इस्लामी तब्लीगी जल्सा में नजर आई हिंदु-मुस्लिम भाईचारा की मिसाल
-मदन ने चाय-काॅफी स्टाल तो विष्णु ने चलाया ढ़ाबा
यूनुस अलवी
मेवात /नूंह/हरियाणा
नूंह में तब्लीगी जमात का 11 से 13 फरवरी तक तीन दिवसीय जलसा का आयोजन किया गया। जिसमें हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान सहित अन्य इलाकों के लोगों ने भाग लिया। जल्सा तब्लीगी जमात के अंतरराष्ट्रीय अमीर हजरत मौलाना साद साहब की अध्यक्षा में किया गया। इस मौके पर हिंदू-मुस्लिम भाईचारा की भी मिसाल देखने को मिली। जहां नगर पालिका नूंह के पूर्व चेयरमैन विष्णु सिंगला ने जलसा में षामिल होने आये हजारों लोगों के लिए मुफ्त खाने का ढ़ाबा चलाया वहीं नगर पार्षद मदन तवंर ने तीन दिन तक चाय और काॅफी की स्टाल लगाकर लोगांे को मुफ्त सेवा की।
नगर पालिका नूंह के पूर्व चेयरमैन विष्णु सिंगला ने तब्लीगी जल्सा में मुफ्त खाने का ढ़ाबा लगाने बारे बताया कि मेवात में पहले ही हिंदु-मुस्लिम का भाईचारा सदियों पुराना है। यहां तो एक दूसरे धर्म के लोगों के बगैर त्योंहार और षादियां भी सम्पन्न नहीं होती है। मेवात के लोग यहां रहने वाले हिंदू समाज के लोगों को छोटे भाई की तरह रखते हैं और हर परेषानी में वे सबसे पहले उनके साथ खड़े रहते हैं। लेकिन कुछ मीडिया संस्थान और संगठनों ने मेवात की भाईचारा की संस्कृति को तोडने का काम किया है। लेकिन यहां के लोग उसे कभी टूटने नहीं देंगें।
नूंह के नगर पार्षद मदन तंवर ने बताया कि मेवात में हिंदू-मुस्लिम समाज के लोग आपस में हर त्यौहार को मनाते है। मुस्लिम जहां होली, दिवाली मिलन करते हैं और राम बारात का स्वागत करते हैं जबकि हिंदू समाज के लोग भी ईद मिलन करते हैं तथा रमजान के महिने में रोजा इफतार कराते हैं। उन्होने कहा उन्होने हिंदु-मुस्लिम भाईचारा को कायम रखने के लिए गत वर्ष रमजान के महिने में पांच रोजे रखे थे। मेवात के आपसी भाईचारा को कोई नहीं तोड़ सकता।
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