शहिद हसन खां मेवाती के बलिदान दिवस 15 मार्च को हरियाणा में रहेगा अवकाश, मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने की घोषणा
ऑल इंडिया मेव महासभा के प्रदेश अध्यक्ष असलम गोरवाल ने जताया मनोहर लाल का आभार
यूनुस अलवी /जुबैर खान
नूंह/मालब,
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा शहीद राजा हसन खां मेवाती के 15 मार्च को बलिदान दिवस के रूप में मनाने व सरकारी छुट्टी(आरएच) की घोषणा के बाद मेवात में खुशी की लहर दौड़ रही है। मेवात के सामाजिक संगठनों और बुद्धिजीवी लोगों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार जताते हुए उन्हें इस सदी का महानायक बताते हुए मेवात ही नहीं बल्कि पूरे मुस्लिम समाज का हितैषी बताया है।
मुख्य मंत्री मनोहर लाल के मीडिया सलाहकार मुकेश कुमार वशिष्ठ ने बताया कि सीएम मनोहर लाल ने मेवात के बहादुर शहीद राजा हसन खान के शहीदी दिवस 15 मार्च को छुट्टी की घोषणा की है। वर्ष 2024 के सरकारी कैलेंडर
में इसका जिक्र भी कर दिया गया है। उन्होंने कहा अब से पहले को सरकारों ने मेवात के शहीदों पर केवल राजनीति की है कभी शहीदों का सम्मान नही किया। भाजपा सरकार ही ऐसी पार्टी है जो सबका साथ सबका विश्वास लेकर चलती है।
ऑल इंडिया मेव महासभा के प्रदेश अध्यक्ष असलम गोरवाल ने नूंह में पत्रकार वार्ता में बताया कि मुगलों से लोहा लेने वाले शहीद राजा हसन खां मेवाती के बलिदान दिवस 15 मार्च को हरियाणा में छुट्टी (आरएच) की घोषणा करने पर प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा की मेवाती मुख्य मंत्री मनोहर लाल का दिल से धन्नेवाद करते हैं। आज उनकी महा सभा को ही नही बाकी पूरे भारत में बसने वाले मेवातियों में खुशी की लहर है।
असलम गोरवाल ने कहा कि सरकार की तरफ से जारी सूची में 20 लोगों के नाम शामिल किए गए हैं, इस सूची में पहली बार बलिदानी हसन खां मेवाती का नाम शामिल करने से मेवात के लोगों में प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रति काफी खुशी देखने को मिल रही है। ऑल इंडिया मेव महासभा के प्रदेश अध्यक्ष असलम खान गोरवाल ने सरकार से मेवात में हसन का मेवाती के नाम से संग्रहालय तथा उनकी प्रतिमाएं भी स्थापित करने की मांग की है।
इतना ही नहीं उन्होंने मेवात, दिल्ली और चंडीगढ़ में में मेव भवन बनाने के लिए भी प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मांग की है। उन्होंने कहा कि राजा हसन खां मेवाती का देश के लिए विशेष योगदान रहा है।
गोत्रलब है की 15 मार्च 1527 को मेवाड़ के राजा राणा सांगा के साथ मिलकर हसन खां मेवाती ने बाबर से खानवा के मैदान में युद्ध लड़ा था। इस युद्ध में 12000 सैनिकों के साथ हसन का मेवाती बाबर के खिलाफ लड़ाई में शहीद हो गए थे। मेवात ही नहीं पूरे देश में आज शहीद हसन खां मेवाती के जहां देश के प्रति वफादारी के चर्चे हैं, वहीं उनके बलिदान का पूरे देश में गुणगान किया जाता है।
फोटो कैप्शन। नूंह में पत्रकार वार्ता करते हुए ऑल इंडिया मेव महासभा के प्रदेश अध्यक्ष असलम गोरवाल।
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