खंडहर बन गया सात एकड़ पर करोड़ों रुपये की लागत से बना खेल स्टेडियम
नहीं हो सका है औपचारिक उद्घाटन, वर्ष 2013 में बनाया गया था स्टेडियम
ख़बर हक
• पिनगवा
नूंह जिले के कस्बा पिनगवां में करोड़ों रुपये की लागत से निर्मित स्टेडियम का रख-रखाव नहीं हो रहा है। ऐसे में वह खंडहर में बदल चुका है। स्टेडियम में चौकीदार नहीं हैं। इस कारण इमारत में लगे दरवाजे- खिड़कियां तक चोरी हो गए हैं लेकिन सरकार का इस और बिलकुल भी ध्यान नहीं है। ऐसे में क्षेत्र की खेल प्रतिभाओं को कैसे तराशा जाए, यह सोचने का विषय है। सुविधाओं के अभाव में क्षेत्र की खेल प्रतिभाएं दूर अन्य स्टेडियमों में जाने को मजबूर हैं।
खेल मैदान में उगी हैं कांटेदार झाड़ियां
खेल मैदान की स्थिति काफी खराब है। मैदान में कांटेदार झाड़ियां उगी हुई हैं। इस ओर न तो खेल विभाग का ध्यान है और न ही प्रशासन का ही है। वर्ष 2010 में प्रदेश सरकार ने खेल प्रतिभाओं को तराशने के लिए पिनगवां में सात एकड़ में खेल स्टेडियम बनाया था। सरकार और प्रशासन की अनदेखी के चलते ये बदहाल हो चुका हे।
पिनगवां पंचायत की सात एकड़ जमीन पर वर्ष 2013 में स्टेडियम बनकर तैयार हो गया था, लेकिन आज तक इमारत का आधिकारिक रूप से उद्घाटन तक नहीं हो पाया है। 10 साल बाद स्टेडियम खंडहर में बदल गया है। खिलाड़ियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।नूह में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है। जब स्टेडियमों में खेल सुविधा और कोच की नियुक्ति नहीं होगी तो प्रतिभाओं को कैसे तराशा जा सकता है।
ग्रामीण ऋषि गौतम कहते हैं कि प्रशासन को स्टेडियम की दोबारा से मरम्मत करानी चाहिए। स्टेडियम में उगी हुई झाड़ियों की सफाई कराई जाए ताकि बच्चे यहां खेल अभ्यास कर सके।
जेजेजे पार्टी की खेल प्रकोष्ठ के युवा जिला अध्यक्ष तसलीम पहलवान ने सरकार से मांग है कि जल्द स्टेडियमों की दशा सुधारी जाए। यहां के मैदान की साफ-सफाई समेत अन्य मूलभूत सुविधाएं दी जानी चाहिए।
वहीं बाक्सिंग कोच मनोज खान ने भी माना की जब तक स्टेडियम में कोच की नियुक्ति नहीं की जाएगी और चौकीदार नहीं लगाया जाएगा तब तक हालत सुधर नहीं सकते है।
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