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नूंह जिला के करीब चार लाख गरीबों को नवंबर माह का नहीं मिलेगा राशन -सरकार ने इस बार कुल ऐलोकेशन का 33.5 फीसदी अनाज कम भेजा

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नूंह जिला के करीब चार लाख गरीबों को नवंबर माह का नहीं मिलेगा राशन

-सरकार ने इस बार कुल ऐलोकेशन का 33.5 फीसदी अनाज कम भेजा

-सितंबर माह में भी 12 फीसदी अनाज कम भेजा था जिससे करीब एक लाख 32 हजार गरीब अनाज से वंचित रह गए थे।

-अक्टूबर माह में भी सरकार ने 6 फीसदी अनाज कम भेजा था जिससे करीब 66 हजार गरीब लोगों को राशन नहीं मिला था

 

फोटो-जिला खाद्य और आपूर्ति विभाग कार्यालय पिनगवां

 

यूनुस अलवी

नूंह/मेवात  

 

राज्य सरकार मेवात ही नहीं बल्कि हरियाणा के गरीबों के राशन में पिछले तीन माह से कटौती कर रही है। जिससे लाखों गरीब लोग राशन से वंचित रह रहे है। सरकार ने जहां इस बार नवंबर माह में कुल मात्रा (ऐलोकेशन) का 33.5 फीसदी अनाज अनाज (गेहूं/बाजरा) कम भेजा है। वहीं सितंबर माह में भी 12 और अक्टूबर माह में 6 फीसदी अनाज कम भेजा था। जिससे लाखों गरीब अनाज मिलने से वंचित रह गए थे। सरकार के इस निर्णय से अकेले नूंह जिला के 3 लाख 96 हजार 880 लोगों को राशन नहीं मिल सकेगा।

जानकारी के अनुसार नूंह जिला में कुल दो लाख 25 हजार 986 राशन कार्ड है। जिनमें कुल 11 लाख 84 हजार 717 यूनिट (उपभोक्ता) हैं।

जिनके लिए हर माह 60 हजार 952 क्विंटल 62 किलो अनाज की मंजूरी है। इस बार हरियाणा सरकार ने गेहूं के कुल ऐलोकेशन 30 हजार 275 क्विंटल 98 किलो का 10.472 फीसदी कम यानी 27 हजार 105 क्विंटल 48 किलो और बाजरा के कुल ऐलोकेशन 30 हजार 676 क्विंटल 64 किलो का 23 फीसदी कम यानी 23 हजार 590 क्विंटल 34 किलो बाजरा कम भेजा यानी की सरकार ने नूंह जिला में इस बार 10 हजार 256 क्विंटल 80 किलो गेहूं और बाजरा कम भेजा है। सरकार द्वारा नूंह जिला में 33 फीसदी से अधिक अनाज कम भेजने से जिले के करीब 3 लाख 96 हजार 880 व्यक्तियों को अनाज नहीं मिल सकेगा। क्योंकि सरकार गरीब परिवारों को प्रति यूनिट पांच किलो अनाज देती है।

इसी तरह सरकार ने सितंबर माह में 12 फीसदी गेहूं कम भेजा था जिससे करीब एक लाख 32 हजार और अक्टूबर माह में 6 फीसदी अनाज कम भेजने करीब 66 हजार गरीब अनाज से वंचित रह गए थे।

डिपो धारक नारायण, शहीद, इकराम, डूंगेजा, जान मोहम्मद, असगर सरपू कुरैशी ने बताया कि सरकार आए दिन तो नए कार्ड बना रही है लेकिन हर माह कुल मात्रा का अनाज कम भेज रही है। जिससे गरीबों को प्रयाप्त राशन नहीं मिल रहा है। कम राशन मिलने से उपभोक्ता उनसे झगड़ा करने या शिकायत करने पर आमादा रहेगें। डीपो धारकों का कहना है कि जब उनके पास 33 फीसदी से अधिक गेंहू और बाजर कम आया है तो वे सबको अनाज कैसे दे सकते हैं। यानि वे 100 लोगों में से साडे़ 33 लोगों को राशन नहीं दे सकते। सभी को पूरा अनाज न मिलने पर लोग उनको ही दोषी मानकर चल रहे है।

 

क्या कहते हैं डीएफएससी

नूंह के जिला खाद्य और आपूर्ति नियंत्रक (डीएफएससी) महेश यादव ने माना की इस बार कुल ऐलोकेशन का 33.5 फीसदी अनाज कम भेजा गया है। जिसमें गेंहू 10.472 फीसदी व बाजरा 23 फीसदी कम आया है। उन्होने कहा कि सितंबर माह में 12 फीसदी और अक्टूबर माह में 6 फीसदी कम आया है। यह अनाज केवल मेवात ही नहीं पूरी हरियाणा में कम आया है। उन्होंने माना कि कम अनाज आने से लाखों लोग वंचित रह जाऐगें। इसलिए उन्होंने सभी डिपो धारकों को कहा है कि जो पहले आए उसे पहले दें। यानि पहले आओ और पहले पाओ वाली नीति डिपोधारक अपनाएं।

 

 

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