Mewat में- दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे पर कट की मांग को लेकर एक सप्ताह से धरना पर बैठे किसान की
कड़ाके की ठंड से हुई मौत
Younus Alvi
Mewat/Haryana
दिल्ली मुंबई बड़ोदरा एक्सप्रेसवे पर कट के लिए 8 दिन से धरना प्रदर्शन कर रहे एक किसान की देर रात मौत हो गई। किसान की मौत की वजह इलाके में अधिक शीतलहर बताई जा रही है । किसान की मौत के बाद जिला प्रशासन व दिल्ली मुंबई हाईवे के हाथ पांव फूल गए सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई है ।बता दें कि बीती देर रात रामखिलाड़ी पुत्र हरिया उम्र 63 वर्ष निवासी मंडकोला की अधिक ठंड के कारण मौत हो गई।
गत 1 जनवरी से धरना प्रदर्शन में था शामिल था।किसानों ने कहा कि दिल्ली मुंबई हाईवे पर कट की मांग को लेकर आज एक किसान शहीद हो गया। उन्होंने कहा कि जब तक कट नहीं मिलेगा तब तक धरना प्रदर्शन रहेगा जारी । किसानों का कहना है कि जाब्ता का प्रशासनिक अधिकारी संपूर्ण आश्वासन नहीं देंगे तब तक नहीं होगा अंतिम संस्कार , खबर लिखे जाने तक अंतिम संस्कार नहीं किया गया ।
आपको बता दें कि दर्जनभर से अधिक किसान वर्ष 2023 के शुरू होते ही अपने इंटरचेंज की मांग को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं। कड़ाके की ठंड में सैकड़ों किसान रोजाना केएमपी पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। आपको बता दें कि इससे पहले सितंबर माह में भी किसानों ने दिल्ली – मुंबई एक्सप्रेस वे का काम कई दिनों तक इस इंटरचेंज को बनाने की मांग को लेकर रोका था। जिला प्रशासन के बार – बार कोशिशों के बावजूद किसानों को मना लिया गया था, लेकिन किसानों की मांग पर कंस्ट्रक्शन कर रही कंपनी ने कोई ध्यान नहीं दिया। किसानों का कहना है कि उनके गांव के आसपास तीन राजमार्ग आपस में मिलते हैं। राजमार्गों के दोनों तरफ किसानों की जमीन लगती हैं, लेकिन उनके खेतों तक आने – जाने के लिए अब कोई रास्ता नहीं बचा है। किसानों को कई – कई किलोमीटर घूम कर अपने खेतों में जाना पड़ रहा है।
किसान लंबे समय से इंटरचेंज की मांग कर रहे हैं कि अगर उतार – चढ़ाव इन मार्गो से उनको मिलता है तो उन्हें अपने खेतों की काश्त करने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आएगी। लेकिन खास बात यह है कि पिछले कई महीने से लगातार उतार – चढ़ाव की मांग को लेकर धरना – प्रदर्शन कर रहे किसानों की बात को शासन और प्रशासन गंभीरता से नहीं ले रहा है। गौरतलब है कि दिल्ली मुंबई हाईवे के इंटरचेंज को लेकर किसान 2 दिन पहले केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह से मुलाकात की थी और उन्हें भरोसा मिला था कि इंटरचेंज मिलेगा ।
मृतक किसान के परिजन गिरधारी लाल और बेटी सीमा मृतक का कहना है कि उनके आसपास के गांव के हजारों एकड़ जमीन को सरकार ने सड़कों के नाम अधिग्रहण कर लिया और उन्हें इन सड़कों से उतरने चढ़ने के लिए एक कट भी नहीं दिया गया। उनके पिता भी कट की मांग को लेकर धरने पर बैठे हुए थे जिसको लेकर उनकी मौत हो गई उन्होंने कहा है कि उनके भाई को एक सरकारी नौकरी दी जाए और तुरंत दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे पर कट दिया जाए।
No Comment.