असुद्दीन ओवेशी के शहर हैदराबाद में मेवात जेसीबी चालक युवक की मालिक ने की हत्या
खबर हक़
हैदराबाद
मेवात के एक जेसीबी चालक की असुद्दीन ओवेशी के हैदराबाद में घर में बंद करके पीट पीट कर हत्या करने का मामला सामने आया हे। जेसे ही हैदराबाद में मेवात के ट्रक ड्राइवर और जेसीबी चालकों को पता चला तो सैकड़ों की संख्या में ड्राइवर थाने पहुंच गए और हंगामा किया। लेकिन राजनेतिक दवाब के चलते पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज करने की बजाए खानापूर्ति के लिए धारा 174 के करवाई कर शव परिजनों को सौंप दिया।
मेवात के लोगों ने इंसाफ दिलाने के लिए केई बार असुद्दीन ओवेशी को फोन कर मदद मांगी ओवेशी ने मदद के लिए अपने आदमी भी भेजे लेकिन उन्होंने मेवाती पीड़ितो की मदद करने की बजाए आरोपी जेसीबी मालिक को ही बचाया। जिसके चलते आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज नही हो सका।
आपको बता दें हैदराबाद के पुलिस थाना बोगीपेट इलाके में मेवात राजस्थान के केठवाड़ा निवासी एक जेसीबी ऑपरेटर की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने हत्या का आरोप जेसीबी मालिक और उसके भाई पर लगाया है। पीड़ित और सैकड़ों जेसीबी चालक ऑपरेटर ने आरोपी जेसीबी मालिक और उसके भाई के खिलाफ हत्या का आरोप लगाते हुए थाने में हंगामा किया और मुकदमा दर्ज कराने की शिकायत दी है। वही पीड़ित पक्ष और जेसीबी ऑपरेटरों ने आरोपियों से पुलिस की मिली भगत के भी आरोप लगाए हैं।
मृतक के भाई शाकिर निवासी कैतवाड़ा, जिला भरतपुर, राजस्थान ने हैदराबाद के थाना बोगीपेट में दी शिकायत में आरोप लगाया है की मेरा छोटा भाई अशफाक खान जेसीबी चालक के रूप में अपना जीवन यापन करता है। पिछले चार दिनों से वह पटपल्ली के यादगिरिगोड नामक व्यक्ति के अधीन काम कर रहा था। 28 जून को मेरे दोस्त साहुन, जो कि एक जेसीबी चालक है, जो पहले यादगिरीगोड के पास काम करता था, ने मुझे बताया कि मेरे छोटे भाई की सुबह मृत्यु हो गई।
जैसे ही उन्हें इस बात का पता चला तो उन्होंने वहां जाकर मुझे फोन किया और बताया कि मेरे भाई की मौत हो गई है। 27 जून को मेरे छोटे भाई को आरोपी यादगिरी गोड ने 3 दिन के पैसे देने को कहा। जब पैसे नही दिए तो उनका आपस में झगड़ा हो गया है। जेसीबी मालिक यादगिरि गौड़ और उसके छोटे भाई अशोक गौड ने मिलकर मेरे छोटे भाई अशफाक पर हमला कर उसकी हत्या कर दी, क्योंकि उसने पैसे मांगे थे। उन्होंने कहा की जेसीबी मालिक इतना क्रूर था की हर दिन जब मेरे भाई का काम पूरा हो जाता तो आरोपी उसके कमरे में ताला लगा देता था और सुबह वापस आकर ताला खोलता था। इस घटना की जानकारी सीसीटीवी कैमरे में कैद हे। मेरे भाई के कमरे के बाहर लगे सीसी कैमरे देखे जा सकते हैं।
पीड़ित का कहना हे की छोटे भाई की मौत का कारण बने यादगिरी गौड और उसके भाई अशोक गोड के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर न्याय दिलाया जाए।
पीड़ित लोगो का कहना है की पुलिस ने उनसे शिकायत तो ले ली लेकिन आरोपियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज नहीं किया है। बल्कि खाना पूर्ति के लिए धारा 174 के तहत करवाई की गई है। पीड़ित पक्ष ने आरोप लगाया की आरोपी जेसीबी मालिक का भाई MLA है जिसके दवाब में हत्या का मुकदमा दर्ज नही किया गया है। हत्या का मुकदमा दर्ज कराने के लिए मेवात सहित अन्य छेत्र के सैकड़ों ड्राइवर और जेसीबी ऑपरेटरों ने खूब हंगामा किया लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। यहां तक उनको थाने तक से भगा दिया गया।
वही जेसे ही इस घटना का पता मृतक अशफाक के परिवार वालो को लगा उनका रो रो कर बुरा हाल है।
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