• नूंह/फिरोजपुर झिरका टिकिट पक्की
• पुनहाना विधानसभा
कांग्रेस टिकिट एक दावेदार सात, केसे होगी नैया पार
• बागी अगर मैदान में उतरे तो कांग्रेस टिकिट फंस सकती है
यूनुस अलवी,
मेवात/हरियाणा
हरियाणा विधानसभा के चुनाव अक्टूबर में प्रस्तावित है लेकिन अभी से ही टिकट हासिल करने के लिए नेताओं ने अपनी अपनी गोटिया फिट करनी शुरू करती है।
आपको बता दे कि नूंह जिला में पुनहाना, नूंह और फिरोजपुर झिरका सहित तीन विधानसभा पड़ती है। नूंह की कांग्रेस रेली में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदय भान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और जिले के तीनों मौजूदा कांग्रेस विधायकों के सामने कह चुके हैं कि उनको नूंह और फिरोजपुर झिरका का कोई खतरा नहीं है क्योंकि हम इन दोनों सीटों को अच्छे मरजान से जीत रहे हैं जबकि पुनहाना विधानसभा में काफी मेहनत करने की ज़रूर है क्योंकि पिछली बार हम इस सीट को मात्र 813 वोटो के मरजान से जीत सके हैं।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदय भान की इस पीड़ा ने पुनहाना से टिकिट मांग रहे नेताओं में जान डाल दी है और सबको उम्मीद है कि इस बार मौजूदा विधायक मोहम्मद इलियास की टिकिट कट सकती है और उन्हें मिल सकती है। या ये माना जाए कि उदय भान के दर्द ने एक अनार 100 बीमार वाली कहावत को जन्म दे दिया है।
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी अपना दर्द जता चुके हैं कि जिसको पार्टी टिकिट दे सभी उसे जिताने में मदद करे और उन्होंने जनता से ये भी अपील की थी कि अगर कोई कांग्रेस का बागी चुनाव लड़े तो उसे बिल्कुल भी वोट न दे। हुड्डा का मतलब भी साफ है क्योंकि नूंह और फिरोजपुर झिरका से कांग्रेस की टिकिट का आफताब और मामन के अलावा कोई मजबूत दावेदार नहीं है। इस बार उनका टिकिट पक्का माना जा रहा है।
आपको बता दे कि 79 नूंह विधानसभा में
पुरुष 108598
महिला 94071,
टीजी के 16 वोट सहित कुल वोट 202685 हैं जबकि 457253 आबादी है।
वही 80 फिरोजपुर झिरका विधानसभा में
पुरुष 129426, महिला 111275 और एक टीजी वोट सहित कुल वोट 240702 और 546952 आबादी है।
जबकि 81 पुनहाना विधानसभा में पुरुष 108960, महिला 91819, चार टीजी वोटो सहित कुल वोट 200783 तथा पुनहाना विधान सभा की 465041 आबादी है। नूंह जिला की तीन विधानसभा पुनहाना, नूंह और फिरोजपुर झिरका में कुल 644170 वोट हैं जबकि जिले की कुल आबादी 14 लाख 69 हजार 246 है।
पुनहाना विधान सभा कब वजूद में आया
पुनहाना विधानसभा 2009 में वजूद में आया था। जिसमें आधा हिस्सा नूंह विधानसभा का और आधा हिस्सा फिरोजपुर झिरका विधानसभा का काटकर अलग से पुनहाना विधानसभा को बनाया गया था। 2009 में हुए चुनाव में पुनहाना विधानसभा से इंडियन नेशनल लोकदल की टिकट पर मोहम्मद इलियास ने पहली बार जीत दर्ज की जबकि 2014 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार रईसा खान ने की दर्ज की वही 2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर मोहम्मद इलियास मात्र 813 वोटो से रईस खान से जीत हासिल कर सके। अब देखना यह होगा कि इस बार पुनहाना विधानसभा से सेहरा किस नेता के सिर पर बांधता है।
पुनहाना से टिकिट के दावेदार
• मोहम्मद इलियास मौजूदा विधायक एवं इस बार भी टिकिट के प्रमुख दावेदार
• इरशाद चेयरमैन रावली
• इकबाल जेलदार बिछोर
• इब्राहिम इंजीनियर बिसरू
• अख्तर हुसैन काटपुरी
• संदीप यादव
• साहब खान पटवारी सिंगार
• इम्तियाज गोकलपुर
सहित एक दर्जन कांग्रेस टिकिट की दावेदारी ठोक रहे हैं। अगर कांग्रेस पार्टी किन्हीं कारणों से मौजूदा विधायक मोहम्मद इलियास का टिकिट काटती है तो उसके बाद सबसे मजबूर दावेदार इकबाल जेलदार और इरशाद चेयरमैन का माना जा रहा है। वैसे कांग्रेस पार्टी 2009 में अख्तर हुसैन काटपुरी को अपना उम्मीदवार बना चुकी है। अब ये तो समय ही बताएगा कि पुनहाना से कांग्रेस का टिकिट कौन हासिल कर पाता है।
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