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Mewat में फिर उजागर हुआ मनरेगा घोटाला — BDPO, ग्राम सचिव, बैंक मेनेजर सहित 6 पर करीब 9 लाख रूपये का गबन वा धोखाधडी करने का इस गांव में मामला दर्ज हुआ

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Mewat में फिर उजागर हुआ मनरेगा घोटाला — BDPO, ग्राम सचिव, बैंक मेनेजर सहित 6 पर करीब 9 लाख रूपये का मनरेगा योजना में गबन वा धोखाधडी करने का रोज़का में थाने में मामला दर्ज हुआ

Younus Alvi 

Nuh – Mewat

हरियाणा के नुहू जिला में मनरेगा घोटाला के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं अब तक मुख्यमंत्री उड़न दस्ते की टीम ने नूंह जिला में आधे दर्जन से अधिक मनरेगा में धोखाधड़ी और गबन के मामले दर्ज किए हैं मुख्यमंत्री उड़न दस्ते की टीम ने शनिवार को भी नूंह जिला के रोजकमेव थाने में 2 मामले धोखाधड़ी के दर्ज कराए हैं जिनमें तत्कालीन खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी और ग्राम सचिव भी शामिल है।

सीएम फ्लाइंग के सतवीर सिंह द्वारा रोजका में पुलिस थाने में दी शिकायत में कहा है कि जिला नुह के गांव कालियाकी की पंचायत का कार्यकाल फरवरी 2021 में समाप्त हो जाने के बाद ग्राम पंचायत की शक्तियां पंचायत विभाग के प्रशासनिक अधिकारियों को दे दी गई थी। गांव कालियाका के पंचायत विभाग के प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा प्रस्ताव रखा गया कि जनहित को ध्यान में रखते हुए गांव कालियाका में मणिराम के खेत से कमेटी कार्यालय तक रास्ते में मिट्टी का भरत व बीएमडब्ल्यू बिछाने का कार्य मनरेगा योजना के तहत कराया जाए। विभाग के प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा इस कार्य को मनरेगा योजना के तहत ने कराते हुए JCB मशीन द्वारा करवाया गया। मनरेगा मजदूरी के फर्जी बैंक खाता खुलवा कर मनरेगा मजदूरों के पैसे डलवाकर निकाल लिए गए।


जिससे राज्य सरकार की छवि खराब हुई है तथा सरकारी धन का भी दुरुपयोग किया गया है। उपरोक्त मामले की जांच पर पाया गया कि गांव कालियाका के पंचायत विभाग के प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा रखे गए प्रस्ताव पर कार्रवाई करते हुए गांव कालियाका गांव में मणिराम के खेत से कमेटी कार्यालय तक रास्ते में मिट्टी का भरत वह बीएमडब्ल्यू बिछाने का कार्य दस्तावेजों के अनुसार मनरेगा योजना के तहत कराया गया। इस कार्य पर ₹367920 की मनरेगा मजदूरी और ₹514037 रास्ता निर्माण सामग्री व अन्य मदों पर कुल ₹881960 खर्च दिखाया हुआ है इसके अनुसार 11 अक्टूबर 2021 से 26 अक्टूबर 2021 के दौरान मनरेगा मजदूरों से कार्य कराया हुआ दिखाया है। उपरोक्त कार्य करने वाले मजदूरों की मजदूरी का भुगतान सीधे बैंक खातों में किया हुआ है। इस कार्य में मौका निरीक्षण के दौरान उपस्थित गांव कालियाका के कुछ ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि यह कार्य जेसीबी मशीनों का प्रयोग कर कराया गया है ने की मनरेगा के मजदूरों द्वारा कराया गया हे। जांच के दौरान पता चला हे की दिनांक 11 अक्टूबर से 26 अक्टूबर 2021 तक 73 मजदूरों से कार्य दिखाया गया है इन 73 मनरेगा मजदूरों में से 20 मनरेगा मजदूरों के बैंक खाते में भेजी गई मजदूरी तकनीकी कारणों से अमान्य हो गई। सभी मनरेगा मजदूरों के बैंक खातों में बारे पड़ताल कर पाया गया कि इनमें से 51 बैंक खाते दी गुरुग्राम केंद्रीय कोऑपरेटिव बैंक पुनहाना, 15 बैंक खाते सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक इंद्री, एक खाता पंजाब नेशनल बैंक मंडकोला, एक खाता बैंक ऑफ कॉमर्स नगीना, एक खाता बैंक ऑफ कॉमर्स सेक्टर 32 गुरुग्राम, दो खाते आईडीबीआई गांव सयारोली, एक खाता आंध्र बैंक सेक्टर 69 गुरुग्राम तथा एक खाता एसबीआई रोजका मेव बैंक में खुले हुए हैं।

