नूंह हिंसा मामले में जेल में बंद लोगो के मामले को लेकर डीजीपी से चंडीगढ़ में मिले विधायक आफताब अहमद
यूनुस अलवी,
नूंह,
आफ़ताब अहमद की चंडीगढ़ में डीजीपी संग बैठक, निर्दोष लोगों के जेल में बंद होने का मामला उठा नूँह विधायक व कांग्रेस विधायक दल के उपनेता चौधरी आफ़ताब अहमद ने बुधवार को पंचकुला डीजीपी मुख्यालय में पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर आईपीएस से बैठक की जिसमें नूँह हिंसा मामले में गिरफ़्तार निर्दोष लोगों का मुद्दा उठाया गया। इस दौरान विधायक आफ़ताब अहमद ने एक पत्र भी डीजीपी को सौंपा जिसमें उन्होंने अपनी माँगी रखी हैं। विधायक आफ़ताब अहमद ने मामला उठाते हुए कहा कि नूँह हिंसा के पश्चात स्थानीय पुलिस प्रशासन ने काफ़ी बेक़सूर लोगों को भी गिरफ़्तार किया जिसमें छात्र व विकलांग लोग भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन दोषियों को ज़रूर गिरफ़्तार करे लेकिन बेक़सूर स्थानीय लोगों को झूठे मामलों में नामज़द कर जेलों में डालना ग़लत व अन्यायपूर्ण है। विधायक आफ़ताब अहमद ने डीजीपी को बताया कि नूँह के नगीना निवासी हारून पुत्र रसीद जिसकी 70% विकलांगता है उन्हें पुलिस प्रशासन ने लगभग दो दर्जन मामलों में नामज़द किया है, कई स्कूल कॉलेज के छात्र भी इसी तरह गिरफ़्तार किए गए हैं। आफ़ताब अहमद ने डीजीपी से कहा कि नूँह ज़िले में नूँह हिंसा संबंधित सभी मामलों की जाँच के लिए एडीजीपी क्राइम की निगरानी में उच्च स्तरीय जाँच हो ताकि लोगों को न्याय मिल सके। बता दें कि मामले को विधायक द्वारा डीजीपी के संज्ञान में पहले भी लाया गया था और अब पत्र के माध्यम से मिलकर अवगत करा है। विधायक आफ़ताब अहमद ने कहा कि ग़रीब व बेक़सूर लोगों को न्याय व दोषियों को सजा ही क़ानून का उद्देश्य होता है। डीजीपी शत्रुजीत कपूर आईपीएस ने विधायक को आश्वाशन देते हुए कहा कि किसी भी निर्दोष को फँसाया नहीं जाएगा और बेक़सूर लोगों को न्याय दिलाने के लिए आवश्यक कदम ज़रूर उठाये जाएँगे।
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