• अब मेवात के सालिम याहया का बड़ा कारनामा, लंदन स्टॉक एक्सचेंज में फाइनेंसियल एनालिस्ट बने
• लंदन स्टॉक एक्सचेंज में नोकरी पाने वाले सालिम याहया पहले मेवाती होंगे।
फोटो सालिम याहया
यूनुस अलवी
नूंह/मेवात/हरियाणा
भले ही कागजों में मेवात को शिक्षा और विकास में देश का सबसे पिछड़ा घोषित कर रखा है लेकिन यहां के युवाओं ने अपनी प्रतिभा का लोहा समय समय पर मनवाते रहे हैं। तीन दर्जन से भी अधिक युवा देश और विदेशों में अच्छे पदों पर पहुंच कर मेवात और देश का नाम रोशन कर चुके हैं। अब मेवात के नूंह निवासी मेवात के सालिम याहया पुत्र मोहमद याहया ने लंदन स्टॉक एक्सचेंज में फाइनेंसियल एनालिस्ट बनकर मेवात का नाम रोशन किया है। लंदन स्टॉक एक्सचेंज में नोकरी पाने वाले सालिम याहया पहले मेवाती होंगे। उनकी इस कामयाबी से उनके परिवार, रिश्तेदार और मेवात में खुशी की लहर है। परिवार वालो को बधाइयां देने वाले लोगों का तांता लगा हुआ है।
सालिम याहया के पिता मोहम्मद याहया ने बताया की उसने रमैया मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट बैंगलोर से मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद लंदन स्टोक एक्सचेंज में कॉलेज से ही प्लेसमेंट हुई है। उन्होंने बताया की सालिम याहया ने दसवीं तक कि शिक्षा नूह के मारिया मंज़िल स्कूल और फिर बारहवीं तक की शिक्षा नूह के ही मेवात मॉडल स्कूल से हासिल की है। उसके बाद मेकेनिकल इंजिनीरिंग में बी. टेक् कर्नाटक के मंगलोर शहर के बेहतरीन कॉलेज से डिग्री हासिल की है।
बी टेक करने के बाद 2021 में बैंगलोर के एक बहुत ही महशूर मैनेजमेंट कॉलेज रमैय्या इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट में PGDM कोर्स में दाखिला लेने में कामयाबी हासिल की और कॉलेज से मल्टी नेशनल कंपनी लंदन स्टॉक एक्सचेंज में नोकरी पाने में कामयाब रहा है। जो एक मां-बाप के लिए बेहद खुशी की बात है वहीं मेवात जेसे पिछड़े इलाके के युवाओं के लिए मिसाल हैं की मेहनत कभी जाया नही जाती।
सालिम याहया ने बताया कि लंदन स्टॉक एक्सचेंज में इंटरव्यू के लिए कॉलेज ने 50 बच्चों को सेलेक्ट किया था लेकिन चौथे दौर के इंटरव्यू को पार करने में सिर्फ़ तीन लड़को ने कामयाबी हासिल की, जिसमे सालिम याहया ने भी अपनी जगह अच्छे स्कोर के साथ बनाई। आज वह ये नोकरी पाकर बेहद खुश है। उनका कहना है की वह इसी कंपनी में अपनी लगन और मेहनत को जारी रखकर उच्च पद पर पहुंचकर मेवात और देश का नाम रोशन करना चाहता है। सालिम का कहना है की अभी उसको 9 लाख 50 हजार के सालाना पैकेज पर रखा गया है। जल्दी ही उसके पैकेज में अच्छी खासी बढ़ोतरी का कंपनी के अधिकारियों ने विश्वास दिलाया है।
सालिम का कहना है कि मेवात के बच्चों में टेलेंट की कमी नही है बस उनको अच्छे एक्सपोज़र की ज़रूरत है, सालिम ने बताया कि जब मेवात के दूसरे बच्चे आईएएस या आईपीएस करते हैं तो उनको भी गर्व होता है लेकिन उनका ड्रीम यही था जो हासिल किया है। उसमे आगे बढ़ने की ललक अब भी बाकी है। उन्होंने युवाओं से कहा की उड़ान होंसलों से होती है हम जितना बड़ा सपना देखेंगे उड़ान भी उतनी ऊंची होगी। आदमी को अपनी काबिलियत पर भरोसा होना चाहिए तभी वह कामयाबी की सीडी चढ़ सकता है। सालिम का कहना है की मेरी इस कामयाबी के पीछे मेरे पिता और माता का सबसे बड़ा हात है जिन्होंने हर मौके पर उसकी होंसला अफजाई की है। इतना ही नहीं बैंगलोर में पढ़ाई के दौरान भी उन्होंने उसे कभी अकेला नहीं छोड़ा है।
सालिम याहया का कहना है की उसकी तीन बहन भी बैंगलोर में उच्च शिक्षा हासिल कर रही हैं तथा पिता मोहम्मद याहया एक बड़ी कम्पनी में बतौर कंसलटेंट काम कररहे हैं।
No Comment.