बुराका गांव के लोग दर्जनों की संख्या में पहुंचे एसडीएम कार्यालय सरपंच प्रतिनिधि पर लगाए विकास कार्य में भेदभाव के आरोप।
नसीम खान
तावड़ू ,
उप मंडल के गांव बूराका गांव के लोग बुधवार को दर्जनों की संख्या में एसडीएम कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने सरपंच प्रतिनिधि पर गांव के विकास कार्यों में भारी भेदभाव के आरोप लगाए। बूराका के रहने वाले हाजी मुबीन,हफिज्जुर रहमान, हारून,मगरू,अब्बास, जर्जिद खान,अरशद, समशीन, बिलाल आदि ने कहा कि उनके गांव में करीब ढाई किलोमीटर लंबे रास्ते का निर्माण कार्य पिछले दो वर्षों से चल रहा है। जिसमें से दो किलोमीटर लंबा रास्ता तो बन गया है लेकिन पांच सौ मीटर लंबे रास्ते के काम को सरपंच प्रतिनिधि ने रोक दिया है। ग्रामीणों का सीधा आरोप है कि उनके यहां काम को सिर्फ इसलिए रोक दिया दिया गया क्योंकि उन्होंने उनके पक्ष में मतदान नहीं किया था। इसी रंजिश को रखते हुए सरपंच प्रतिनिधि काम को नहीं करने दे रहे। बताया कि असल में उनके गांव की सरपंच महिला मुस्तुफसीरा है। आमीन अपने आप को सरपंच बताता है और सीधी धमकी देता है कि जो काम वह चाहेंगे वही काम गांव में होंगे। कहां क्या काम होना वह स्वयं तय करेंगे। ग्रामीणों का कहना है कि जिस रास्ते पर निर्माण कार्य चल रहा है उसकी तीन बार पैमाइश भी हो चुकी है और करीब डेढ़ वर्ष पहले मिट्टी की बेस और उन पर कंक्रीट आदि भी बिछाई जा चुकी है। लेकिन अब काम को रोक दिया है, जिससे गांव के लोगों को भारी परेशानी हो रही है।
एसडीएम को लिखित शिकायत दे जल्द से जल्द रास्ते निर्माण शुरू कराने की मांग की है। वहीं एसडीएम संजीव कुमार ने भी मौका मुआयना कर आश्वासन दिया है कि रास्ते पर काम शुरू कराया जाएगा।
वहीं सरपंच प्रतिनिधि आमीन ने गांव के लोगों के आरोपों को निराधार बताया है। आमीन का कहना है कि कुछ जगह रास्ते पर कब्जा किया हुआ है। जब तक वह क्लियर नहीं हो जाती तब तक काम शुरू नहीं होगा।
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