बाल विवाह के खिलाफ स्कूली बच्चों ने नीमका में निकाली जागरूकता रैली।
यूनुस अलवी मेवात:
पुनहाना उपमंडल के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नीमका के छात्र-छात्राओं ने मंगलवार को बाल विवाह मुक्त भारत अभियान को लेकर रैली निकाली। रैली में छात्र-छात्राएं हाथों में पोस्टर और बैनर लेकर गांव की गलियों में चले। जिसमें बाल विवाह मुक्त हो भारत के नारे लिखे हुए थे। रैली निकालकर विद्यार्थियों ने ग्रामीणों व अभिभावकों को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के साथ बाल विवाह नहीं करने के लिए जागरूक किया। रैली मुख्य स्कूल से होकर पूरे गांव में होती हुई वापस स्कूल परिसर पहुंची। बच्चों के साथ स्कूल स्टाफ शामिल रहा।
स्कूल के अध्यापक जहांगीर खान ने बताया कि नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी के आवाहन पर कार्य कर रही एमडीडी ऑफ इंडिया और शक्ति वाहिनी के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को स्कूली बच्चों ने बाल विवाह मुक्त भारत के लिए रैली निकाली। साथ ही उन्हें बाल विवाह नही करने को लेकर शपथ भी दिलवाई। उन्होंने कहा कि बाल विवाह के कारण बहुत से लड़के लड़कियों का जीवन बर्बाद हो जाता है।
नियमानुसार 18 वर्ष से कम लड़कियां और 21 वर्ष से कम लड़कों का विवाह करना गैर कानूनी है। ऐसा करने वाले लोगों पर 2 लाख का जुर्माना और 1 साल की सजा हो सकती है। उन्होंने कहा कि यदि 18 वर्ष से कम लड़की या 21 वर्ष से कम लड़के की शादी हो रही है तो शादी में शामिल लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है। उन्होंने कहा कि विवाह के आयोजन में किसी भी रूप में शामिल पुजारी, मौलवी, हलवाई आदि भी दोषी माने जाते है। बच्चों को संबोधित करते हुए प्रधानाचार्य ने कहा कि अगर नाबालिग की शादी हो रही है तो पुलिस को डायल 112 नंबर और चाइल्ड हेल्पलाइन के 1098 नंबर पर सूचना दी जा सकती है। सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जा
एगी।
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