बारहवीं के नतीजों में मेवात के सबसे फ़िसड्डी रहने पर आफताब ने डीसी से मुलाकात कर पूछे कारण
ख़बरहक़
मेवात/हरियाणा
मेवात जिले के बारहवीं के नतीजे प्रदेश में सबसे खराब आने के मामले को लेकर नूंह विधायक व कांग्रेस विधायक दल के उप नेता चौधरी आफताब अहमद ने बृहस्पतिवार को जिला उपायुक्त अजय कुमार आईएएस से मिटिंग की और इन नतीजों पर अपनी गंभीर चिंता व्यक्त की है।
आफताब अहमद ने जिला उपायुक्त से कहा कि इन कारणों का पता लगाया जाए कि क्यों मेवात जिला बारहवीं के हरियाणा बोर्ड के नतीजों में सबसे पिछे रहे हैं, उन्होंने कहा इसके लिए कौन जिम्मेदार है, ये तय किया जाना चाहिए और जवाबदेही सुनिश्चित की जाए। आकांक्षावान जिले का सबसे फिसड्डी परीक्षा परिणाम शिक्षा विभाग व सरकार की पोल खोलता है।
बता दें कि नूंह विधायक आफताब अहमद ने मामले का संज्ञान लेते हुए जिला उपायुक्त से बैठक की जबकि विधायक ने जिला शिक्षा अधिकारी को भी बैठक में तलब किया लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी चंडीगढ में होने के कारण बैठक में नहीं पहुंच सके।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि मेवात जिला, हरियाणा बोर्ड की 12 वीं की परीक्षा में पूरे प्रदेश में अंतिम स्थान पर है, ये चिंताजनक और दुर्भाग्यपूर्ण है, ये ऐसा विषय है जिससे हमारे बच्चों का भविष्य जुडा हुआ है। खराब नतीजे मेवात के भविष्य के लिए अच्छे संकेत नहीं है इसलिए समय रहते हुए इस मसले पर सुधार की बहुत ज्यादा जरूरत है। इसीलिए जिला उपायुक्त से इस मामले में बैठक की गई है।
चौधरी आफताब अहमद ने बैठक में जिला उपायुक्त अजय कुमार आईएएस को एक पत्र सौंपकर कहा कि
मेवात जिला, हरियाणा बोर्ड की 12 वीं की परीक्षा नतीजों में प्रदेश में सबसे फिसड्डी क्यों है, इसके कारण ढूंढे जाए और इस खराब परिणाम के लिए जिम्मेदार कौन है।
उन्होनें कहा क्या ये नहीं माना जाए कि मेवात के जिला शिक्षा अधिकारी जो बीते एक साल में जिले में रहे, उनका प्रदर्शन व कार्य प्रदेश में सबसे फिसड्डी रहा।
विधायक आफताब अहमद ने जिला उपायुक्त से पूछा कि
7028 बच्चों में से 1485 छात्र कैसे फैल हो गये। उन्होनें जिला उपायुक्त से कहा कि भविष्य में इन खराब नतीजों को सुधारने व जिले को अंतिम पायदान से ऊपर उठने के लिए क्या योजना है, उसका रोडमैप ढूंढा जाए।
आफताब अहमद ने जिला उपायुक्त को कहा कि मेवात में स्थाई शिक्षक नियुक्ती की दरकार है, गैर सरकारी संगठनों के द्वारा की जा रही भर्तियों से अधिक सुधार की उम्मीद पूरी तरह से बेमानी है। उन्होनें कहा कि इन भर्तियों में सिर्फ मेवात के युवाओं को तरजीह दी जाए क्योंकि दूर जिलों के लोग यहां कम वेतन में काम नहीं करेंगे। इसलिए एक बार फिर मौका देकर परीक्षा आयोजित की जाए और स्थानीय पात्र युवाओं को नौकरी दी जाए।
इस पर जिला उपायुक्त ने विधायक को आश्वासन दिया की जल्द स्थाई नियुक्ती को शुरू किया जाएगा।
विधायक आफताब अहमद ने जिला उपायुक्त को सुझाव देते हुए कहा कि सभी प्राध्यापकों व प्रवक्ताओं से इन नतीजों को सुधारने के लिए सुझाव लिए जाएं व उन्हें भी अमल में लाया जाए।
आफताब अहमद ने कहा कि जिले की शिक्षा सुधार के लिए वो हर संभव प्रयास कर रहे हैं और सरकार से मेवात के लिए जरूरी शिक्षा संबंधित संसाधनों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। विधान सभा में भी उन्होंने विशेष तौर पर मेवात में शिक्षक भेजने का मामला उठाया था जिसपर सरकार को आखिरकार 547 शिक्षक मेवात भेजने पडे।
आगे भी जो भी जरूरत होगी उसे विधानसभा में उठाया जाएगा।
डीसी ने आश्वासन दिया है कि वो जिला शिक्षा अधिकारी व शिक्षा विभाग से इस बाबत पूरी रिपोर्ट लेकर विधायक नूंह के साथ बैठक करेंगे और कारणों का अध्ययन करके, समाधान करने का काम करेंगे।
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