लाखों रुपए से लगे स्वागत द्वार पिछले कई माह से पड़े क्षतिग्रस्त शहर की खूबसूरती में लगा रहे दाग।
नसीम खान तावडू :
शहर की सीमा पर लगे स्वागत द्वार से लोग भ्रमित हो रहे। भ्रमित होने का मुख्य कारण स्वागत द्वारा क्षतिग्रस्त हुए पड़े हैं। जिससे बाहर से आने वाले यात्रियों को यह पता ही नहीं चलता है कि किसी और जाना है। इससे पहले भी कई बार अवगत कराया जा चुका है लेकिन पालिका प्रशासन इस और ध्यान नहीं दे पा रहा है। गौरतलब है की नगर पालिका प्रशासन द्वारा प्रवेश मार्गों पर लगाए गए स्वागत द्वारा क्षतिग्रस्त हो गए हैं।बीते कुछ माह पहले तेज हवा आने के कारण मोहमदपुर मार्ग पर स्वागत द्वारा सड़क के बीचो-बीच ही गिर गया था। लेकिन समय रात का था जिससे किसी भी प्रकार की घटना न घटी और अब हम बात करें नूह रोड की तो कई महा जाने के बाद भी शहर में मार्गों पर लगे क्षतिग्रस्त स्वागत द्वारों पर पालिका प्रशासन द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जहां एक और मार्गों पर लगे स्वागत द्वारों के क्षतिग्रस्त होने के करण आम राहगिरो के घायल होने का खतरा बना रहता ह। वही बाहर से आने वाले लोग भी भ्रमित हो रहे हैं। स्वागत द्वारका उद्देश्य शहर में आने वाले यात्रियों को सम्मान देना है। साथ ही यहां से अन्य शहरों के लिए जाने का रास्ता व दूरी भी लोगों को मिल सके असल मकसद तो इसका यही होता है। नगर पालिका द्वारा लगाए गए प्रवेश द्वार क्षतिग्रस्त होने व इनको दृष्टि नहीं करने से नगर पालिका की छवि धूमिल हो रही है। लेकिन फिर भी नगर पालिका बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रही है।
………. क्या कहते है नगर पालिका सचिव सुमित शर्मा : उन्होंने कहा कि मुझे इस बारे में पता नहीं था लेकिन मैं खुद मौके पर जाकर जांच करूंगा यदि इस दौरान स्वागत द्वार में कोई भी कमी पाई जाती है तो उसका तुरंत समाधान किया
जाएगा।
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