पति की हत्यारी पत्नी सहित तीन को अदालत ने सुनाई उम्र कैद की सजा, अदालत ने तीनो पर 25/25 हजार रुपए जुर्माना भी लगाया
• नूंह के एडिशनेशन सेशन जज अमित कुमार शर्मा की अदालत ने सुनाया फैसला
• अदालत ने जगदीश की हत्या में उसकी पत्नी कांता, सीमा किन्नर और एक फर्जी किन्नर काजल उर्फ प्रेम चंद को सुनाई सजा।
• पलवल जिला के रहने वाले जगदीश की 24 दिसंबर 2020 को पुनहाना में कर दी गई थी हत्या।
यूनुस अलवी,
मेवात/हरियाणा
गत 24 दिसंबर 2020 को पुनहाना में अनाज मंडी के सामने पलवल जिले के बडौली के रहने वाले जगदीश की हत्या कर दी गई थी। पुनहाना पुलिस ने मृतक जगदीश के भाई की शिकायत पर जगदीश की पत्नी कांता सहित 14 के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।
नूंह के एडिशनेशन सेशन जज अमित कुमार शर्मा की अदालत ने आज मृतक जगदीश की पत्नी कांता, किन्नर सीमा और किन्नर के भेष में रहे हे काजल उर्फ प्रेम चंद को अदालत ने दोषी ठहराते हुए उम्र कैद और तीनो पर 25/25 हजार के जुर्माना की सजा सुनाई है। वही परिजन अदालत के फैंसले से खुश नजर नहीं आते।
आपको बता दे कि पलवल जिले के बडौली के रहने वाले जगदीश की हत्या के मामले में पुनहाना पुलिस ने मृतक जगदीश के भाई की शिकायत पर जगदीश की पत्नी कांता, उत्तर प्रदेश के जिला बदायूं के नया गांव की रहने वाली किन्नर सीमा और किन्नर के भेष में रहे फर्जी किन्नर काजल उर्फ प्रेम चंद निवासी नरेंद्र पुर जिला बुलंदशहर उत्तर प्रदेश सहित 14 के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था। मृतक जगदीश के चार बच्चे हैं, जो अब पूरी तरह लावारिश हो गए हैं। जहा पिता का साया पहले भी उठ चुका है वहीं हत्यारिन मां भी आज जेल चली गई। मुकदमा दर्ज करने के 24 घंटे के अंदर ही पुनहाना पुलिस ने मृतक जगदीश की पत्नी कांता, किन्नर सीमा और फर्जी किन्नर काजल उर्फ प्रेम चंद को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। कांता तभी से जेल में बंद थी तथा सीमा और प्रेमचंद अदालत से जमानत पर चल रहे थे।
मृतक के भाई राजू पुत्र परती निवासी ग्राम बडोली, तहसील व जिला पलवल ने पुनहाना पुलिस को दी शिकायत में कहा कि मेरा भाई जगदीश पुनहाना में मजदूरी करने के लिए अपने परिवार सहित आया था। उसके बाद जगदीश का अपनी पत्नी कान्ती के साथ मन मुटाव हो गया, जिसके चलते कान्ती किन्नरों के पास खाना बनाने का काम करती थी। 24 दिसंबर 2020 को कान्ती और जगदीश का झगडा हुआ। उसके बाद कान्ती पत्नी जगदीश, आशा पुत्र चन्नी, खेनो, दौलत, सुनिता, जीतू, ललता, सागर, बसन्ती, और किन्नर सहनाज, सीमा, काजल जुली, छोटी, मनोज ने मिलकर जगदीश को मार दिया है।
सरकारी वकील जगबीर सिंह सेहरावत ने बताया कि पिछले 4 साल से अदालत में मामला चल रहा था साक्ष, तथ्यों और सबूतों के आधार पर आज अदालत ने तीनों दोषियों को उम्र कैद और 25-25 हजार रुपए जुर्माना की सजा सुनाई है। इस दौरान पुलिस ने 16 गवाह पेश किए। बृहस्पतिवार को नूंह के अतिरिक्त सेशन जज अमित कुमार शर्मा ने गवाह और सबूतों के आधार पर तीनों को उम्र कैद की सजा सुनाई हे तथा 25/25 हजार रुपए जुर्माना भी लगाया हैं। अदालत ने तीनों को जेल भेज दिया है।
वहीं दूसरी और मृतक के परिजन अदालत के फैसले से नाखुश नजर आए। उन्होंने पुलिस कार्रवाई पर भी सवाल उठाए, कहा पुलिस ने रिश्वत लेकर मुख्य आरोपियों को निकाल दिया है। उन्होंने कहा कि किन्नरों की मुख्य हेड शहनाज सहित कई को पुलिस ने निकाल दिया है।
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