अपनी नाकामी छुपाने को भाजपा जजपा सरकार ने कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल रुकवाया: आफताब अहमद
पीड़ितों से मिलने व आपसी सद्भाव का संदेश देने आ रहा था प्रतिनिधिमंडल: आफताब
राजधर्म व अपना दायित्व निभाए भाजपा जजपा सरकार : आफताब अहमद
भारी फोर्स लगाकर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा और प्रदेश अध्यक्ष उदयभान को रोका
यूनुस अलवी मेवात
नूंह हिंसा के बाद मंगलवार को कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल को भाजपा जजपा सरकार व जिला प्रशासन ने भारी पुलिस बल तैनात कर नूंह के रेवासन गांव में केएमपी के समीप रोक दिया, घंटे भर मशक्कत के बाद प्रतिनिधिमंडल को पुलिस बल ने वापस लौटा दिया। प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस राज्य सभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा, कांग्रेस अध्यक्ष उदय भान, पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव, विधायक बीबी बत्रा, विधायक राव दान सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष जितेंद्र भारद्वाज, पूर्व सीएलपी महेंद्र प्रताप, बजरंग दास गर्ग, कर्नल रोहित चौधरी आदि मौजूद थे। तो वहीं कांग्रेस विधायक दल उप नेता चौधरी आफताब अहमद, विधायक इलियास मौहम्मद, विधायक मामन खान इस वक्त कांग्रेस जिला मुख्यालय पर मौजूद थे।
नूंह विधायक आफताब अहमद ने कहा कि सरकार व प्रशासन पूरी तरह विफल साबित रहा है, सरकार अगर समय पर सचेत रहती तो हिंसा नहीं होती। मंगलवार को कांग्रेस पार्टी का प्रतिनिधिमंडल इस पीड़ितों से मिलने मेवात आ रहा था, जो जिला प्रशासन ने रेवासन गांव में ही रोक दिया। सरकार अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए प्रतिनिधिमंडल को रोका गया है।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल मेवात के नलहड मंदिर, शहर के लोगों, अनाज मंडी के व्यापारियों और स्थानीय ग्रामीण लोगों से बात करने के साथ-साथ मेवात में शांति बहाली को लेकर बातचीत करने आ रहा था। मेवात का हिंदू मुस्लिम भाईचारा जो सदियों से कायम है उसे ऐसे ही कायम रखने के लिए लोगों से बातचीत करने के लिए आ रहा था। लेकिन प्रशासन द्वारा धारा 144 का हवाला देते हुए उसे मेवात आने से रोका और वापस भेज दिया, जो सरकार की पूरी तरह नाकामी साबित करता हैं।
चौधरी आफताब अहमद ने कहा कि कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल एक रिपोर्ट तैयार कर के कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को उस रिपोर्ट से अवगत कराता, लेकिन भाजपा सरकार नहीं चाहती कि कांग्रेस पार्टी का प्रतिनिधिमंडल मेवात के उन पीड़ितों से मिले जो इस हिंसा की भेंट चढ़ गए। आफताब अहमद ने कहा कि जिस तानाशाही के चलते लोगों के मकानों पर और दुकानों पर बुलडोजर चलाया गया वह एक गैर कानूनी कार्य था, जो दोषी ठहराने से ही पहले लोगों के मकानों पर अवैध निर्माण बताते हुए बुलडोजर चलाया गया।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि भाजपा जजपा सरकार ध्रुवीकरण की राजनीति करने का काम कर रही है जबकि कांग्रेस पार्टी हमेशा से 36 बिरादरी के लोगों को एक साथ लेकर चलने वाली पार्टी है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा लगातार दो बार प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे, लेकिन कभी भी इस प्रकार का दंगा फसाद नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि मेवात में पहली बार ऐसी हिंसा हुई है जो प्रशासन व सरकार की असफलताओं के चलते इस घटना ने हिंसा का रूप लिया है।
विधायक आफताब ने कहा कि जिस तरह आज कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल को रोकने के लिए प्रशासन ने भारी संख्या में फोर्स लगाकर रोका है, अगर 31 जुलाई को इसी तरह फोर्स लगाई होती तो नूंह में हिंसा का कलंक नहीं लगता।
विधायक आफताब अहमद ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि मेवात भाईचारे और हिंदू मुस्लिम एकता के लिए जाना जाता है और इसे हिंदू मुस्लिम सभी भाई मिलजुल कायम रखें और शांति व्यवस्था बनाए रखें।
उन्होंने प्रदेश सरकार से आह्वान किया है कि वो अपना राजधर्म निभाए और अपने दायित्व को इमानदारी से निभाकर न्याय करे लेकिन साफ प्रतीत होता है कि सरकार अपने दायित्व से भटक गई है।
इस दौरान विधायक मौहम्मद इलियास ने कहा कि अगर दोनों तरफ से पत्थरबाजी हुई है तो मामला दोनों पक्षों के खिलाफ दर्ज होना चाहिए और दोनों पक्षों में से ही लोगों को गिरफ्तार करना चाहिए।
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