–नूंह जेल में विचाराधीन 7 कैदियों के साथ मारपीट के मामले में अदालत के आदेश पर कराया मेडिकल
शनिवार को पुलिस ने अल आफिया अस्पताल में सात में से 4 लोगो का मेडिकल कराया
तीन डॉक्टरों के बोर्ड से कराया मेडिकल
पुलिस आरोपियों को मेडिकल कराने हथकड़ी लगाकर अस्पताल पहुंची
कैदियों के वकील ने बताया गैरकानूनी
यूनुस अलवी
नूंह/मेवात
नूंह के सलंबा स्थित जिला जेल में विचाराधीन कैदियों के साथ मारपीट के मामले में नूंह अदालत ने 7 कैदियों का मेडिकल कराने के आदेश दिए हैं। शनिवार को पुलिस ने मांडीखेडा स्थित अल-आफिया अस्पताल में सात में से 5 कैदियों का डॉक्टरों के तीन सदस्य बोर्ड से मेडिकल कराया गया। विचाराधीन कैदियों ने जहां जेल के पुलिसकर्मियों पर मारपीट करने और अनेतिक यातनाएं देने का आरोप लगाया है। वही जेल अधीक्षक की और से किसी भी कैदी के साथ मारपीट करने से इंकार किया है। अब ये तो जांच और मेडिकल रिपोर्ट के बाद ही पता चल सकेगा कि इसके पीछे सच्चाई क्या है।
शनिवार को पुलिस अधिकारी जेल से मेडिकल जांच कराने सोहेल, शौकीन, ओसामा, इम्तियाज को लेकर आए। देखा गया की जब पुलिस अधिकारी उनको मेडिकल कराने लेकर जा रहे थे तो जहां उनके हाथों में हथकड़ी लगी हुई थी वही उनको चलना भी मुश्किल हो रहा था। इस मौके पर उनके परिजन भी मांडी खेडा के अलआफिया अस्पताल में मौजूद रहे। जैसे ही परिजनों ने बच्चों को देखा तो वे फूट फूट कर रोने लगे।
जबकि नूंह अदालत ने विचाराधीन कैदी सोहिल, मोइनुदीन, इम्तियाज, राहुल, इमरान पुत्र साहुन, इमरान पुत्र फते मोहम्मद, शौकीन का मेडिकल कराने के आदर्श दिए हैं। पीड़ित पक्ष के वकील हारून ने आरोप लगाया की उनके मुवक्किलों को गैरकानूनी तरीके से हथकड़ी लगाई है जिसकी अदालत से कोई परमिशन नही ली गई है। इस बारे में वह अदालत में संबंधित अधिकारियों के खिलाफ करवाई के लिए याचिका दायर करेंगे।
आपको बता दे कि नूंह हिंसा के बाद सैकड़ों युवाओं को मेवात पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर सलंबा (नूंह )जेल भेज दिया था। जेल में बंद करीब 7 विचाराधीन केदियो ने अपने परिजनो से मिलाई के दौरान बताया की जेल के पुलिस अधिकारियों ने उनके साथ 11 दिसंबर को बेरहमी के साथ मारपिटाई की है। इतना ही नहीं अनेतिक यातनाएं भी दी गई हैं। जिसके बाद जमीयत उलेमा हिंद के प्रतिनिधि मौलाना आलम गुमट और वरिष्ट एडवोकेट ताहिर हुसैन रुपडिया की मार्फत सभी घायल कैदियों का मेडिकल कराने बारे नूंह अदालत में अपील की जहां अदालत ने सभी घायलों का मेडिकल कराने का आदेश दिया। जिसके तहत शनिवार को चार विचाराधीन कैदियों का अल आफिया मंडीखेड़ा अस्पताल में तीन सदस्य बोर्ड के द्वारा मेडिकल कराया गया।
क्या कहते हैं मेडिकल ऑफिसर (फोटो डा सचिन)
डा सचिन मेडिकल ऑफिसर ने बताया कि उच्च अधिकारियों के आदेश पर उसकी अगुवाई में डा सचिन, डा मनीश, डा नितेश सहित तीन सदस्य बोर्ड गठित किया है। बोर्ड ने शनिवार को 25 वर्षीय शौकीन फिरोजपुर नमक, 21 वर्षीय सोहेल निवासी ढेंकली, 25 वर्षीय ओसामा निवासा फिरोजपुर नमक और 34 वर्षीय इम्तियाज निवासी बैंसी का मेडिकल किया गया है। जिनकी मेकिडकल रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेज दी जाएगी।
क्या कहते हैं पीडितों के वकील (फोटो हारून वकील)
पीडितों के वलीक हारून का कहना है कि उन्होनंे देखा की पुलिसकर्मियांे ने उनके मुवक्किलों को हथकड़ी लगा रखी थी। जो गैरकानूनी है। प्रशासन ने हथकड़ी लगाने की अदालत से कोई मंजूरी नहीं ली है। वह इस मामले में संबंधित अधिकारियांे के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए अदालत में याचिका दायर करेगें।
क्या कहते हैं जमीयत उलेमा के वकील (फोटो ताहिर हुसैन रूपडिया वकील)
जमीयत उलेमा हिंद द्वारा नामित वरष्टि ऐडवोकेट ताहिर हुसैन रूपडिया ने बताया कि नूंह हिंसा मामले में जेल में बंद लोगों के परिजनो वे जमीयत के मोलाना आलम गुमट की मार्फत बताया कि उनके बच्चों के साथ जेल के पुलिसकर्मियों ने बेहरमी से मारपीट की है। जिसके बाद पीडित लोगों का मेडिकल कराने के लिए अदालत में गुहार लगाई गई है। अदालत के आदेश पर ही आज करीब चार/पांच लोगों को मेडिकल कराया गया है।
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