गांव में राशन ने बांटने से परेशान हैं नसीरपुरी के लोग
-डिपो धारक दो किलोमीटर दूर मंुढेता में बांटता है राशन
फोटो-मीडिया के सामने डिपो धारक की मनमानी के बारे में बताते ग्रामीण
तसलीम अलवी
नगीना,
डिपो धारक द्वारा गांव में राशन न बांटने से नसीरपुरी के लोग खासे परेशान है। लोगों को मजबूर होकर करीब दो किलोंमीटर दूर मंुढेता गांव में राशन लेने जाना पड़ता है। सोमवार को ग्रामीणों ने मीडिया के सामने डिपो धारक की मनमानी के बारे में बताते हुए प्रशासन से उनके ही गांव में राशन बांटने की मांग की है।
गांव नसीरपुरी निवासी अजरुदीन, जुम्मा, इरशाद, साबिर, जाबिद, हारून, इमरान, मुबारिक, शाहिद व तसलीम ने बताया कि मुंढेता और नसीरपुरी गांव की संयुक्त पंचायत है। सरकार ने दोनों गांवो के लिए अलग-अलग राशन डिपो मंजूर कर रखा है। डिपो धारक ने गांव नसीरपुरी के अड्डा पर ही एक दुकान ले रखी है। लेकिन वह इस दुकान में कभी भी राशन नहीं उतारता बल्कि वह मुंढेता गांव का है और अपने घर पर ले जाकर राशन बांटता है। जिसकी वजह से महिला और बुजुर्गों को बहुत परेशानी होती है। इनता ही नहीं डिपो धारक कई कई दिनों तक राशन नहीं देता हैं जिसकी वजह से लोग राशन भी नहीं ले पाते हैं। कुछ लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि प्रति राशन कार्ड पर दो किलो अनाज कम दिया जाता है। गांव के लोगों का कहना है कि जब उनके गांव का अलग डिपो है तो उनके गांव में ही राशन को क्यों नहीं बांटा जाता है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि या तो उनके गांव में ही राशन बांटा जाए या फिर मौजूदा डिपो धारक का डिपो रद्द कर नसीरपुरी गांव के ही किसी व्यक्ति को डिपो दिया जाए, जिससे आम लोगों को परेशानी से निजात और पूरा राशन मिल सके।
गांव मुंढेता के सरपंच सद्दाम और ब्लॉक समिति मेंबर मोहम्मद यामीन ने भी माना की नसीरपुरी गांव के लोगों को राशन मिलने में खासी परेशानी होती है। उन्होने डिपो धारक को गांव नसीरपुरी में ही राशन बांटने बारे कई बार कहा है कि लेकिन उसने कोई ध्यान नहीं दिया ह।
क्या कहते हैं अधिकारी
फूड एवं सप्लाई इंस्पेक्टर रजनीकांत ने बताया कि इस बारे में अभी तक उनके पर कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है। अगर शिकायत मिलती है तो जांच की डिपो धारक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होने कहा कि नियम के अनुसार जिस गांव का राशन डिपो होता है उसी गांव में राशन बांटना
पड़ता है।
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