बसई विद्यालय में शिक्षकों की गैरहाजिर पर ग्रामीणों ने जताया रोष
कई महीनों से स्कूल में मस्ती कर रहे हैं स्कूल स्टाफ के सदस्य
जुबेर खान
मालब।
देश के सबसे पिछड़े जिले नूंह में प्रदेश सरकार की सख्ती के बावजूद भी शिक्षक गंभीर नहीं हैं। ऐसा ही एक मामला इंडरी खंड के गांव बसई बाल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में शानिवार को देखने को मिला। यहां स्कूल खुला था कुछ कक्षाओं में बच्चे भी थे, कुछ कक्षाओं में नहीं थे, लेकिन अधिकतर शिक्षक नदारद थे। बच्चे मौज-मस्ती कर अपने घर लौट गए। जब इस बारे में ग्रामीणों को पता चला तो वह गांव के युवा सरपंच अकबर मलिक को साथ लेकर स्कूल में पहुंचे। हालांकि ग्रामीणों के स्कूल पहुंचने की भनक लगने पर स्कूल के प्राचार्य जाकिर हुसैन आनन फानन में स्कूल पहुंचे। ग्रामीनों का आरोप है शुक्रवार को भी गांव के इस स्कूल में इसी तरह से स्टाफ के सदस्य गैर हाजिर रहे। स्कूल में कुल 18 स्टाफ सदस्य है शनिवार में मात्र तीन अध्यापक ही मौजूद रहे और शुक्रवार को मात्र एक प्राचार्य ही मौजूद रहा। लेकिन ग्रामीणों के पहुंचने के बाद ढाई बजे दो अध्यापक और पहुंचे। जिससे गांव के लोग भी सरपंच अकबर मलिक, एसएमसी चेयरमैन हकमुद्दीन, पूर्व सरपंच अब्दुल रहमान, आलम, महेंद्र चौकीदार के साथ स्कूल पहुंचे। उनकी सूचना के बाद मौके पर प्राचार्य जाकिर हुसैन पहुंचे।
सरपंच अकबर मलिक व अन्य लोगों ने बताया की कक्षा 10 वीं, 11वीं व 12वीं कक्षा में एक भी छात्र नहीं मिला। जबकि नौवीं कक्षा के तीन सेक्शन में से सिर्फ नौ बच्चे मौजूद मिले। इसके अलावा 6 से 8 तक की कक्षाओं के दो दो सेक्शनों में कुल 28 बच्चे ही मौजूद मिले।
सरपंच अकबर मलिक ने कहा कि सोमवार को स्कूल में अध्यापकों द्वारा फैलाई गई अनियमिताओं के खिलाफ सीएम विंडो, प्रदेश के शिक्षा मंत्री, उपायुक्त, जिला शिक्षा अधिकारी के अलावा अन्य अधिकारियों को शिकायत दी जाएगी। स्कूल में लगातार बच्चों की संख्या कम हो रही है इसके लिए सीधे तौर पर स्कूल स्टाफ जिम्मेदार है।
गांव के सरपंच व अन्य लोगों के पहुंचने के बाद स्कूल के प्राचार्य जाकिर हुसैन ने आनन फानन में अन्य स्टाफ सदस्यों की हाजिरी भी लगाई।
जिले के साथ दूसरे जिलों से आने वाले कर रहे बेडागर्क :
नूंह जिले में आज भी स्कूलों में अध्यापकों के रिक्त पद पड़े है प्रदेश के अन्य जिलों के अध्यापक यहां पर हजारों की संख्या में हैं ये सभी यहां से शुक्रवार से ही अपने घरों को भागना शुरू कर देते हैं। इसका फायदा नूंह जिले के स्थानीय अध्यापक भी पूरा उठा रहे हैं। इससे शिक्षा का और अधिक नुकसान हो रहा है।
क्या बोले जिला शिक्षा अधिकारी :
जिला शिक्षा अधिकारी परमजीत सिंह चहल ने कहा कि स्कूल में किसी प्रकार की अनियमिताओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जल्द स्कूल का दौरा किया जाएगा। लापरवाह अध्यापकों पर नकेल कसी जाएगी।
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