मेवात में सैंकडों तालाब सूखे, पशुओं को पीने के पानी की बनी मुसीबत
-किसान टेंकरों से मौल का खरीदकर पषुओं को पिला रहे हैं पानी
फोटो-गुरूग्राम-अलवर रोड पर बसे गांव भादस का सूखा तालाब
यूनुस अलवी
मेवात/हरियाणा
गर्मी को मौसम शुरू होते ही नूंह जिला में आम लोगों के साथ-साथ पशुओं को पीने के पानी की भारी परेषानी हो जाती है। जिले के सैंकडों ऐसे गांव में जिनके तालाब पूरी तरह सूख चुके हैं। मजबूर होकर किसानों को टेंकरों से मौल का पानी खरीदकर पशुओं को पिलाना पड रहा है। नूंह जिले में सूखे जैसे हालात पैदा हो गए हैं। आसमान आग उगल रहा है, पारा 42 को पार कर रहा है। लोगों द्वारा चारा के लिए बोई फसलें सूखने लगी है। नहरों व तालाबों में पानी नहीं है। जिससे स्थिति और भयावह होती जा रही है। तापमान बढ़ा तो सूखे तालाबों को देख मेवात के लोगों को ही नहीं मवेशियों को भी चिंता सताने लगी। नूंह जिले के भादस, मालब, गंडूरी, असाइसीका, नगीना, घाघस, खेड़ी कंकर, हसनपुर सहित सैकड़ों गांवों के सूखे पड़े तालाबों में एक बूंद पानी दिखाई नहीं देता। जंगली जानवरों और पशु पक्षियों को चोंच भर पानी नहीं मिल रहा है। बरसात पिछले कई सालों से सामान्य से भी कम हो रही है।
नूंह जिले के नगीना और फिरोजपुर झिरका खंड के सैंकडों गांव के अलावा पिनगवां व नूंह के काफी गांव बरसात पर निर्भर रहते है। इन क्षेत्रों में नहरे न होने से जलस्तर काफी नीचे चला गया है। लोगों और पषुओं को बरसात ही निजात दिला सकती हैै। उमस भरी गर्मी में न केवल फसलें सूख रही हैं बल्कि पशुओं में दूध की मात्रा भी घट रही है।
अपनी और पषुओं की प्यास बुझाने के लिए लोग रोजाना लाखों रुपए का पानी खरीद कर पीने को मजबूर हैं। एक टैंकर 1000 से 1200 रुपये से अधिक का आता है। जिसे तकरीबन 15 दिन तक इस्तेमाल किया जाता है। हर महीने पानी खरीद कर पीने की वजह से लोगों की जेब पर बोझ बढ़ रहा है।
गांव मढी के मोहम्मद खालिद, मरोडा के शौकीन का कहना है कि उनके गांव के आसपास करीब 15 गावों के तालाब पूरी तरह सूख चुके है। अगर प्रषासन ने इन तालाबों को भरने का प्रयास नहीं किया तो किसानों को मजबूर होकर अपने दुधारू पषुओं को सस्ते दामों में बैचना पडेगा। उन्होने कहा गर्मी से पहले तालाबों को भरने के लिए जिला प्रषासन से हर पर आग्रह किया जाता है लेकिन कोई ध्यान नहीं देता है।
क्या कहते है डीसी
नंूह उपायुक्त अजय कुमार ने माना कि जिले में गर्मी के मौषम से पानी की समस्या आ रही है। जिला के संबंधित अधिकारियों की बैठक लेकर पानी की समस्याओं के समाधान करने के दिशा निर्देश दे दिए गए हैं ताकि लोगों को पानी की समस्या का सामना ना करना पड़े। इसके अलावा जिन गावों के तालाब सूखे हैं और पषुओं को पीने के पानी की दिक्कत हैं उनके तालाबों को भरने के आदेष दिये गये।
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