उन्होंने पुलिस को दी शिकायत में यह भी बताया कि जांच के दौरान दी गुरुग्राम केंद्रीय को ऑपरेटिव बैंक पुनहाना में खोले गए 51 बैंक खाताधारकों का नाम पता व आवेदन फार्म आदि दस्तावेजों की पड़ताल की गई उपरोक्त खाता धारकों में से छह व्यक्तियों भूपेंद्र सिंह, पॉप सिंह, मुकेश कुमार, संजय, नरेश, श्रीमती मंजू, संतोष सभी निवासियों गांव इंद्री को शामिल जांच किया गया। मजदूरों ने उनके बैंक खाता संबंधित दस्तावेजों का अवलोकन करने में बताया कि उनके द्वारा पुनहाना बैंक में आज तक कोई खाता नहीं खुलवाया है और ना ही मनरेगा जॉब कार्ड बनवाया है। जांच के दौरान पाया गया कि उपरोक्त जॉब कार्ड दिनांक 11 अगस्त 2021 को खोल गए थे। सभी खातों की तस्डीक गांव जलालपुर निवासी साजिद पुत्र आस मोहम्मद ने की है।

उस समय मौहम्मद हनीफ पुत्र सुलेमन बतौर केशियर और मुबीन खान शाखा प्रबंधक पिनगांव में तैनात थे जांच पर पाया गया कि उपरोक्त कार्य पंचायत विभाग के प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा मनरेगा योजना के तहत ने कराकर मशीनों से कराया गया है तथा दस्तावेजों में मनरेगा स्कीम के तहत किया गया है इस कार्य में दर्शित मनरेगा मजदूरों के जॉब कार्ड फर्जी तरीके से ऑनलाइन बनवाए हुए हैं तथा उनके बैंक खाते खुलवा कर निकाली गई है अब तक जांच में खाता खुलवाने में साजिद पुत्र निवासी जलालपुर शाखा प्रबंधक तथा मशीनों के लेकर आए हुए कार्य में मनरेगा के तहत खाताधारकों के खाते में सुंदर सिंह ग्राम सचिव कालिया का पवन कुमार सहायक लेखाकार विरेंद्र सिंह तत्कालीन खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी की भूमिका सामने आई है उपरोक्त सभी मनरेगा मजदूरों की हाजिरी सतीश कुमार द्वारा भरी गई जिसे सुंदर सिंह ग्राम सचिव द्वारा किया गया लेकिन जांच पर ज्ञात हुआ है कि मास्टर रोल संख्या 1110 श्री सहीराम मनरेगा बैठ के हस्ताक्षर हैं दूसरों को तंग करने से इंकार कर दिया है के आधार पर सभी मजदूरों की उपस्थिति पवन कुमार द्वारा खंड विकास एवम पंचायत कार्यालय द्वारा ऑनलाइन की गई तथा सभी औपचारिकताएं पूरी की। जांच में पता चला हे की प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा मशीनों से कराया गया है लगभग सभी मनरेगा मजदूरों के जॉब कार्ड मार्च 2021 में फर्जी तरीके से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बनाए गए हैं।

उन्होंने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि अब तक की जांच में दस्तावेजों के आधार पर उपरोक्त व्यक्तियों के फर्जी बैंक खाता खुलवाने में साजिद पुत्र आस मोहम्मद निवासी जलालपुर, मोहम्मद हनीफ पुत्र सुलेमान केशियर मुबीन खान शाखा प्रबंधक कोऑपरेटिव बैंक पुनहाना द्वारा इस कार्य को मशीनों से कराकर मनरेगा योजना के सुंदर सिंह ग्राम सचिव कालियाका, पवन कुमार सहायक लेखाकार, विरेंद्र सिंह तत्कालीन खंड विकास पंचायत अधिकारी इंद्री जिला नूंह की संलिप्त वा धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है।

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