अतिथि अध्यापक, अध्यापकों की कमी और नमाज का मामला विधानसभा में गूंजा
-नूंह विधायक आफताब अहमद और फिराजपुर झिरका विधायक मम्मन ने जोर से उठाया मुद्दा
यूनुस अलवी
ख़बरहक़, मेवात
ख़बरहक़ ने मेवात में अध्यापकों की भारी कमी के मुद्दे को समय समय पर उठाता रहा हैं। ष्षुक्रवार को भी मेवात में अध्यापकों की कमी को प्रमुखता से उठाया है। षुक्रवार से ष्षुरू हुई विधानसभा के पहले ही दिन विधानसभा में अतिथि अध्यापको के मसमले, नूंह जिला में अध्यापकों की भारी कमी के अलावा गुरूग्राम में नमाज का मामला विधानसभा में जमकर गुजा।
विधानसभा सत्र की शुरूआत के पहला ही दिन का सत्र काफी गर्म रहा। विधानसभा में प्रतिपक्ष के उपनेता एंव नूंह से कांग्रेस विधायक चौधरी आफताब अहमद ने मेवात में अध्यापकों की भारी कमी का मुद्दा उठाया। विधायक ने कहा कि 111 स्कूल पूरी तरह से अध्यापक रहित हैं। विधायक ने गुरुग्राम में खुले पर नमाज रोके जाने का मुद्दा जोर शोर से उठाया।
वहीं विधायक मामन खान ने कहा कि आजादी की लड़ाई हिंदू और मुसलमानों ने साथ मिलकर लड़ी थी। फिर मुसलमानों को नमाज क्यों पढने नहीं दी जा रही है जबकि हाल ही में मुख्यमंत्री को मेवातियों ने जोरदार स्वागत किया है। उसके चंद दिन बाद ही गुरूग्राम में मुख्यमंत्री का कहना कि किसी को खुले में नमाज नहीं पढने दी जायेगी। इससे साफ जाहिर है सीएम साहब ने राजनीति और वोटों को हांसिल करने वाला ब्यान दिया है जिसे वापिस लेना चाहिए।
विधायक मम्मन खान ने स्कूलों में भारी कमी का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री से पूछा आपने 30 अक्टूबर तक अतिथि अध्यापकों से समान वेतन और नियमित कर्मचारी जैसी सुविधाएं देने का वायदा किया था। उसका क्या रहा। मामन खान के इस सवाल पर शिक्षा मंत्री बुरी तरह से घिर गए और उन्होंने कहा कि हमने ऐसा कोई वायदा नहीं।
अतिथि अध्यापक संघ के प्रधान पारस शर्मा, जिला प्रधान सतीष यादव का कहना है अतिथि अध्यापकों के प्रतिनिधि मंडल के साथ 8 सितम्बर की मीटिंग में मुख्यमंत्री ने खुद बेसिक सैलरी और सर्विस रूल्स की 30 अक्टूबर तक देने की बात कही इतना ही नहीं उन्होने अपने ट्वीट के माध्यम से इसकी जानकारी भी दी थी। उनका कहना है कि जब विधानसभा में राज्य का शिक्षा मंत्री ही झूट बोलेगा तो समाज उनसे क्या सबक लेगा। उन्होने कहा भाजपा सरकार अपने वादे के मुताबिक अतिथि अध्यापकों मांगांे को पूरा करे।
वहीं अतिथि अध्यापक संघ के नेताओं ने आफताब अहमद और मामन खान द्वारा विधान सभा सत्र में उनकी बेसिक सैलरी, सर्विसेज रूल देने और अध्यापकों की भारी कमी के मुद्दे को उठाने का धन्यवाद करते है।
पुनहाना से कांग्रेस विधायक और दो बार मंत्री रह चुके मोहम्मद इलियास ने विधानसभा में नमाज के मुद्दे को जोर-शोर से उठाया उन्होंने कहा कि अब से पहले हम यह समझते रहे कि कुछ लोग नमाज में बाधा डालने की कोशिश कर रहे हैं उन्होंने कहा जब उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल का बयान जब सुना तो बड़ा दुख हुआ। मोहम्मद इलियास ने कहा मुख्यमंत्री जी हम हिंदुस्तान के हैं और हिंदुस्तान के ही रहेंगे मेहरबानी करके हमारे धर्म की रक्षा करो और नमाज में व्यवधान डालने वालों को सजा दो। उन्होंने कहा जब देश का संविधान लागू हुआ तो देश के सभी धर्मों को मौलिक अधिकार दिए थे कि वह अपने धर्म की अपने तरीके से पूजा पाठ कर सकते हैं।
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