जिला शिक्षा अधिकारी के बाद तावडू के खंड शिक्षा अधिकारी को गुरुग्राम विजिलेंस टीम ने किया गिरफ्तार
यूनुस अल्वी
मेवात
स्कूलों में ड्यूल डेस्क खरीद मामले में जिला शिक्षा अधिकारी की गिरफ्तारी के बाद अब तावडू की खंड शिक्षा अधिकारी को भी गिरफ्ता कर लिया गया है। जल्द और बड़े अधिकारियों की भी गिरफ्तारी हो सकती है। गुरुग्राम विजिलेंस टीम हुई सक्रिय। तावडू के खंड शिक्षा अधिकारी रमेश मलिक को विजिलेंस टीम ने बीती रात उनके निवास तावडू से गिरफ्तार किए जाने से शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा। मंगलवार को ही नुहू के जिला शिक्षा अधिकारी रामफल धनकड़ को विजिलेंस ने गिरफ्तार किया था जिन्हें आज नूंह अदालत में पेश किया जाएगा।
गुरुग्राम की विजिलेंस टीम द्वारा DEO और आज BEO की गिरफ्तारी के बाद तावडू खंड के स्कूलों के लिए ड्यूल डेस्क खरीद मामला फिर गर्मा गया। ड्यूल डेस्क खरीद में भ्रष्टाचार की बू को लेकर मीडिया ने पहले ही आगाह किया था। गत 26 दिसंबर को अमर उजाला अखबार ने इसे प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था। मीडिया में खबर छपने के बाद जिला शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ था। मंगलवार की सुबह इस मामले में रिश्वत की मांग के आरोप में राज्य चौकसी ब्यूरो गुरुग्राम टीम ने जिला शिक्षा अधिकारी राम फल धनकड़ को नूंह से दबोच लिया। वही आज बुधवार को तावडू के खंड शिक्षा अधिकारी रमेश मलिक को उनके निवास से गिरफ्तार कर गुड़गांव ले गई है।
आरोप है कि जिला शिक्षा अधिकारी रामफल धनखड़ ने ड्यूल डेस्क खरीद करने के आदेश शिकायतकर्ता के पक्ष में रिश्वत की मांग की थी।इस मामले में ढाई लाख रुपए की रिश्वत ले ली गई थी।जबकि रिश्वत की बाकी रकम लेना बाकी थी। लेकिन मंगलवार को राज्य चौकसी ब्यूरो गुरुग्राम टीम ने जिला शिक्षा अधिकारी को रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए दबोच लिया।
आपको बता दे कि जिले के एकमात्र तावडू खंड के स्कूलों को ड्यूल डेस्क खरीद के लिए चुना गया था।जिनकी खरीद स्कूल प्रबंधन समिति की माध्यम से खरीदी जानी थी लेकिन विभागीय अधिकारी स्कूल प्रबंधन समिति की अनदेखी करते हुए अपने स्तर पर डेस्क खरीदने में निजी फर्मों से संपर्क साधने लगे थे।
शिक्षा विभाग के जो बड़े अधिकारियों की गिरफ्तारी के बाद अब इसकी परतें खुलने लगी है जल्दी ही इसमें और अधिकारियों की गिरफ्तारी भी हो सकती है।
No Comment.