मेवात में डॉक्टरों की हड़ताल, मरीज परेशान
फोटो नूंह सीएचसी अस्पताल के सामने बैठकर विरोध जताते हुए
यूनुस अलवी
नूंह,
मेवात के सरकारी अस्पतालों में काम करने वाले डॉक्टर नाराज हैं, डॉक्टर के नाराजगी की सबसे बड़ी वजह उनकी मांगों पर सरकार द्वारा तवज्जो नहीं देना है डॉक्टर एसोसिएशन ने जहा प्रदेश भर में आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर सभी सेवाएं रद्द कर दी हैं , जिसका असर मेवात की नूंह सहित अन्य अस्पतालों में भी देखने को मिला।
डॉक्टरों ने प्रदेश सरकार को चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि अगर उनकी मांगों को आज ही नहीं माना गया तो आपातकालीन सेवाओं को भी रद्द किया जा सकता है।
नूंह जिला डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ नवीन यादव ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि आज डॉक्टर की हड़ताल है पूरे प्रदेश भर में हड़ताल है। सभी जिला मुख्यालय पर हड़ताल हो रही है ओपीडी सेवाएं बंद की हुई हैं इमरजेंसी सेवाएं मुहैया कराई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि हमारी चार मांगे हैं। उन चारों मांगों को पूरा किया जाना चाहिए। स्पेशलिस्ट केडर बनाया जाना चाहिए। स्पेशलिस्ट की कमी है । स्पेशलिस्ट ज्वाइंट नहीं करते। सरकार कुछ नही करती। नए डॉक्टर पीजी करने के बाद सरकारी अस्पतालों में नहीं आते। एसीपी की जो मांग है, उसको पूरा किया जाना चाहिए। पदोन्नति नहीं होती, पूरी उम्र एसएमओ बनने में लग जाती है। डायरेक्ट भर्ती बंद हो। एसीपी कई राज्यों में लागू है। यहां पर भी एसीपी लागू हो।
पीजी के लिए जो बॉन्ड भरा जाता है, उसे एक करोड़ से घटाकर 50 लाख किया जाना चाहिए। कुल मिलाकर सरकार ने डॉक्टरों की मांगों को अनदेखा किया तो मरीजों का बुरा हाल हो सकता है। अब देखना है कि डॉक्टरों को सरकार कैसे
मनाती है।
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