चांद नजर आया, मेवात में आज मनाई जाएगी ईद
-ईद की नमाज से पहले लाखों लोगों ने अदा किया फित्र
-ईद की पूर्व संध्या पर लोगों ने जमकर की खरीद
फोटो- शुक्रवार को कस्बा पिनगवां में ईद की पूर्व सांधिया पर बाजार में खरीदारी के लिए उमड़ी भीड़
यूनुस अल्वी
नूंह/मेवात
शुक्रवार की षाम मेवात में ईद का चांद नजर आ गया। इस बार लोगों को 29 रोजे रखने का मौका मिला। चांद देखने के बाद लोगों ने ईद की नमाज पढने से पहले गरीब, बेसहारा और यतीम लोगो को फित्र (निर्धारित राशि) अदा करना शुरू कर दिया है। वहीं ईद की पूर्व संध्या पर लोगों ने अपने और परिवार के लिए रेडीमेड कपड़े, जूते, इत्र, सेंट आदि सामान खरीदा वहीं महिलाओं ने अपने श्रृंगार के सामान के अलावा चूड़ियां पहनी और मेहंदी भी खरीदी। शनिवार को ईद का त्योंहार होने से लोगों के चेहरे की रौनक देखी गई। वहीं पिछले दस दिनों से मस्जिद के एक कोने में एतिकाफ में बैठे लोगों ने पर सभी लोगों से सलाम किया और अपने परिवार से मिले।
शनिवार को ईद की नमाज नूंह जिला के पुन्हाना, नूंह, तावडू, फिरोजपुर झिरका, पिनगवां और नगीना कस्बों के अलावा इलाके के बड़े गांवों की ईदगाहों में अदा की जाऐगी।
आपको बता दें कि रमजान माह का चांद देखने के बाद मुस्लिम समाज के लोग रोजा रखते हैं और ईद का चांद देखने के बाद ही ईद मनाई जाती है। इस बार चांद की तारीख के हिसाब से 30 वां चांद यानी 23 मार्च को नजर आया था और 24 मार्च से लोगों ने रोजा रखने शुरू किए थे। वहीं शुक्रवार को ईद का 29 वां चांद नजर आया जिसकी वजह से शनिवार को पूरे देष के साथ मेवात में भी ईद मनाई जाऐगी।
ईद की तैयारियों में लोग करीब एक महिना पहले से ही जुट जाते हैं। लोग, बच्चे, बूढे और महिलायें सभी नए कपडे पहनते हैं। ईद-उल-फितर को मीठी ईद भी कहते हैं क्योंकि इस दिन लोग मीठी सिमईया घरों में बनाते हैं और दोस्त, पडोसी और गरीब बेसहारा लोगों को सिमईयां खिलाते हैं। मेवात में ईद के मौके सिमईया की जगह ज्यादातर लोग खीर बनाते हैं। अमीर लोग सिमईया बनाते हैं।
गावों की जामा मस्जिद और ईगाह में ईद की दो रकात नमाज अदा की जाती है। यह नमाज सुबह सात बजे से दस बजे तक अलग-अलग समय पर ईदगाहों में अदा की जाती है। ईद की नमाज अदा करने से पहले लोग गरीब और यतीमों को दिये जाने वाले फित्रा को अदा करते हैं। फित्र जो हर परिवार के छोटे से लेकर बुजुर्ग तक को अदा करना होता है। इस्लाम धर्म में फित्र को अदा करने के सख्त आदेश दिये गये हैं। उलेमा बताते हैं कि फित्रा ईद की नमाज अदा करने से पहले अदा करना अफजल है अगर किसी कारण ईद की नमाज से पहले कोई फित्रा अदा नहीं करता है कि उसको जितना जल्दी हो सके फित्र अदा कर देना चाहिये। उलेमाओं का कहना है कि फित्रा पर गरीब, यतीम और बेसहारा लोगों का हक है और जो आदमी उनका हक अदा नहीं करता वह गुनाहगार होता है। एक व्यक्ति का पौने दो किलो गेहूं या उसके बराबर कीमत के पैसे अदा करना होता है।
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