*सी.एम. फ्लाइंग की जिला नूंह में मनरेगा में भ्र्ष्टाचार के खिलाफ एक और बड़ी कारवाई
— तालाब खुदा नही और अधिकारी मनरेगा के डकार गए 9 लाख 42 हजार रुपए।
– पुनहाना के BDPO, ABPO, JE, सरपंच सहित 8 के खिलाफ धोखाधडी व गबन का मामला दर्ज
यूनुस अल्वी
नूंह/मेवात/हरियाणा
सीएम फलाइंग की टीम ने मनरेगा मामले की जांच के बाद नूंह जिला के खंड पुनहाना के थाना बिछोर में गबन का मामला दर्ज कराया। जांच में पता चला हे की मनरेगा स्कीम के तहत वर्ष 2020, 21 मे अयूब पुत्र ममरूदीन निवासी गांव विसरू जिला नूह की निजी जमीन पर बने सामुदायिक जोहड़ का फर्जी निर्माण दिखा कर तत्कालीन सरपंच रूमशिदा गांव बिसरू ,खंड विकास पंचायत अधिकारी पुनहाना दिगंबर सिंह, कनिष्ठ अभियंता पंचायती राज पुनहाना अजमत, ए.बी.पी.ओ अरशद हुसैन ,ए.बी.पी .ओ संजय ,ग्राम सचिव जफर अब्बास लेखाकार अरशद हुसैन सहायक लेखाकार सहाबुद्दीन कार्यालय खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी पुनहाना द्वारा आपस में साज बाज होकर 9 लाख 42000 की सरकारी धनराशि का गबन करने बारे मुकदमा अंकित किया गया है।
मनरेगा योजना में फैले भ्रष्टाचार की लगातार परते खुलती जा रही है। पुन्हाना खंड विकास एवं पंचायत विभाग में घोटाला व भ्रष्टाचार को लेकर मुख्यमंत्री उडऩदस्ता रेवाड़ी की टीम ने पुनहाना में तीसरी बड़ी कार्रवाई की है। गांव सुनहेड़ा तथा गोहेता गांव के बाद अब बिसरू गांव में जोहड़ के नाम पर किए गए घोटाले की जांच के बाद टीम के उप निरीक्षक सतेंद्र सिंह द्वारा शिकायत देकर गबन और धोखाधड़ी के आरोप में गांव की सरपंच, बीडीपीओ, एबीपीओ, सहायक लेखाकार, लेखाकार, जेई व ग्राम सचिव सहित 8 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है।
उडऩदस्ते की बड़ी कार्रवाई के बाद पंचायत विभाग में हडकंप मचा हुआ है। वहीं लंबे समय से न्याय के लिए गुहार लगा रहे शिकायतकर्ता ने राहत की सांस ली है।
मुख्यमंत्री उडऩदस्ते के डीएसपी राजेश चेची ने बताया कि बिसरू गांव में मनरेगा योजना के तहत सामुदायिक जोहड़ बनाने के नाम पर घोटाला करने के आरोप में शिकायत मिली थी। जिसकी जांच का जिम्मा रेवाड़ी टीम को सौंपा गया। जांच में पाया गया कि सरपंच रूमशिदा, बीडीपीओ डिगंबर, जफर अब्बास ग्राम सचिव, अजमत जेई, एबीपीओ संजय, एबीपीओ अरशद, अरशद लेखाकार व सहायक लेखाकार सहाबुद्दीन ने आपस में मिलीभगत कर 2020-21 में अयूब पुत्र ममरूद्दीन की निजी जमीन को सामुदायिक जोहड़ दिखाकर धोखाधड़ी करते हुए 9 लाख 42 हजार रुपये का घोटाला व गबन किया है। जिसको लेकर सभी 8 आरोपियो के खिलाफ बिछौर थाना पुलिस को शिकायत देकर मामला दर्ज कराया गया है।
उन्होंने बताया की पंचायत विभाग में गबन व घोटालों की काफी शिकायत मिल रही है। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर उन पर जांच करने के बाद सख्त कार्रवाई भी कराई जा रही है। उडऩदस्ते की यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेंगी। –
अभी तक नहीं हुआ कोई गिरफ्तार
सीएम फलाइंग जांच के बाद पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज करा देने के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी की जिम्मेवारी संबंधित थाने की हो जाती है। पुनहाना और बिछौर थाने में नरेगा में गबन के अब तक तीन मामले दर्ज हो चुके हैं लेकिन अभी तक एक भी आरोपी को गिरफ्तार नही हो सकी है।
BDPO, ABPO, JE है फरार
खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी एबीपी और कनिष्ठ अभियंता तथा अन्य अधिकारियों के खिलाफ दर्ज गबन के मामले में सभी आरोपी कार्यालय पुनहाना से फरार है अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है अधिकारियों के पुनहाना खंड विकास एवं पंचायत कार्यालय से गायब रहने के चलते आमजन को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
गबन करने वाले अधिकारियों की हो प्रॉपर्टी की जांच
इलाके के लोगों ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि जिन अधिकारियों पर मनरेगा में गबन के आरोप लग रहे हैं उन सभी अधिकारियों व सरपंच व ठेकेदारों की प्रॉपर्टी की जांच हो और उसके बाद ही कठोर कार्यवाही की जाए। जब तक सरकार आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही नहीं करती तब तक आरोपियों के हौसले बुलंद ही रहेंगे। लोगों ने सरकार से यह भी मांग की है कि मेवात में अन्य अधिकारियों की भी आय और संपत्ति की जांच करें। अवैध तरीके से अर्जित की है प्रॉपर्टी को सरकार अपने कब्जे में ले और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें तभी इस घोटालों और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया जा सकता है।
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