• बेटी को पिता बनाना चाहते थे डॉक्टर और बन गई साइंटिस्ट
•पूर्व राष्ट्रपति डॉ ए पी जे कलाम की तरह मेवात और देश का नाम रोशन करना चाहती हैं शिफा
• शिफा ने नीट ने 669, आईआईएसईआर में 1147 और एनआईएसईआर परीक्षा में ऑल इंडिया 147 रैंक हासिल कर मेवात का नाम रोशन किया।
• मेवात के रेहना गांव की शिफा बेटी बनेगी मेवात की पहली साइंटिस्ट
• मेवात और परिवार में खुशी की लहर
• शिफा की इस कामयाबी से उनके अभिभावकों के साथ साथ गुरुजन भी बेहद खुश हैं
फोटो शिफा को सरकारी स्कूल के अध्यापक सम्मानित करते हुए।
यूनुस अलवी,
मेवात,
पहले मेवात को पिछड़ा और ऐसे अशिक्षित माना जा रहा है लेकिन आए दिन मेवात के बेटे और बेटियां अपनी काबिलियत से देश-विदेश में लोहा मनवा रहे हैं। शिफा ने नेशनल इंस्टीट्यूट आफ साइस सेजूकेशन एण्ड रिर्सच (एन आई एस ई आर) की 2024 की परीक्षा में नेशनल जनरल केटेगरी में 147 और ओबीसी में 31 रैंक हासिल कर बड़ा कारनामा किया है। जिसकी चर्चा पूरे मेवाड़ में है।
आपको बता दे कि नूंह जिला के रहेना गांव की शिफा पुत्री मुस्ताक अहमद ने कहा 12 वीं सीबीएसई बोर्ड से 93.4 फीसदी अंक हासिल कर और नीट 2024 की परीक्षा में पहले ही प्रयास में 669 अंक हासिल कर दिया था कि शिफा की उड़ान बहुत ऊंची है। शिफा इसी साल जहां भारतीय विज्ञान शिक्षा एव अनुसंधान संस्थान (आई आई एस ई आर) 2024 की परीक्षा में पूरे भारत में 1147 रेंक हासिल कर मेवात और अपने परिजनों का नाम रोशन किया। उस परीक्षा में देश भर के करीब दो लाख बच्चों ने परिक्षा के भाग लिया था वही ओबीसी में देश भर में 413 रैंक हासिल की है। वही अब शिफा ने नेशनल इंस्टीट्यूट आफ साइस सेजूकेशन एण्ड रिर्सच (एन आई एस ई आर)
की 2024 की परीक्षा में भी देश भर के करीब दो लाख बच्चों ने भाग लिया। शिफा ने यहां में गजब का कारनामा करते हुए देश भर की ओ बी सी में 31 रैंक और जनरल केटेगरी में 147 बैंक हासिल की है। नेशनल इंस्टीट्यूट आफ साइस सेजूकेशन एण्ड रिर्सच के लिए केवल 200 बच्चो का सलेक्शन होना है। इसलिए शिफा का ओ बी सी के साथ साथ जनरल केटेगरी से भी सलेक्शन होना तेय है। यानी पहली बार बेटी शिफा मेवात की पहली साइंटिस्ट बेटी बनने जा रही है। जो देश के सबसे पिछड़े मेवात जैसे इलाके के लिए एक गौरव की बात है।
शिफा के पिता मुस्ताक अहमद का कहना है कि वह शुरू से ही एक होनहार लड़की है, शिफा ने बारहवीं में 95 फीसदी अंक हासिल किया। शिफा ने आई
आई सी.ई, आर एवंम एन. आई.एस.ई.आर जैसी कठोर परिक्षाएं पास कर परिवार एवम इलाके का नाम रोशन किया है। ये बहुत बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा अब वो दिन दूर नहीं जब मेवात की बेटियां लड़को से आगे निकलकर हर फिल्ड में अपनी उपस्थिति दिखा रही है। आज शिफा ने गर्व से उनके सर को ऊंचा कर दिया है। मेवात का नाम रोशन करने पर उनके अध्यापक गणों की भी विशेष शुक्रिया अदा करते है। .
शिका का कहना है कि वह अपनी पढ़ाई का श्रेय अपने अध्यापकगणो व अपने माता-पिता को देना चाहंगी, खुदा का बहुत बहुत शुक है कि देश की बड़ी बड़ी परिक्षाओं उसने कामयाबी हासिल की है। शिफा का कहना है कि वह पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे कलाम की तरह मेवात और देश का नाम रोशन करना चाहती है।
वही समाजसेवी आबिद दानीबास का कहना है कि शिफा मेरी भांजी है। बहुत होनहार काबिल लड़की है। शांत स्वाभाव की शिका के उज्जवल भविष्य की कामना करता है और सबसे बड़ी उपलब्धि जो दो साइंटिस्ट के शिफा मेवात की पहली साईटिस्ट की परीक्षा पास कर मेवात का गौरव बनी है।
No Comment.