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-8 करोड 14 लाख की लागत से 55 एकड जमीन में से बनेगा सेंटर आफ एक्सीलेंस फोर खरीफ ओनियन
-राजकीय बाग एवं नर्सरी पिनगवां में विभाग की वर्षो से बेकार पड़ी थी 55 एकड़ जमीन
-सरकार की ओर से अब इस जमीन पर बरसाती प्याज का उत्कृष्ठ कैंप बनाया जा रहा है
-12वीं पास युवाओं को बागवानी में डिपलोमा के लिए ट्रेनिंग सेंटर बनेगा
फोटो-डाक्टर दीन मोहम्मद जिला बागवानी अधिकारी
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मोहम्मद यूनुस अलवी
मेवात-हरियाणा
नूंह जिला के कस्बा पिनगवां स्थित राजकीय बाग एवं नर्सरी में विभाग की वर्षो से बेकार पड़ी थी 55 एकड़ जमीन पर अब सरकार की ओर से 8 करोड़ 14 लाख रूपये की लागत से बरसाती प्याज का उत्कृष्ठ कैंप (सेंटर आफ एक्सीलेंस फोर खरीफ ओनियन) बनाया जा रहा हैै। हरियाणा में गुणवत्ता के एतबार से बरसाती प्याज उगाने वाला मेवात जिला अब एक हब बनने जा रहा है। जिले के किसानों को बरसाती प्याज के बीज के लिए दूसरे जिलों में नहीं जाना पड़ेगा। इतना ही नहीं किसानों को बागवानी से संबंधित प्रशिक्षण व 12वीं पास युवाओं को बागवानी में डिपलोमा के लिए ट्रेनिंग सेंटर बनाया जायेगा। यह सेंटर करीब एक से डेढ़ साल में बनकर तैयार हो जायेगा।
जिला बागवानी अधिकारी डॉ दीन मोहम्मद ने बताया कि राजकीय बाग एवं नर्सरी पिनगवां के पास कुल 55 एकड़ भूमि है। जिसमें 10 एकड़ भूमि में बेर बाग लगा हुआ है और कुछ जमीन पर भवन बनाया गया है, बाकि बची 39 एकड़ भूमि में किसानों को बागवानी फसलों के लिए प्रेरित करने का लगभग हर साधन यहां पर मुहैया कराया जायेगा। उन्होने बताया बरसाती प्याज का उत्कृष्ठ कैंप बनने के बाद नूंह जिला के किसानों की कायाकल्प होगी। जिससे मेवात के किसान काफी मुनाफा कमा करा अपनी आय को बढ़ा सकेगें।
उन्होने बताया हाइब्रिड सब्जी की पौध और बीज तैयार करने की हाईटेक कैंप होगा। बागवानी विभाग की ऐसी फसलों के प्रदर्शन प्लाट लगाए जाएंगे, जो बिना सिंचाई के भी किसानों के लिए अच्छी खासी लाभकारी हो सकती हैं।
*पांच किलोमीटर दूर से लाया जायेगा पानी—-*
डीएचओ दीन मोहम्मद ने बताया कि सेंटर के लिए करीब पांच किलोमीटर दूर फलैंडी गांव के पास से सात इंच मोटी पाईप लाईन दबाकर पानी लाया जायेगा। सेंटर में 120 लंबा, 80 फीट चौड़ा व 12 फीट गहरा तालाब बनेगा जिसमें 32 लाख 62 हजार 464 लीटर पानी स्टोर किया जा सकेगा। इसपर करीब 35 लाख रूपये की लागत आयेगी।
*फसल छटनी की लगेंगीं मषीनें*
उन्होने बताया कि यहां पर आलू, प्याज, टमाटर, गाजर, मूली आदि फसलों को छटनी करने वाली मशीने लगेंगी। किसानों को यहां पर सस्ते दर पर मषीने भी उपलब्ध कराई जाएगी। किसानों की फसलों को भी पैकिंग कराकर मार्केट में ले जाया जाएगा। जिससे किसानों की आमदनी डबल हो सकती है।
*डिप्लोमा व ट्रेनिंग सेंटर बनेगा*
डीएचओ दीन मोहम्मद ने बताया कि यहीं पर किसानांे के लिए प्रशिक्षण व 12वीं पास युवाओं को बागवानी में डिपलोमा के लिए ट्रेनिंग सेंटर बनाया जायेगा। डिप्लोमा लेने वाले युवाओं को माली, आदि के पदों पर सरकारी और प्रावेट सेंक्टर में आसानी से नोकरी मिल सकेंगी।
*डीएचओ स्तर का अधिकारी होगा नियुक्त*
डाक्टर दीन मोहम्मद ने बताया कि इस सेंटर पर डीएचओ रेंक का प्रोजेक्ट ऑफिसर नियुक्त होगा। यहां पर करीब 40-50 कर्मचारी व अधिकारी नियुक्त होगें। एक करोड की लागत से पैकिंग हाउस बनेगा। करीब दो करोड 64 लाख की लागत से 55 एकड जमीन की चारदिवारी होगी
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