मेवात में शिक्षा को बढ़ावा देने का श्रेय अगर किसी को जाता है तो वो केवल खुर्शीद और आफताब को जाता है
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यूनुस अल्वी,
मेवात/हरियाणा
नूंह जिला देश के सबसे पिछडे और अशिक्षित जिलों में गिना जाता है। यहां पर महिलाओं की शिक्षा दर 10 फीसदी से भी कम है। मेवात में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए जितना कार्य पूर्व सांसद और हरियाणा में कई बार केबिनेट मंत्री रहे मरहूम चौधरी खुर्शीद अहमद और उनके बड़े बेटे और हरियाणा विधानसभा में सीएलपी उप नेता विधायक चौधरी आफताब अहमद ने किए इतना अन्य नेताओं ने नहीं किया। ये मानना गलत नहीं होगा कि मेवात में शिक्षा को बढ़ावा देने का श्रेय खुर्शीद अहमद और आफताब को जाता है।
चौधरी खुर्शीद अहमद ने 1969 में नगीना में अपना निजी कॉलेज खोलकर कर दिया था वही बाद उन्होंने इस नगीना कॉलेज को 1980 में हरियाणा सरकार को सौंप दिया था। इतना ही नहीं चौधरी खुर्शीद के कार्यकाल में फिरोजपुर नमक में जेबीटी सेंटर और उटावड़ मोड पर पॉलिटेक्निक कॉलेज खोला गया जबकि उनके बड़े बेटे विधायक आफताब के कार्यकाल में मेवात 2013 में शिक्षा केडर बनाया गया। जिले में डाइट, बाइट के अलावा इंद्री और मालब में पॉलिटेक्निक कॉलेज खोले गए। आफताब के कार्यकाल में जहां सालाहेडी में गर्ल कॉलेज खोला गया
फोटो चौधरी खुर्शीद अहमद पूर्व मंत्री एवं सांसद
वहीं चौधरी खुर्शीद के कार्यकाल में नगीना कॉलेज, तावडू का हरदवारी लाल सरकारी कॉलेज और फिरोजपुर झिरका, हथीन, उजीना और नगीना में आईटीआई खुलवाई गई। चौधरी खुर्शीद के कार्यकाल में जहां सैकड़ों नए स्कूल खोले गए वही आफताब के कार्यकाल में सैकड़ों स्कूलों का दर्जा बढ़ाया गया। जबकि आफताब के कार्यकाल में पुनहाना, पिनगवां, नूंह में आईटीआई खुलवाई जबकि नूंह में प्रदेश की सबसे बड़ी महिलाओं की आईटीआई खुलवाई गई, जो शुरू होने से पहले ही खंडहर हो चुकी है। नूंह जिला में उर्दू अध्यापक लगाने का श्रेय भी चौधरी साहेब और आफताब को जाता है। फिरोजपुर नमक में जेबीटी सेंटर उर्दू के नाम से खोली गई, जिसे बाद में हिंदी सब्जेक्ट के जेबीटी अध्यापक भी बनने लगे। इस जेबीटी सेंटर से अबतक हजारों बच्चे जेबीटी अध्यापक बनकर सरकारी सेवा के रहे हैं। इतना ही नहीं जब चौधरी खुर्शीद दिल्ली पढ़ रहे थे तब नूंह के ब्रेन मेव हाई स्कूल में कुछ समय के लिए स्वच्छ से खुद ने बच्चों को पढ़ाया गया था क्योंकि बच्चों को पढ़ाने के लिए स्कूल में कोई शिक्षक नहीं था।
मनाया जाए आज तो मेवात शिक्षा केडर में 674 बच्चे टीजीटी लगे हैं भले ही ये भाजपा सरकार ने लगाए हैं पर इनका श्रेय विधायक आफताब अहमद को ही जाता हैं। क्योंकि जिन अध्यापकों की भर्ती मेवात शिक्षा केडर में होगी उनको सेवानिवृत्त तक मेवात में ही नौकरी करनी पड़ती है। लेकिन भाजपा सरकार आने पर मेवात शिक्षा केडर में बदलाव कर कुछ अध्यापकों का तबादला अन्य जिलों में कर दिया गया था।
फोटो आफताब अहमद सीएलपी उप नेता कांग्रेस
सीएलपी उप नेता एवं नूंह कांग्रेस विधायक चौधरी आफताब अहमद का कहना है कि उनके पिता मरहूम चौधरी खुर्शीद अहमद और उनके कार्यकाल में मेवात में शिक्षा को बढ़ावा देने के काफी संस्थान खोले गए। आज भी काफी सा स्थान खोले जाने की जरूरत हैं। उनका कहना हैं कि जब हरियाणा केडर था तब मेवात से की ही हेड मास्टर बन सकता था लेकिन आज मेवात शिक्षा केडर के कारण जिले के सैंकड़ों मुख्याध्यापक बन रहे हैं। आफताब का कहना हे कि भाजपा ने शिक्षा को बढ़ावा देने के बारे में कोई खास कदम नहीं बढ़ाया है। सैंकड़ों स्कूल तो भाजपा ने अपग्रेड कर दिए लेकिन उनमें टीचर अब तक भी नियुक्त नहीं किए हैं। उनका कहना है कि प्रदेश में अगली सरकार कांग्रेस की बनने जा रही है उनके बाद मेवात में अन्य संस्थान भी खोले जाएंगे।
Author: Khabarhaq
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