इस्लामी मदरसे से गायब तीन बच्चे दिल्ली में मिले
-14 जनवरी को मदरसा से अचानक गायब हो गये थे छात्र
-गायब बच्चे मिलने से परिवार के लोगों में खुषी कर लहर
-सोसल मीडिया की मार्फत बच्चों का पता चला
फ़ोटो तीनो बच्चों के फोटो
यूनुस अलवी
मेवात
नूंह जिला के खंड फिरोजपुर झिरका के गांव मंहू स्थित मदरसा अफ़ज़ल उलूम से गायब तीन बच्चे दिल्ली के एक मदरसा में मिलने से जहां परिवार वालांे की खुषी का ठिकाना नहीं वहीं पुलिस ने भी राहत की सांस ली है। इसलामी मरदसा अफजल उलूम से अचानक 14 जनवरी को तीन छात्र गायब हो गए थे। फिरोजपुर झिरका पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर बच्चों की तलाश शुरू कर दी है।
गांव मढ़ी निवासी मोहम्मद खालिद ने बताया कि उनका भतीजा 11 वर्षीय मोहम्मद साफ़ी, खेड़ली कला गांव निवासी 12 वर्षीय आकिब और गुर्जर नगला निवासी 13 वर्षीय अंसार फिरोजपुर झिरका खंडके गांव मंहू स्थित अफजल उलूम मदरसा में पढ़ते थे। किसी ने बच्चों को डरा दिया था कि उसने उस्ताद (अध्धपक) उनको मारेगा। बच्चे पिटने की बात सुनकर डर गये और 14 जनवरी को मदरसा से अचानक गायब हो गये थे। इस बारे में फिरोजपुर झिरका थाने में गुमषुदी का मामला दर्ज करा दिया था।
उन्होने बताया कि मेवात के सैंकडों लोगों ने बच्चों के फोटो और वीडियों अपनी अपनी फेसबुक, वटसऐप आदि पर डालकर बच्चों की खोज की मुहिम षुरू कर दी थी। उन्होने बताया कि मेवात के तावडू खड के गांव खडखडी निवासी इमरान खान हेदराबाद में परीक्षा देने गया था। मदरसा से भागकर बच्चे पहले नूंह फिर दिल्ली जाने वाली सरकारी बस चढ़ गये। इमरान भी उसी बस में था। बच्चों से जब परिचालक ने पैसे मांगे तो उन्होने कह दिया कि उनके पैसे गिर गये है। तीनों बच्चे दिल्ली पहुंचकर कालेखां सराय बस अड्डा पर उतर कर पास में ही पंचपीरान मदरसा पहुंच गये। तीनों बच्चे तभी से पंचपीरान मदरसा में रह रहे थे। आज तीनों परिवारों के लोग दिल्ली पहुंचकर बच्चों को लेकर आ रहे है।
इमरान ने बताया कि जब मेवात के लोगों ने तीनों बच्चों के गुमषुदी की फोटो से साथ सोसल मीडिया पर डाला तो उसने तीनों को पहचान लिया। क्योंकि वे तीनों बच्चे उसके साथ दिल्ली कालेखां सराय बस अड्डा उतरे थे। उसके बाद उसने मेवात के लोगों को फोन कर बच्चों के बारे में जानकारी दी।
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