Khabarhaq

बकरीद से पहले वेतन नहीं मिला तो जाकिर हुसैन के निवास पर मेवात इंजीनियरिंग कॉलेज पल्ला के प्रोफेसर और कर्मचारी देंगे अनिश्चितकालीन धरना

Advertisement

-6 दिन बाद बकरीद का त्यौहार, पर इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रोफेसर और कर्मचारियों को नहीं मिला वेतन,
-पिछले 6 महिने से नहीं मिला वेतन, प्रशासक मौन
-वेतन नहीं मिला तो प्रोफेसर हरियाणा वक्फ बोर्ड के प्रशासक जाकिर हुसैन के आवास पर देंगें अनिश्चितकालीन धरना

फोटो- मेवात इंजीनियरिंग कॉलेज नूंह

यूनुस अलवी
नूंह(मेवात), हरियाणा
हरियाणा वक्फ बोर्ड द्वारा संचालित मेवात इंजीनियरिंग कॉलेज नूंह के प्रोफेसर और कर्मचारियों को पिछले करीब 6 महिने से वेतन परेशान हैं। बकरीद के त्योहार से पहले उन्हें वेतन मिले इसको लेकर कॉलेज के प्रोफेसर और कर्मचारी हरियाणा वक्फ बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, प्रशासक और डायरेक्टर से गुहार लगा रहे हैं लेकिन कोई उनकी समस्या सुनने को तैयार ही नहीं है। एम्पलाई वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने चेतावनी देते हुए कहा अगर जल्द ही प्रोफेसर और कर्मचारियों का वेतन नहीं मिला तो वक्फ बोर्ड के प्रशासक जाकिर हुसैन के नूंह स्थित आवास पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने को मजबूर होंगें।

एम्पलाई वेयफेयर एसोसिएषन (इ डब्ल्यू ए) के अध्यक्ष डाक्टर कलीम अहमद कुरैषी, महासचिव एसिस्टेंट प्रोफेसर डाक्टर षाहीन खान ने बताया कि कॉलेज के कर्मचारियों का लगभग 5 महीने का वेतन एवं अन्य लंबित मांग है जिसकी वजह से कर्मचारियों को उनके दैनिक जीवन यापन में परेषानियों का सामना करना पड रहा है। ज़ब भी कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर कॉलेज के निदेशक डॉ ख़्वाजा एम रफ़ी से मिलने जाते हैं तो वह कर्मचारियों को धमकाकर अपने ऑफिस से भगा देते हैं। हरियाणा वक्फ बोर्ड के प्रशासक चौधरी जाकिर वेतन एवं अन्य लंबित मांगों को लेकर मौन हैं। उनका कहना है कि 29 जून को ईद उल अजहा यानी बकरीद का त्यौहार है। ऐसे में बच्चों को कपड़े खरीदने, कुर्बानी के लिए जानवर खरीदना और किसी से लिया कर्ज अदा करना है। लेकिन उनकी समस्या के समाधान नहीं हो रहा हैं।
प्रोफेसर और कर्मचारियों का कहना है कि नूंह स्थित मेवात इंजीनियरिंग कॉलेज को हरियाणा वक्फ बोर्ड द्वारा संचालित किया जाता है। पूर्व विधायक एवं भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जाकिर हुसैन कॉलेज के प्रशासक है। पहले कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर कॉलेज के डारेक्टर से मिले लेकिन उन्होने उनकी बात सुना भी नहीं और अपने कार्यालय से भगा दिया। उन्होने अपनी मांगों को लेकर जाकिर हुसैन से बुधवार को नूंह में उनके निवास पर मिलने का समय लिया था लेकिन प्रषासक जाकिर हुसैन साहब अपने निवास पर नहीं मिले। जाकिर हुसैन से मीटिंग करने और उनकी समस्याओं का समाधान कराने बारे उन्होंने जाकिर हुसैन की पत्नी नसीमा हुसैन से मिलकर आग्रह किया है लेकिन दो दिन बीत जाने के बाद भी कोई समाधान नहीं हो सका है।
एम्पलाई वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने चेतावनी देते हुए कहा अगर जल्द ही प्रोफेसर और कर्मचारियों का वेतन नहीं मिला तो वक्फ बोर्ड के प्रशासक जाकिर हुसैन के नूंह स्थित आवास पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने को मजबूर होंगें।

क्या कहते कॉलेज के डारेक्टर
मेवात इंजीनियरिंग कॉलेज नूंह के निदेशक डॉ ख़्वाजा एम रफ़ी का कहना है कि तीन-चार दिन में प्रोफेसर और कर्मचारियों का रूका हुआ वेतन मिल जाऐगा। वहीं उन्होने   एम्पलाई वेयफेयर एसोसिएषन के पदाधिकारियों के धमकाने के आरोपों को बेबुनियाद बताया है।

Khabarhaq
Author: Khabarhaq

0 Comments

No Comment.

Advertisement

हिरयाणा न्यूज़

सक्रिय दिव्यांग पत्रकारों को सरकार अविलंब 30 हजार रुपए प्रति माह विशेष भत्ता देने की घोषणा करें – चंद्रशेखर धरणी, सक्रिय विकलांग पत्रकारों की जानकारी लेने के लिए दो सदस्यीय कमेटी का किया गठन

सक्रिय दिव्यांग पत्रकारों को सरकार अविलंब 30 हजार रुपए प्रति माह विशेष भत्ता देने की घोषणा करें – चंद्रशेखर धरणी, सक्रिय विकलांग पत्रकारों की जानकारी लेने के लिए दो सदस्यीय कमेटी का किया गठन

महाराष्ट्र न्यूज़

हमारा FB पेज लाइक करे

यह भी पढ़े

फर्जी डेथ सर्टिफिकेट तैयार कर सरकार की अप्राकृतिक देहांत स्कीम के रुपये हड़पने के जुर्म में सी.एस.सी संचालक सहित दो गिरफ्तार • लैबर डिपार्टमेंट कर्मचारियों के साथ मिलीभगत कर हड़प रहे थे सरकारी राशि

एमडब्ल्यूबी के 11 जनवरी को कर्ण लेक पर होने वाले कार्यक्रम में स्पीकर हरविंद्र कल्याण होंगे मुख्यातिथि* *आधुनिक पत्रकारिता और चुनौतियों होगी संगोष्ठी* *251 पत्रकारों को दस दस लाख की एक्सीडेंटियल पॉलिसी मुफ्त होगी प्रदान*

हबीब हवन नगर ने नामांकन के पहले ही दिन विरोधियों के छुडाए पसीने  खेडली कंकर से फिरोजपुर झिरका तक वाहनों काफिले साथ हबीब ने इनोलो पार्टी से भरा पर्चा  • हबीब हवन नगर का नामांकन कराने आदित्य चौटाला पहुंचे 

Please try to copy from other website