–अध्यापकों की कमी ग्रामीणों ने लगाया स्कूल पर ताला
–जिला प्रमुख के आश्वासन पर खोला
यूनुस अलवी मेवात
उपमंडल के गंगवानी गांव स्थित राजकीय उच्च विद्यालय में अध्यापकों की कमी को लेकर षुक्रवार को ग्रामीणों ने स्कूल केे गेट पर सुबह ताला जड़ दिया। स्कूल गेट में ताला जड़ने की खबर सुनकर नूंह जिला प्रमुख जान मोहम्मद गांव गंगवानी पहुंचे और ग्रामीणों को एक सप्ताह में स्कूल में अध्यापकों की नियुक्ति करने का आश्वासन दिया। उसके बाद ही ग्रीमीणों ने स्कूल के गेट का ताला खोला।
ग्रामीणों ने बताया कि गांव के राजकीय उच्च विद्यालय में छठी कक्षा से दसवीं कक्षा तक एक भी अध्यापक नहीं है। स्कूल में लगभग 320 बच्चे शिक्षा ग्रहण करने आते हैं। जिनका भविष्य अंधकार में जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया की बीते वर्ष दसवीं कक्षा में एक भी बच्चा पास नहीं हुआ जो बच्चों के भविष्य के लिए एक गंभीर विषय है। उनका कहना है कि प्राइमरी स्कूल में करीब 400 बच्चें हैं जिनपर 6 अध्यापक हैं। प्राइमरी के अध्यापक ही हाई स्कूल के बच्चों को पढ़ाते है। अध्यापकों की कमी के चलते बच्चे दिन भर सड़क पर खेलते रहते हैं। ग्रामीणों ने बताया की उच्च अधिकारियों को बार शिकायत करने पर भी गांव में अध्यापकों की नियुक्ति नहीं की गई। जब शिक्षा विभाग व सरकार ने उनकी मांग पर कोई सुनवाई नहीं की तब मजबूरन होकर स्कूल के गेट पर ताला लगाना पड़ा। ग्रामीणों ने कहा की आज तो जिला प्रमुख के आश्वासन पर ताला खोल दिया गया अगर उन्हें एक हफ्ते में स्कूल में अध्यापक नहीं मिले तो फिर से स्कूल के गेट पर ताला जड़ कर बड़ा प्रदर्शन करेंगे। बिना अध्यापकों के बच्चों का भविष्य खराब हो रहा है। सरकार सिर्फ झूठा आश्वासन दे रही है कि मेवात में अध्यापकांे की कोई कमी नहीं है।
क्या कहते हैं जिला प्रमुख
मेवात जिला प्रमुख जान मोहम्मद का कहना है कि गंगवानी गांव उसके गांव अकबरपुर के पास है। जैसे ही उसे स्कूल पर ताला जडने की जानकारी मिली तो वह तुरंत गांव में पहुंचा। उन्होने उच्च अधिकारियों से बात कर ग्रामीणों को आष्वासन दिया की एक सप्ताह में अध्यापकों की कमी को पूरा करा दिया जाऐगा। उन्होने माना की 6 से 10 तक कक्षा पढ़ाने के लिए एक भी अध्यापक नहीं हैं। प्राइमरी के अध्यापक ही हाई स्कूल के बच्चों को पढ़ाते हैं।
No Comment.