सरकार द्वारा संचालित वन स्टॉप सेंटर नूंह का दो सिविल जजों ने किया औचक निरीक्षण
फोटो नूंह स्थित वन स्टॉप सेंटर का निरीक्षण के दौरान जज रितु शर्मा और कार्तिक तलवार
यूनुस अलवी,
नूंह,
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा हिंसा से पीड़ित महिलाओं को एक ही छत के नीचे इंसाफ के लिए वन स्टॉप सेंटर की
व्यवस्था की है। जहां पर पीड़ित महिलाओं को चिकित्सा सुविधा, पुलिस सहायता, मनोवैज्ञानिक परामर्श, विधिक परामर्श एवं सहायता तथा अस्थाई आश्रय की व्यवस्था की गई है। जहां पर महिलाओं को किसी भी तरह की हिंसा जिनमे खासतौर से लैंगिक हिंसा, घरेलू हिंसा, ट्रैफिकिंग, एसिड अटैक विक्टिम, दहेज संबंधित हिंसा, बाल यौन शोषण, बाल विवाह, भ्रूण हत्या, बलात्कार से पीड़ित महिलाओं की वन स्टॉप सेंटर में हर तरीके से सहायता की जाती है। जिला प्रशासन, जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण (डासला) और न्यायायिक अधिकारियों द्वारा समय समय पर निरीक्षक किया जाता है।
मंगलवार को नूंह के सिविल जज रितु शर्मा और कार्तिक तलवार ने संयुक्त रूप से नूंह स्थित वन स्टॉप सेंटर का औचक निरीक्षण किया। इस मौके पर उन्होंने वन स्टॉप सेंटर में आने वाले मामलो और उनके समाधान के बारे में चर्चा भी की। इसके अलावा जजों ने वन स्टॉप सेंटर के अधिकारियों को सलाह दी की सेंटर पर आने वाले लोगो की हर तरह से सहायता की जाए। अगर किसी भी प्रकार की दिक्कत आती है तो उनके बारे में प्रशाशन या न्यायालय को अवगत कराया जाए। इसके अलावा जजों ने वन स्टॉप सेंटर पर कार्यरत अधिकारियों से ये भी पूछा कि उनके पास किस तरह की शिकायते आती हैं।
वन स्टॉप सेंटर के इंचार्ज मोहम्मद अशफाक अली ने बताया कि उनका वन स्टॉप सेंटर महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा संचालित किया जाता है।
उन्होंने बताया कि वन स्टॉप सेंटर्ज़’ को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने तैयार किया है, यह एक ऐसी व्यवस्था, जहां हिंसा या अन्य किसी तरह से प्रभावित महिलाओं को एक ही छत के नीचे एक साथ लैंगिक हिंसा, घरेलू हिंसा, ट्रैफिकिंग, एसिड अटैक विक्टिम, दहेज संबंधित हिंसा, बाल यौन शोषण, बाल विवाह, भ्रूण हत्या, बलात्कार से पीड़ित महिलाओं की वन स्टॉप सेंटर में हर तरीके से सहायता की जाती है। उन्होंने बताया कि ऐसे सेंटर्स को स्थापित करने की जरूरत को लेकर सर्वोच्च न्यायालय द्वारा जोर दिया गया था ताकि महिलाओं को समय पर न्याय मिल सके। उन्होंने बताया कि कोई भी हिंसा से पीड़ित महीला हेल्पलाइन 181 पर शिकायत दर्ज करा सकती हैं।
उन्होंने बताया कि मंगलवार की न्यायिक अधिकारी रितु शर्मा और कार्तिक तलवार
ने वन स्टॉप सेंटर का दौरा कर फील्ड प्रशिक्षण में महिलाओं के प्रति बढ़ रही हिंसा और वन स्टॉप सेंटर स्कीम तथा महिला हेल्पलाइन 181 पर चर्चा की है। वन स्टॉप सेंटर के इंचार्ज मोहम्मद अशफाक अली ने बताया उनके सेंटर पर अब तक महिलाओं के 1010 मामले आयें है। जज रितु शर्मा और कार्तिक तलवार ने वन स्टॉप सेंटर के कार्य की सराहना की और उन्होंने माना कि वन स्टॉप सेंटर नूंह पर महिलाओं के लिए बेहतर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वन स्टॉप सेंटर पर आने वाली महिलाओं को पूरा इंसाफ दिलाया जाता है। जहां पति पत्नी के बीच मनमुटाव को कम उनको एक साथ बेहतर जिंदगी बसाने के लिए प्रेरित किया जाता है वही दुष्कर्म सहित अन्य हिंसा से पीड़ित महिलाओं को एफआईआर, मेडिकल, इलाज की सुविधाएं दिलाने के साथ साथ आरोपियों को सलाखों के पीछे भिजवाने की पूरी कोशिश की
जाती है।
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