलाज के लिए पलवल, उसके बाद फरीदाबाद वा उसके बाद गुरुग्राम लेकर चले गए।
फोटो गिरफ्तार आरोपी कालू पुत्र बलदेव
पुलिस की दौराने जांच में आरोपी कालू ने अपना अपराध कबूल कर लिया है। वही उन्होंने अपने अन्य दो साथियों के नाम गांव का भी खुलासा किया है। आरोपी ने पुलिस को बताया की उसके साथी काजोड और अडमान इस समय बाडमेर या नैनीताल मे हो सकते हैं, वह उस स्थान के बारे में जानता है। तथा आरोपीयान की गिरफतारी करा सकता है। आरोपी के इसी बयान को लेकर पुलिस ने कालू को अदालत से 5 दिन के पुलिस हिरासत रिमाण्ड पर मांगा था लेकिन अदालत ने रिमांड देने की बजाए आरोपी को जेल भेज दिया।
क्या कहते है डीएसपी
फिरोजपुर झिरका के डीएसपी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि हत्या का प्रयास सहित अन्य धाराओं के तहत तीन आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कालू नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया गया है, जिसे रविवार को अदालत में पेश कर अदालत से 5 दिन के लिए पुलिस डिमांड मांगी गई लेकिन अदालत ने उनकी मांग को ना मंजूर करते हुए आरोपी को जेल भेजने के आदेश कर दिए हैं। डीएसपी का कहना है कि अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए हैं, जिनको भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। वहीं डीएसपी ने माना कि गौ रक्षक दल के लोगों ने सोनू को गोली लगने के बाद ही पुलिस को सूचना दी, उसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन तब तक आरोपी तस्कर मौके से फरार हो चुके थे।
यहां अब ये सवाल उठता है की जब डेढ़ दो साल पहले गो रक्षक दल के सदस्यों द्वारा अकेले ही गो तस्करों के खिलाफ करवाई करने पर काफी बबाल उठा था। यहां तक ये मामला मेवात के तीनो विधायकों ने जोरशोर से उठाया था और फिरोजपुर झिरका से कांग्रेस विधायक मामन खान ने सदन में ही कहा था की अगर अब कोई भी रक्षा दल का सदस्य मेवात आएगा तो उसकी प्याज सी फोड़ दी जाएगी। जिसके ऊपर भी काफी हंगामा हुआ था। कुल मिलाकर उसके बाद एक बार फिर गो रक्षा दल के सदस्य बिना पुलिस के अपनी मर्जी से मेवात में आकर ही ऐसी करवाई कर रहे हैं। इस बार अगर फायरिंग करने वाला कोई मुस्लिम होता तो पूरे प्रदेश में हंगामा खड़ा हो सकता था।
अब बात ये आती हे की शिकायत कर्ता रोहित द्वारा पुलिस को दी शिकायत में कहा की नाके बंदी से पहले गो रक्षक दल ने गो रक्षा स्टाफ को सूचना दी थी और दोनो ने मिलकर नाके बंदी की थी।
अब यहां एक और सवाल खड़ा होता है अगर गो रक्षक दल के सदस्यों के साथ गो रक्षा स्टाफ था तो जब सोनू को गोली लगी थी तब गो रक्षा स्टाफ ने गो तस्करों पर फायरिंग क्यों नही की और बड़ी बात ये है अगर गोरक्षक दल के साथ पुलिस थी तो फिर आरोपी केसे फरार हो गए जबकि आजकल पूरे जंगल में छुपने के लिए एक पेड़ तक नही है। चलो मान लेते है गो रक्षक दल के साथ गो रक्षक स्टाफ था तो फिर मुकदमा में सरकारी कार्य में बाधा डाले सहित धाराएं क्यों नहीं लगाई गई। ये सारे सवाल है जिनकी जांच होनी चाहिए। ये भी जांच होनी चाहिए की गो रक्षक दल के सदस्य बिना पुलिस को साथ लिए मेवात में इतनी बड़ी कारवाई को अंजाम देने केसे पहुंचे।
Author: Khabarhaq
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